गुरुवार को, जब पुलिस अमर दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने की सूचना उसके परिवार को देने के लिए बिकरू गांव पहुंची तब उन्हें वहां पता चला कि अमर का पिता संजीव दुबे जीवित है।
कानपुर के कुख्यात अपराधी और बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे की मुठभेड़ में मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एन्काउंट के बाद शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के भाई का बयान सामने आया है।
बताया जा रहा है कि गाड़ी के पलटने पर विकास दुबे ने अपने साथ बैठे पुलिस कर्मियों से राइफल छीनी और उन पर गोली चला दी जिसमें 2पुलिस कर्मी घायल हो गए।
यूपी के आला अधिकारियों ने वही घटनाक्रम बयान दिया है जो अक्सर सभी एन्काउंटर के बाद सुनने को आता है।
कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर कांग्रेस नेता और और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर यूपी पुलिस और योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है।
उन्होंने लिखा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी कहा है कि जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन-किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा।
कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए कहा कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिसवालों का हथियार छीनकर भाग निकला। उसे सरेंडर करने का मौका दिया गया था, लेकिन विकास दुबे ने फायरिं शुरू कर दी
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि पहले गोलीबारी किसने की। विकास के सीने और कमर में दो गोलियां लगने की खबर है। विकास दुबे को कानपुर के हैलेट अस्पताल ले जाया गया। वीडियो में विकास दुबे मृत दिख रहा था।
बताया जा रहा है कि वाहन पलटने के बाद विकास पुलिस कर्मियों से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई जिसमें विकास दुबे की मौत हो गई।
कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे एन्काउंटर में मारा गया है। विकास दुबे को कानपुर के हैलट अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विकास दुबे की गाड़ी हाईवे पर जाते हुए पलट गई थी जिसके बाद उसने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया
यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी भी विकास के खिलाफ जल्द ही मामला दर्ज करने वाली है।
कानपुर शूटआउट कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने यूपी एसटीएफ को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि विकास को सड़क के रास्ते यूपी एसटीएफ कानपुर के लिए निकल चुकी है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने विकास के करीबी अमर दुबे को 8 जुलाई को मार गिराया था। अमर की अभी 29 जून को शादी हुई थी।शादी विकास के बिकरु के घर से हुई थी। कहा जा रहा है कि लड़की को भगा के जबरदस्ती ये शादी कराई गई थी।
विकास दुबे से उज्जैन में 2 घंटे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ भी की गई है। आप भी जानिए कि आखिर विकास के गुर्गों का क्या हुआ।
एक वायरल हुए फोटो में विकास दुबे को मंदिर परिसर के अंदर एक सोफा पर आराम से बैठे देखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आधिकारिक रूप से विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है।
कानपुर के चौबेपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे आखिरकार आज उज्जैन में पकड़ा गया।
उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड क्रीमिनल विकास दुबे को पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया है। विकास दुबे की गिरफ्तार के बाद उसकी मां का बड़ा बयान सामने आया है।
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