रक्षाबंधन के दिन अफगानिस्तान से आए लोगों का एक भावुक करने वाला प्यारा वीडियो सामने आया है। भारतीय वायुसेना के विमान से जिन 168 लोगों को काबुल से दिल्ली लाया गया है उनमें एक नवजात बच्चा भी है...
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मची अफरा-तफरी के बीच काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के निकट एकत्र हुई लोगों की भीड़ में शामिल सात अफगान नागरिकों की मौत हो गई है।
तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के ठीक एक हफ्ते बाद रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी में सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहे।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने खुलासा किया है कि काबुल हवाईअड्डे पर एक दीवार के ऊपर से गुजरते हुए देखा गया एक बच्चा परिवार के साथ फिर से मिल गया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत के निकासी अभियान के तहत रविवार तक करीब 300 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से स्वदेश लाए जाने की उम्मीद है।
पेंटागन ने कहा कि छह अमेरिकी सैन्य सी-17 विमान और 32 चार्टर उड़ानें पिछले 24 घंटों में काबुल हवाईअड्डे से रवाना हुईं। सैन्य विमानों में सिर्फ 1,600 लोग ही सवार हो पाए।
काबुल में भारतीयों के किडनैपिंग की खबर गलत है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से स्थितियां लगातार खराब हो रही हैं। अफगानिस्तान में कई भारतीय भी फंसे हुए हैं। भारत काबुल से अपने लोगों को निकालने के अभियान में लगातार जुटा हुआ है।
कामरूप मेट्रोपोलिटन, बारपेटा, धुबरी और करीमगंज जिलों से दो-दो लोगों की गिरफ्तारी हुई। वहीं दरांग, काचर, हैलाकांडी, दक्षिण सलमारा, गोलपारा और होजाई जिलों से एक-एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी हुई।
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, आज सुबह 150 भारतीय लोगों को काबुल एयरपोर्ट के बाहर से किडनैप किया गया। तालिबानी भारतीय लोगों को कहां लेकर गए हैं, अभी इसकी जानकारी नहीं है।
खलील हक्कानी की एक और तस्वीर आई है। इस फोटो में वो जिहादी नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार के साथ मीटिंग कर रहा है और चौकाने वाली बात ये है कि खलील हक्कानी के पास अमेरिकी गन है।
काबुल में फंसे भारतीय लोगों को निकालने के लिए प्रयास लगातार जारी है। फिलहाल खबर ये है कि भारतीय वायुसेना का विमान 90 लोगों को लेकर काबुल से तजाकिस्तान पहुंच गया है।
अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर 210 भारतीय अभी फंसे हुए हैं। तालिबानियों ने इनकी आईडी कार्ड चेक की है और तलाशी ली है इसके बाद से सभी 210 भारतीय बेहद डरे हुए हैं।
पूर्वी काबुल के इमाम बशीर वारदाक ने कहा कि दशकों से चले आ रहे खून-खराबे को रोकने के लिए अफगानिस्तान के लोगों को एकजुट होना चाहिए।
अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी पर कुछ लोग भारत में मुबारकबाद दे रहे हैं और वहीं दूसरी तरफ तालिबान ने अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास के दफ्तरों में घुसना शुरू कर दिया है।
काबुल पर तालिबान द्वारा तेज और अप्रत्याशित आक्रमण के चार दिन बाद अफगानिस्तान की राजधानी की सड़कों पर कोई महिला नजर नहीं आई।
फायरिंग शुरू होते ही एयरपोर्ट पर एकदम से अफरा-तफरी मच गई। पुरुष, महिलाएं और बच्चे जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
जब यह विमान के खाड़ी देश कतर के अल उदैद हवाई अड्डा पर उतरने के बाद उसके पहिए में मानव अवशेष मिले थे। अमेरिकी वायु सेना ने कहा है कि उसका विशेष जांच कार्यालय सोमवार को काबुल हवाई अड्डा पर हुई दुर्घटना की जांच कर रहा है।
एयरपोर्ट के अंदर पूरी तरह तबाही का मंजर है। लोग अभी भी किसी तरह काबुल से बाहर निकलना चाहते हैं।
मंगलवार को जब भारतीय वायुसेना के C-17 विमान के जरिए भारतीय दल काबुल से भारत पहुंचा तो उसी दल के साथ तीनों कुत्तों को भी भारत लाया गया और फिलहाल उन्हें ITBP के छावला कैंप में रखा गया है।
आज का काबुल और अन्य शहर वैसे नहीं हैं जैसे 20 साल पहले के तालिबान शासन में थे जिसके लड़ाके मुख्यतः ग्रामीण इलाकों से आते हैं।
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