कानपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए लगभग 4,100 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में आज दोपहर दर्दनाक हादसा घट गया। यहां हाइवे पर प्रवासी मजदूरों से भरा एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के जाने माने संत बाबा शोभन सरकार का बुधवार सुबह निधन हो गया। उनके निधन की खबर आने के बाद उनके शोकाकुल भक्त कानपुर स्थित उनके आश्रम में जुटने शुरू हो गए।
कानपुर के एक लड़के ने बिहार के बेगुसराय की एक लड़की से शादी रचाई और इसके बाद करीब डेढ़ महीने बीत गए, लेकिन वह अपनी पत्नी को लेकर अपने घर नहीं लौट सका।
यूपी में रिकवरी रेट की बात करें तो सबसे अच्छा प्रदर्शन राजधानी लखनऊ का है। इसके बाद नोएडा का नंबर आता है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोनोवायरस की जांच रिपोर्ट में 11 और पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
जिले के बजरिया थाने के गुलाब घोसी मस्जिद इलाके में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये व्यक्तियों को लेने गये पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले के मामले में पांच लोगों को गिरफतार किया गया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने के बाद कानपुर में पकड़े गए तबलीगी जमात से जुड़े 8 विदेशी जमातियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अस्थायी जेल में भेज दिया है।
कानपुर के सीसामऊ थाना क्षेत्र के सीओ त्रिपुरारी पाण्डेय का कहना है कि पतंग से कोरोना वायरस फैल सकता है। कानपुर में पुलिस गाकर लोगों को बता रही है कि पतंग न उड़ाए नहीं तो जेल जाने की नौबत आ जाएगाी।
प्रधानाध्यापक डा. आरती लालचंदानी ने बताया कि जमात के सदस्यों को खाना देने के लिए वार्ड ब्वाय तीसरी मंजिल पर स्थित कोविड-19 पृथक वार्ड में गया लेकिन जमात के सदस्यों ने खाना खाने से इंकार कर दिया और नॉनवेज की मांग करने लगे।
उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक आबादी वाले जिले कानपुर में कोरोना संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। यहां पर एक मदरसे के 13 छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं।
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और घने बसे शहर कानपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटों में कानपुर में कोरोना वायरस के 8 नए मरीज सामने आ चुके हैं।
कानपुर में बुधवार को दो और लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिससे अब यहां ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 79 हो गयी है ।
कोरोना संकट से जूझ रहे देश के लिए दिल्ली में हुए तबलिगी जमात के मरकज़ ने आग में घी का काम किया।
कानपुर में सोमवार को कोरोना संक्रमित पहले मरीज की मौत हो गई लेकिन इसकी पुष्टि मंगलवार को सुबह जांच रिपोर्ट आने के बाद हुई।
इंडिया टीवी से बात करते हुए डॉ. आरती लालचंदानी ने कहा है कि उनके अस्पताल में इलाज ले रहे तबलीगी जमात के कोरोना मरीज इलाज में जरा भी सहयोग नहीं कर रहे हैं और अपने हाथों में थूक लेकर वार्ड की रेलिंग, दीवारों और सीढ़ियों पर चिपका रहे हैं।
जीएसवीएम की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने तबलीग जमात पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि ये लोग अस्पताल के नियमों को नहीं मान रहे हैं। तबलीगी जमात के लोग इलाज के दौरान डॉक्टरों से अभद्र व्यवहार कर रहे हैं और फर्श पर थूकते हुए गंदगी फैला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और बसअड्डों सहित राज्य की सीमा पर सघन चेकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आईआईटी कानपुर ने छात्रों को तीन दिन में हॉस्टल खाली करने के आदेश दिए हैं। साथ ही कम्युनिटी सेंटर में होने वाले कार्यक्रमों को अग्रिम आदेशों तक रद्द कर दिया गया है।
बीते शुक्रवार को कानपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ हुई हिंसा के बाद बंद चल रही इंटरनेट सेवाओं को एक बार फिर से बहाल कर दिया गया है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़