इनामुल्लाह ने आगे कहा कि सरकार की संरचना पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन अनुभव के आधार पर पूरी तरह से इस्लामी नेतृत्व होना चाहिए और सभी पक्षों को शामिल होना चाहिए।
पाकिस्तान चैनल से जब उनसे पूछा कि क्या तालिबान भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है तो सुहैल शाहीन ने कहा कि अगर उनके अधूरे प्रोजेक्ट्स जैसे डैम, सड़क हैं तो वो उन्हें पूरे करें
तालिबान से जान बचाने के लिए हजारों की तादाद में अफगानी कल काबुल एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां से पूरे दिन झकझोरने वाली तस्वीरें सामनें आती रहीं। अफगानिस्तान के हालातों पर जहां विश्व समुदाय चिंतित है, वहीं चीन, पाकिस्तान और रूस तालिबान को अफगान सरकार के तौर पर मान्यता देने की बात कर रहे हैं।
'हमने तालिबान को स्पष्ट कर दिया है कि अगर वे हमारे लोगों पर हमला करते हैं या हमारे ऑपरेशन को बाधित करते हैं, तो अमेरिका की प्रतिक्रिया तेज और जोरदार होगी।'
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को दावा किया कि अफगानिस्तान में बदले सुरक्षा हालात के बाद कई हिन्दुओं और सिखों ने काबुल के करते परवान गुरुद्वारे में शरण ली हुयी है।
अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। अफगानिस्तान में लंबे समय से चले आ रहे युद्ध में रविवार को तालिबान के चरमपंथियों ने राजधानी काबुल में प्रवेश कर राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था, अफगानिस्तान में तालिबान के राज के साथ ही अब बड़ा सवाल ये है कि क्या तालिबान पर 'भरोसा' किया जा सकता है?
काबुल एयरपोर्ट पर लोग विमानों के आगे दौड़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि विदेशी सैनिकों के निकलने के बीच तालिबान ने देश पर कब्जा कर लिया है और बीते रविवार को वे राजधानी काबुल पहुंच गए और उन्होंने राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले लिया है।
2020-21 में भारत-अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 1.4 अरब डॉलर रहा, जो 2019-20 में 1.52 अरब डॉलर था। 2020-21 में भारत से निर्यात 82.6 करोड़ डॉलर और आयात 51.0 करोड़ डॉलर था।
अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। तालिबान राज की शुरुआत होते ही काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है।
अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास है। इसमें पहले हफ्ते अफगानिस्तान में हालात पर चर्चा हुई थी।
सुरजेवाला ने कहा, "प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सामने आना चाहिए और देश को बताना चाहिए कि हमारे राजनयिकों और नागरिकों को किस प्रकार से सुरक्षित वापस लाया जाएगा और अफगानिस्तान को लेकर हमारी आगे की रणनीति क्या होगी?"
Kabul Live Updates: अफगानिस्तान में अब तालिबान का राज आ चुका है। तालिबान राज की शुरुआत होते ही काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है। कल शाम से ही वहां हजारों लोग देश छोड़ने के लिए मौजूद है।
तालिबान के एक प्रवक्ता एवं वार्ताकार सुहैल शाहीन ने कहा कि इस्लामिक अमीरात ने अपने मुजाहिदीन को एक बार फिर निर्देश दिया है कि कोई भी लड़ाका बिना अनुमति के किसी के घर में प्रवेश नहीं कर सकता है।
अमेरिका ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट से अपने नागरिकों और सहयोगियों को सुरक्षित निकालने के लिए 6000 सैनिकों को तैनात किया जाएगा।
तालिबान ने हाल के दिनों में अफगानिस्तान के जिन इलाकों पर कब्जा किया है, वहां महिलाओं को घर के किसी पुरुष सदस्य के बिना बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।
एयर इंडिया का एक विमान यात्रियों को लेकर काबुल से दिल्ली पहुंचा है।
अफगानिस्तान के एक सांसद और तालिबान ने कहा है कि चरमपंथियों ने जलालाबाद पर कब्जा कर लिया है और काबुल देश के पूर्वी हिस्से से कट गया है।
लोगार से सांसद होमा अहमदी ने बताया कि तालिबान ने पूरे प्रांत पर कब्जा कर लिया है, जिसमें उसकी राजधानी भी शामिल है और वह शनिवार को पड़ोसी काबुल प्रांत के एक जिले में पहुंच गया।
अफगानिस्तान के अधिकारियों ने कहा है कि तालिबान ने एक और प्रांतीय राजधानी पर कब्जा कर लिया है। कंधार प्रांत की राजधानी कंधार अफगानिस्तान की 34 प्रांतीय राजधानियों में से 12वीं राजधानी है जिस पर उग्रवादियों का कब्जा हो गया है।
तालिबान आतंकी अफगानिस्तान में एक के बाद एक शहर पर कब्जा करते जा रहे हैं। तालिबान अब राजधानी काबुल के और करीब पहुंच गए हैं। तालिबान ने रणनीतिक रूप से बेहद अहम शहर गजनी पर भी कब्जा कर लिया है। पिछले एक सप्ताह में यह 10वीं प्रांतीय राजधानी है जिस पर तालिबान के आतंकियों ने कब्जा किया है।
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