मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नए अध्यक्ष और निगम-मंडलों में नियुक्ति को लेकर जारी माथापच्ची के बीच सियासी तूफान खड़ा होने के आसार बनने लगे हैं।
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से चुनाव हराकर देशभर में सुर्खियों में आए भाजपा सांसद कृष्णपाल सिंह यादव का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है।
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि यह प्रस्तावित कानून देश की संस्कृति की "वसुधैव कुटुम्बकम्" की हजारों साल पुरानी अवधारणा और डॉ. भीमराव आम्बेडकर रचित संविधान के खिलाफ है।
कांग्रेस को जहां नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम का ऐलान करना है, वहीं सरकार बनने के बाद से खाली पड़े निगम, मंडल अध्यक्ष पदों पर नियुक्ति होनी है। इसको लेकर पार्टी के भीतर लगातार मंथन जारी है।
सिंधिया इस साल लोकसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट गुना से हार गये थे। उसके बाद से राजनीतिक गलियारों में अफवाहें चल रही थीं कि वह कांग्रेस से नाराज हैं।
सोशल मीडिया में मध्य प्रदेश के पोहरी विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुरेश राठखेड़ा का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें राठखेड़ा को यह कहते सुना जा सकता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया वो शक्ति हैं, जो जिस दिन चाहेंगे उस दिन पार्टी खड़ी कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में कुर्सी का संकट फिलहाल जारी है, लेकिन अब पड़ौसी राज्य मध्य प्रदेश में भी राजनीतिक संकट की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में क्या अभी भी महाराज का राज चलता है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि ग्वालियर प्रवास के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया कलेक्टर कार्यालय पर आयोजित सरकारी बैठक में पहुंच गए।
ज्योतिरादित्य भले ही सरकार में मंत्री हो ना हो, लेकिन ‘श्रीमंत’ जब भी ग्वालियर का दौरा करते हैं तो बाकायदा प्रेस नोट में लिखा जाता है कि आज मुलाकात होगी कलेक्टर कार्यालय में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ।
मध्य प्रदेश में नए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की चर्चाओं को मुख्यमंत्री कमलनाथ के दिल्ली प्रवास ने एक बार फिर हवा देने का काम किया है। कयासबाजी तेज हो गई है और पार्टी के नेता जल्दी ही नए अध्यक्ष के नाम के ऐलान की उम्मीद लगा बैठे हैं।
मध्य प्रदेश में अल्पमत वाली कांग्रेस सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की गैरमौजूदगी मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी के चरम पर होने का इशारा कर रही है।
21 तारीख को होने वाले चुनाव के 2 दिन पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ तीसरी रैली कर झाबुआ का किला फतह करने की जद्दोजहद करेंगे। लेकिन इस पूरे चुनाव के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की झाबुआ में गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर से मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को पत्र लिखा है और जन शिकायतों के निपटारे कि लिए सरकार से कार्रवाई करने और उस कार्रवाई से उन्हें अवगत कराने का आग्रह किया है
शिवपुरी में सिंधिया लोगों के बीच में भावुक हो गए। सिंधिया ने कहा कि जो नतीजे आए हैं, उससे मेरे दिल में चोट तो है ही पर संबंध भी है। अब हाथ भी मेरे बंधे हैं लेकिन जनता नहीं मान रही है। फिर भी मैं आप लोगों के लिए जितना संभव है मैं कर रहा हूं।
गुरुवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भिंड प्रवास पर थे। सिंधिया के नगर आगमन को लेकर पूरे शहर में उनके स्वागत के लिए पोस्टर लगाए गए थे।
15 सालों बाद कांग्रेस के लिए सत्ता की सीढ़ी बनी किसान कर्ज माफी 9 महीने के बाद भी कांग्रेस सरकार के लिए जी का जंजाल बनती जा रही है। 10 दिनों में राहुल गांधी के कर्ज माफी के वादे के बावजूद ज्यादातर किसानों की कर्ज माफी नहीं हुई है।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी को आत्म अवलोकन की नसीहत दी है। सिंधिया ने कहा कि ये समय की मांग है और पार्टी में सुधार करना समय की जरुरत है।
कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर गुटबाजी के कयासों के बीच कहा कि अपना खून-पसीना बहा कर सूबे में कांग्रेस की सरकार बनवाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की आन-बान-शान कायम रखना उनका फर्ज है।
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के साथ मुलाकात स्थगित होने की खबर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि उन्होंने सोनिया गांधी से मिलने का समय नहीं मांगा था
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सब ठीक नहीं चल रहा।
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