कैलाश मानसरोवर में भारतीयों की यात्रा चीन एवं भारत के लोगों के बीच आपसी संबंधों एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान का अहम अंग है। दोनों पक्षों ने सहमति जताई थी कि इस साल नाथुला दर्रा के जरिए शिजांग की यात्राओं में सात जत्थों में कुल 350 यात्री हिस्सा लेंगे।
चीन ने गुरुवार को कहा कि सीमा पर गतिरोध को लेकर 'अर्थपूर्ण वार्ता' तभी होगी जब भारतीय सैनिकों को 'चीनी क्षेत्र' से वापस बुला लिया जाएगा।
चीन ने सीमा रेखा पर एक बार फिर से हिमाकत की है। जानकारी के मुताबिक चीनी सैनिक सिक्किम में रोड बनाने की कोशिश में थे जिसका भारतीय सुरक्षबलों ने पुरजोर विरोध किया और मानव चैन बनाकर चीनी सैनिकों को रोका। इस वीडियो के सामने आने के बाद चीन ने पहली बार ये
कैलाश मानसरोवर यात्रा जो नाथूला के रास्ते होकर जाती है वो फिलहाल रुक गई है। 15 जून को 47 यात्रियों के पहले जत्थे को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली से रवाना किया था, लेकिन नाथूला पहुंचने के बाद चीन सरकार ने बॉर्डर पर उन्हें रोक दिया है।
इस बार भारत और चीन के अलावा नेपाल से भी ये यात्रा गुजरेगी। नए रुट पर सहमती बन गई है और अब ये यात्रा दो देशों से नहीं बल्कि तीन देशों से होकर गुजरेगी। सरकार ने एक नया रास्ता पिछले दिनों ही बनाने का फैसला लिया है।
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