मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार मंगलवार को होने के संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री बनने के लगभग तीन माह बाद रविवार दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संभावित मंत्रियों की सूची के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा ओर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से लंबी चर्चा की।
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने के बाद मध्य प्रदेश से राज्यसभा की सीट जीत चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया की निगाह अब मोदी सरकार के आगामी कैबिनेट विस्तार पर टिकी है।
देश के आठ राज्यों से राज्यसभा की 19 सीटों के लिए आज चुनाव होगा। गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच करीबी मुकाबला होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा के उपचुनावों से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के 300 से ज्यादा समर्थकों ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
आगामी समय में राज्य में 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं। इनमें 22 वे क्षेत्र हैं, जहां से सिंधिया समर्थकों ने इस्तीफा दिया है और भाजपा इन सभी 22 नेताओं को पार्टी का उम्मीदवार बनाने का लगभग मन बना चुकी है।
भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से दी।
बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया का स्वास्थ्य खराब होने पर दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। उनमें कोविड-19 जैसे लक्षण मिले हैं।
सिंधिया पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ''गुना सीट से लोकसभा चुनाव हारने के बाद सिंधिया ने दुश्मन के साथ दोस्ती की। जिसने हराया, उसके साथ उन्होंने दोस्ती की। पार्टी छोड़कर जो काम किया है, जनता आपको :सिंधिया को: माफ नहीं करेगी।''
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से ‘BJP’ हटाया था जिसके बाद उनको लेकर कई तरह की अटकलें लगना शुरू हो गई हैं। हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।
मध्य प्रदेश से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। पूर्व सांसद और बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर अकाउंट से बीजेपी हटा दिया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तीखे हमले के साथ रविवार को कांग्रेस में "घर वापसी" करने वाले पूर्व लोकसभा सांसद प्रेमचंद बौरासी "गुड्डू" पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने पलटवार किया।
ग्वालियर में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शमिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ पोस्टर लगे है। सिंधिया को खोजने वाले को 5100 रुपये के इनाम का ऐलान किया गया है।
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने पांच जिलों की छह इकाइयों की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। ये इकाइयां कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र की हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव हालांकि बसपा के चुनाव लड़ने से उनकी पार्टी को नुकसान की आशंका को नकारते हैं। उनका कहना है कि बसपा का अब वैसा प्रभाव नहीं रहा, जैसा पहले हुआ करता था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल का मंगलवार को गठन हो गया। भाजपा खेमे से तीन और ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से दो मंत्रियों ने आज शपथ ली। भाजपा से वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल मंत्री बने
दिग्विजय ने कहा कि2018 में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें मध्यप्रदेश का उपमुख्यमंत्री पद संभालने का न्यौता भी दिया था। लेकिन उन्होंने स्वयं इसे अस्वीकार कर अपने समर्थक तुलसी सिलावट को उपमुख्यमंत्री बनाने की पेशकश कर दी थी। कमलनाथ तुलसी सिलावट को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार नहीं हुए और हाल के घटनाक्रम ने ये साबित भी कर दिया है कि वे सही थे।
कांग्रेस के बागी 21 पूर्व विधायकों ने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने इन विधायकों को यहां अपने निवास पर पार्टी की सदस्यता दिलवाई।
इन विधायकों के इस्तीफे के बाद अब राज्य में उपचुनाव भी होगा। 22 विधायकों ने हाल में इस्तीफा दिया है और दो सीटें पहले से खाली चल रही हैं। ऐसे में राज्य में कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होना है।
2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच खींचतान बनी हुई थी, उस समय चुनाव के नतीजों के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कमलनाथ भारी पड़े थे
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