मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जोरदार हमला बोला है।
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि 15 महीने की पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान इस जोड़ी ने सूबे का सत्यानाश कर दिया और विकास की कीमत पर ‘बड़े भाई-छोटे भाई’ ने प्रदेश को खूब लूटा।
सिंधिया, राज्य में 7 महीने पहले के उस सियासी तख्तापलट के प्रमुख सूत्रधार रहे थे जिसके तहत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के एक साथ इस्तीफा देकर भाजपा के पाले में चले जाने से कमलनाथ सरकार का पतन हो गया था।
मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है, मगर कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की प्रचार अभियान से दूरी चर्चाओं में है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ सरकार मे जिन 22 विधायकों ने त्यागपत्र दिया था वे सरकार में परेशान थे और मध्य प्रदेश की जनता के लिए विकास और प्रगति लाने के लिए ही उन्होंने सरकार छोड़ी थी। उन्होंने कहा चुनाव जीतने के बाद कमलनाथ जी कई विधानसभाओं में 15 महीने तक भी कदम नहीं रखा।
मध्य प्रदेश में 3 नवंबर को विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों के नामों की घोषणा कर दी है।
अशोकनगर में आयोजित कांग्रेस की सभा में रविवार को यादव ने आरोप लगाया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के परदादा के स्वर्गवास के दिन उनके एक वफादार कुत्ते की भी मौत हुई थी। उस कुत्ते की याद में एक समाधि ग्वालियर में बनवाई गई। उस वफादार कुत्ते की समाधि भी 13 करोड़ में बेचने का काम किया गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सिंधिया राजघराने पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सिंधिया राजघराना वह है, जब देश के लोग आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब ये लोग अंग्रेजों के जूते-चप्पल उठाकर देश के साथ गद्दारी कर रहे थे।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम पर पुलिस को फोन करने वाले शख्स को पुलिस ने पकड़ लिया है।
सिंधिया ने कहा कि देश की जनता जागरुक है और सकारात्मक सोच के साथ जुड़ी हुई है और जुड़ी रहेगी।
पटवारी ने सिंधिया पर आरोप लगाया कि सिंधिया अपनी विभिन्न मांगें पूरी कराने के लिए सूबे में कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस की पिछली सरकार पर अनुचित दबाव बनाते थे।
मध्यप्रदेश की सियासत में एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 'केंद्र' बनते जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के समय जहां भाजपा का नारा था 'हमारे नेता तो शिवराज, माफ करो महाराज' वहीं अब नारा भी बदलकर 'साथ चलो शिवराज-महाराज' हो गया है।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि दिसंबर 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस नीत सरकार आने पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री का पद देने का प्रस्ताव किया था लेकिन जनता की भलाई के लिए मैंने इसे ठुकरा दिया था।
सिंधिया के करीबी और ग्वालियर इकाई के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण) मोहन सिंह राठौड़ का कहना है कि, आगामी तीन दिनों में 10 हजार से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता भाजपा का दामन थामेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश में इतनी मेहनत करेंगे।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव कोरोना वायरस संक्रमित पाये गये हैं। इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट कर मंगलवार रात को दी है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार को महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक हादसे में घायल होने से बाल-बाल बच गए।
उन्होंने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में जाने के लिये ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट पर भी निशाना साधा। दीक्षित ने कहा कि पार्टी में लड़ाई युवा बनाम वरिष्ठ के बीच नहीं, बल्कि बलपूर्वक सबकुछ हासिल करने वालों और मेहनत कर के कुछ पाने वाले लोगों के बीच है।
पहले मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और अब राजस्थान में सचिन पायलट की बगावत के बाद कांग्रेस में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की कार्यशैली और उनके नजदीकी समझे जाने वाले नेताओं पर सबका ध्यान केंद्रित है।
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