जानिए, काबुल हमले को अंजाम देने वाले ISIS (K) का पाकिस्तान कनेक्शन। अमेरिका की गलत प्लानिंग के कारण तालिबान के हाथों में कैसे पड़ गए अरबों डॉलर के हेलिकॉप्टर, प्लेन । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
काबुल एयरपोर्ट पर कल रात हुए आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी तालिबान ने नहीं बल्कि खुरासान ने ली है। तो क्या अब अफगानिस्तान में तालिबान और खुरासान के बीच जंग छिड़ने वाली है? देखिए कुरुक्षेत्र पंकज भार्गव के साथ।
काबुल एयरपोर्ट पर कल रात हुए हमले के तार पाकिस्तान से जुड़ने लगे हैं। इस हमले की प्लानिंग करने वाला एक पाकिस्तानी बताया जा रहा है। ऐसे में क्या ये हमला भारत के लिए सावधान होने का संकेत है?। देखिये मुक़ाबला अजय कुमार के साथ ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने यहां मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि काबुल स्थित चीनी दूतावास ने बताया है कि आत्मघाती हमलों में कोई चीनी हताहत नहीं हुआ। झाओ ने कहा, “चीन काबुल हवाई अड्डे के पास हुए विस्फोटों से स्तब्ध है, जिसमें बड़े पैमाने पर लोग हताहत हुए हैं। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।''
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश से भाग रहे हजारों हताश लोगों को निशाना बनाकर किए गए दो आत्मघाती बम धमाकों के एक दिन बाद राजधानी काबुल से निकासी उड़ानें शुक्रवार को फिर से शुरू हो गईं।
काबुल एयरपोर्ट पर मौत का जो मंजर नजर आया वो अमेरिकी सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ाने के लिए काफी है। ये फिदायीन हमला इस बात का संकेत है कि आईएसआईएस अभी जिन्दा है।
काबुल के निवासियों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से कई विमान उड़ान भर चुके हैं। हवाई अड्डे के बाहर पहले जितनी ही भीड़ दिख रही है।
बम धमाकों के बावजूद काबुल एयरपोर्ट के बाहर आज भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है, अफगानिस्तान के नागरिकों में तालिबान का डर इतना ज्यादा है कि बम धमाकों के बावजूद वे एयरपोर्ट पर जमा हो गए हैं और अपना देश छोड़ने के हर तरह के प्रयास कर रहे हैं
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं।
इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि फिदायीन हमलावरों में से एक का नाम अब्दुल रहमान अल-लोगरी है।
काबुल में कल हुए धमाकों के तार पाकिस्तान से जुड़ते दिख रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने काबुल अटैक को लेकर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा कि हम अपने मिशन को पूरा कर सकते हैं और हम आतंकियों से डरनेवाले नहीं है। हम आतंकियों को अपने मिशन में रुकावट नहीं बनने देंगे। अफगानिस्तान से लोगों को सुरक्षित निकालेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि ब्लास्ट में अमेरिकी सेना के कई जवान भी घायल हुए हैं और इनकी संख्या बढ़ सकती है।
आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट सीरियल फिदायीन ब्लास्ट में 60 से ज्यादा अफगान नागरिकों की मौत हुई है। धमाके में 4 अमेरिकी मरीन कमांडो की भी मौत हो गई है।
अमेरिका के एक अधिकारी का कहना है कि “निश्चित तौर पर माना जा रहा है कि” काबुल हवाई अड्डे के पास हुए बम विस्फोट के पीछे इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह का हाथ है। अधिकारी ने कहा कि दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधरियों द्वारा बृहस्पतिवार को किये गए हमले में अमेरिका के सैनिक घायल हुए हैं।
अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन ने आज हमले की जो आशंका जताई थी वही हुआ है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार काबुल एयरपोर्ट पर दो धमाके हुए हैं। पहला धमाका एयरपोर्ट के Abbey गेट पर हुआ और दूसरा ब्लास्ट बैरोन होटल के पास हुआ। इन हमलों में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई जबकि 120 लोग घायल हुए हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट सीरियल धमाकों में 13 लोगों की मौत हुई है वहीं 70 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि कई अमेरिकी भी काबुल हमले में हताहत हुए हैं। हमले के बाद का खौफनाक मंजर सामने आया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं।
अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन ने आज हमले की जो आशंका जताई थी वही हुआ है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार काबुल एयरपोर्ट पर दो धमाके हुए हैं।इन आत्मघाती हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
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