अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा स्थापित नई सरकार के सामने वैसे तो कई समस्याएं है लेकिन भुखमरी के जो हालात वहाँ पैदा हुए है उसका सबसे ज्यादा नुकसान आम गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है
क्या आप जानते है कि पाकिस्तान में एक ऐसा मदरसा है जहां से पढ़कर तालिबान के टॉप लीडर्स निकले हैं और यह खूखार तालिबानी नेता अब अफगानिस्तान में बनी नई सरकार के कैबिनेट में भी शामिल हैं...इस मदरसे का नाम है 'दारुल उलूम हक़्क़ानिया'.....
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही 2+2 बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, " अफगानिस्तान में महिलाओं और अल्पसंख्यकों के हालात बदतर है, साथ ही वहाँ की नई सरकार सबका प्रतिनिधत्व भी नहीं करती इसलिए भारत तालिबानी सरकार को मान्यता नहीं देगा।"
अफगानिस्तान में तालिबान ने महिला प्रदर्शनकारियों को बेल्ट, चाबुक से पीटा । तालिबान के शिक्षा मंत्री ने कहा, आधुनिक शिक्षा की जरूरत नहीं, मदरसों में लें दीनी तालीम । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि अफगानिस्तान में तालिबान एक अच्छी हुकूमत चलाएंगे और लोगों से इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि तालिबान को सभी के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मंत्रिमंडल में अमेरिका नीत गठबंधन और अफगान सरकार के सहयोगियों के खिलाफ 20 साल तक चली जंग में दबदबा रखने वाली तालिबान की शीर्ष हस्तियों को शामिल किया गया है।
तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर 15 अगस्त को कब्जा करने के करीब तीन सप्ताह बाद मंगलवार को तालिबान ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार में प्रधानमंत्री बनाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, मुल्ला बरादर को उप प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की गई है।
पाकिस्तान के खिलाफ फूटा अफगानियों का गुस्सा, दरअसल पंजशीर में हुए पाकिस्तानी हमले से नाराज लोगों ने पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर जबरदस्त नारेबाजी करते पाकिस्तान के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया
तालिबान ने कहा है कि उसका पंजशीर क्षेत्र पर कब्जा हो गया है, लेकिन पंजशीर में तालिबान का विरोध कर रही सेनाओं का नेतृत्व करने वाले नेता अहमद मसूद ने एक ऑडियो मैसेज के जरिए कहा कि तालिबान के साथ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। अहमद मसूद ने ये भी कहा कि पंजशीर में अकेले तालिबान नहीं पाकिस्तान भी जंग लड़ रहा है और वह तालिबान का साथ दे रहा है।
तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है, NRF ने इस दावे को फर्जी बताया है, लेकिन उन्होंने करीब-करीब अपनी हार स्वीकार ली है।
काबुल में तालिबान ने पंजशीर घाटी में जीत का जश्न मानाने के लिए अंधाधुन हवाई फायरिंग की। लेकिन इस फायरिंग में 3 लोगों की मौत हो गई और कई बच्चे भी घायल हो गए।
तालिबान ने काबुल में नई सरकार का ऐलान एक हफ्ते कि लिए क्यों टाला, जानिए वजह । पंजाब विधानसभा के अंदर नजर आई सिद्धू-कैप्टन के बीच की दरार, सदन में अलग बैठे सिद्धू समर्थक । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
अमेरिकी सेना के काबुल छोड़ने के बाद देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden ने पूरी दुनिया को संबोधित किया. अपने फैसले पर सफाई देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके पास काबुल छोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था
रविवार रात को काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाकर 5 रॉकेट दागे गए थे, जिन्हें अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट कर नाकाम कर दिया।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल आज सुबह एकबार फिर से कई धमाकों से थर्रा उठी। बताया जा रहा है कि ये धमाके रॉकेट के जरिए किए गए। न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार, आज सुबह काबुल शहर में कई रॉकेट उड़ते सुनाई दिए, जिसके बाद धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। ये हमला अमेरिका की तरफ से किया गया या आतंकियों की तरफ से ये अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ अफगानी पत्रकारों का दावा है कि रॉकेट हमले एयरपोर्ट को निशाना बनाकर किए गए, जिन्हें Kabul airfield defense system ने समय रहते नाकाम कर दिया।
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता के आने के बाद आंतकवाद को पालने वाला पाकिस्तान अब खुलकर इसका समर्थन कर रहा है, वहीं इस मुद्दे पर चीन का भी दोहरा चरित्र दुनिया के सामने आ चुका है l ड्रैगन भी अब खुलकर तालिबान का समर्थन कर रहा है l
जानिए, काबुल हमले को अंजाम देने वाले ISIS (K) का पाकिस्तान कनेक्शन। अमेरिका की गलत प्लानिंग के कारण तालिबान के हाथों में कैसे पड़ गए अरबों डॉलर के हेलिकॉप्टर, प्लेन । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान 168 लोगों को काबुल से लेकर हिंडन एयरबेस पहुंचा। इससे पहले आज तड़के 87 भारतीयों को तजाकिस्तान के रास्ते भारत लाया गया था।
देखिए तालिबान से जुड़ी दिनभर की हर बड़ी खबर, Taliban 50 में | 22 अगस्त , 2021
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