अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल हवाई अड्डे के पास हुए आत्मघाती हमले में मारे गए 13 अमेरिकी सैनिकों के परिजनों से रविवार को मुलाकात भी की। हमले में मारे गए अमेरिकी सैनिकों के पार्थिव शरीर अफगानिस्तान से डोवर एयरफोर्स बेस लाये गए।
अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट आतंकियों पर फिर ड्रोन हमला किया है रविवार को किए गए इस हमले में आत्मघाती हमलावरों के वाहन को निशाना बनाया गया है जो काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हमला करने जा रहे थे।
काबुल एयरपोर्ट के पास ख्वाजा बुग्रा इलाके में आज शाम रॉकेट से हमला किया गया, हमले में एक बच्चे समेत 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 लोग घायल हो गए हैं। अफगानिस्तान में बीते गुरुवार को भी काबुल एयरपोर्ट पर सीरियल ब्लास्ट हुए थे, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, एक अफगान पुलिस प्रमुख ने कहा है कि काबुल हवाई अड्डे के उत्तर-पश्चिम में आज एक रॉकेट हमले में एक बच्चे की मौत हो गई। तालिबान ने कहा कि अमेरिकी एयर स्ट्राइक में सुसाइड बॉम्बर की गाड़ी तबाह हो गई, तालिबान ने कहा कि सुसाइड बॉम्बर का टारगेट काबुल एयरपोर्ट था।
अमेरिका ने काबुल में ISIS-K के संदिग्ध ठिकाने पर हवाई हमला किया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जानकारी दी है।
काबुल एयरपोर्ट के पास बड़ा धमाका हुआ है, काबुल के ख्वाजा बुग्रा इलाके में बम धमाके की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि एक मकान पर रॉकेट से हमला किया गया है।
रशियन मीडिया के मुताबिक, काबुल रॉकेट हमले में 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 लोग घायल हो गए हैं। धमाके के बाद लोग छतों पर भगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। बम ब्लास्ट के बाद आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता के आने के बाद आंतकवाद को पालने वाला पाकिस्तान अब खुलकर इसका समर्थन कर रहा है, वहीं इस मुद्दे पर चीन का भी दोहरा चरित्र दुनिया के सामने आ चुका है l ड्रैगन भी अब खुलकर तालिबान का समर्थन कर रहा है l
अब्दुल गनी बरादर न केवल एशिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के एक नए खौफनाक चेहरे के रूप में उभर कर सामने आया है।
व्हाइट हाउस ने बताया कि अमेरिका ने 14 अगस्त से अब तक काबुल स्थित हामिद करजई हवाई अड्डे से लगभग 1,13,500 लोगों को निकाला है या निकालने में सहायता की है।
विदेश विभाग ने रविवार सुबह दी चेतावनी में कहा कि अमेरिकी नागरिकों को इस वक्त हवाईअड्डे तथा उसके सभी द्वारों की ओर जाने से बचना चाहिए।
देश में हालांकि एटीएम मशीनें अभी भी काम कर रही हैं, लेकिन निकासी को 24 घंटे में लगभग 200 डॉलर तक सीमित कर दिया गया है।
काबुल हवाईअड्डा से रवाना होने और बीच में योजना के मुताबिक एक जगह रुकने के बाद इसे यहां पहुंचने में करीब 17 घंटे का समय लगा।
काबुल एयरपोर्ट से खतरा अभी टला नहीं है। डेंजर जोन बना काबुल एयरपोर्ट पर फिर से फायरिंग की खबरें आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट पर रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। अमेरिका ने काबुल अटैक के साजिशकर्ता को ढेर करके बदला ले लिया है, लेकिन काबुल एयरपोर्ट पर एक बार फिर फायरिंग शुरू हो गई है। काबुल एयरपोर्ट पर रुक-रुककर फायरिंग हो रही है।
पाकिस्तान का कनेक्शन इस्लामिक स्टेट(खुरासान) और तालिबान दोनों से है। दक्षिण एशिया में कहीं भी आतंकवादी हमला हो, बेगुनाहों का खून बहे तो बात घूम फिर कर पाकिस्तान की सरज़मीं तक पहुंच ही जाती है।
एक तरफ तालिबानी नेता अफगानिस्तान में शांति की बात कर रहे हैं तो वहीं उनके लड़ाके जगह-जगह आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं। अफगानिस्तान में तालिबान ने काबुल में अपने आतंकियों की संख्या बढ़ा दी है। तालिबान ने ये फैसला अफगानिस्तान के नांगरहार में ISIS के खुरासान ग्रुप के ठिकाने पर अमेरिका के हमले के बाद लिया है।
विदेश मंत्री जीन येस ली ड्रिआन और रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने घोषणा की कि निकासी अभियान में अफगानिस्तान से करीब तीन हजार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर किए गए हमले पर जवाबी कार्रवाई करते हुए इस्लामिक स्टेट के खिलाफ ड्रोन अटैक किया है, अमेरिका ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आत्मघाती धमाकों के 48 घंटे से भी कम समय में यह जवाबी कार्रवाई की है।
नांगरहार में एयरस्ट्राइक के बाद अमेरिका ने काबुल में अमेरिकन एंबेसी के जरिए अपने नागरिकों को सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। अमेरिका ने अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट के सभी गेट से फौरन हट जाने को कहा है।
न्यूज एजेंसी AFP ने पेंटागन के हवाले से बताया है कि अमेरिका की तरफ से मानव रहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में किया गया। अमेरिका की तरफ से टारगेट को हिट करने की बात कही गई है।
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