केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए, क्योंकि इंतजार का फल मीठा होता है।
राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मध्य प्रदेश में होने वाले चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगी, जहां कांग्रेस के कम से कम 22 विधायकों के बगावत के चलते कमलनाथ सरकार का भविष्य अधर में लटक गया है।
भाजपा के सदस्य बनने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया का दिन बेहद व्यस्त रहा। रात को 'महाराज' सिंधिया पूर्व सीएम शिवराज के निवास स्थान पर पहुंचे, जहां शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना ने खुद उन्हें भोजन करवाया।
कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे राज्यसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद को भाजपा के हवाले करने का ऐलान करते हुए इशारों में कहा कि 'कमलनाथ सरकार जाने वाली है।'
शिवराज ने भाजपा के प्रदेश दफ्तर में आयोजित समारोह में कहा, "रावण की लंका को पूरी तरह जलाने के लिए विभीषण की तो जरूरत होती है। मेरे भाई और अब तो सिंधिया जी हमारे साथ हैं। मिलकर लड़ेंगे भी और इनको धाराशायी भी करेंगे।"
भाजपा ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी जहां गोपाल भार्गव को सौंपी है तो प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा को बनाया है। राज्य में भाजपा के प्रमुख नेताओं में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय, सांसद राकेश सिंह की गिनती होती है।
सिंधिया के विशेष विमान से दिल्ली से भोपाल पहुंचने के बाद भाजपा ने उनके स्वागत में पलक पांवड़े बिछा दिए। हवाई अड्डे से लेकर भाजपा के दफ्तर तक के लगभग 20 किलोमीटर के रास्ते में सिंधिया के स्वागत के लिए एक तरफ जहां होर्डिग-बैनर लगाए गए थे तो कार्यकर्ता हाथों में भाजपा के झंडे लिए मालाएं पहनाकर और गुलदस्ते देकर स्वागत करने में लगे रहे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस से बेरुखी की दास्तां काफी लंबी है। 18 महीने पहले मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय कमलनाथ जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए, सिंधिया तभी नाराज हो गए थे।
गुरुवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल पहुंचे। यहां भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। सिंधिया ने अपने भाषण में कहा, "मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि भाजपा ने मेरे लिए दरवाजे खोले।"
मध्य प्रदेश में सियासी खींचतान रोज नए मोड़ ले रही है। विधायकों के इस्तीफे हो रहे हैं, इस्तीफे संदेश वाहक के जरिए विधानसभा अध्यक्ष को भेजे जा रहे हैं। कमलनाथ सरकार के संकट में होने की बात कही जा रही है।
राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्या सिंधिया के बीजेपी में जाने पर पहली बार मीडिया के सामने खुलकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वे विचारधारा को जेब में रख आरएएसएस के साथ चले गए। उन्हें बीजेपी में आत्म सम्मान नहीं मिलेगा मिलेगा।
कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज भोपाल पहुंचे जहां एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया हुआ। सिंधिया के स्वागत के इंतजार में बड़ी तादाद में उनके समर्थक एयरपोर्ट पर जमा थे।
मध्य प्रदेश में जारी सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस के विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक पुलिस के द्वारा बंधक बनाया हुआ है।
मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच विधानसभा के स्पीकर ने इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के सभी बागी विधायकों से शुक्रवार तक पेश होने का आदेश दिया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कट्टरवादी सोच के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और वह आगे भी जारी रहेगी, अंतिम सांस तक कांग्रेसी रहूंगा। सिंह ने गुरुवार को विधानसभा पहुंचकर नामांकन भरा और पार्टी हाईकमान के प्रति आभार जताया।
कांग्रेस से 18 साल पुराना रिश्ता तोड़ भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठों से मिलने में व्यस्त रहे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है।
भोपाल में सिंधिया के जोरदार स्वागत की तैयारी की गई है। विभिन्न स्थानों पर होर्डिग-पोस्टर लगाए गए हैं, इनमें से कई पोस्टरों पर अज्ञात लोगों ने कालिख पोत दी है।
कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद कुछ नेताओं ने आशंका जतायी है कि उनके जाने से पुराने नेताओं द्वारा स्थापित यह धारणा टूटने लगेगी कि ‘पार्टी में सब सही है’।
राज्य शासन ने जिन पांच जिलों के कलेक्टर बदले हैं उनके तीन जिले ग्वालियर, गुना और विदिशा वह जिले हैं जिन्हें ज्येातिरादित्य सिंधिया का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है।
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