टेस्ला के CEO एलन मस्क ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सियासी भविष्य पर बड़ा बयान दिया है। बता दें कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के पीछे मस्क का भी बड़ा योगदान माना जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनिया के कई देशों के भीतर सरकार में तनाव का माहौल हो गया है। खुद अमेरिका के पड़ोसी देश कनाडा ने भी अब इस मामले में बड़ा कदम उठाया है।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जस्टिन ट्रूडो सरकार की आलोचना की क्योंकि उसने विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के कैनबरा में प्रेस वार्ता के दौरान एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट को ब्लॉक कर दिया था।
कनाडा में हिंदुओं पर हो रहे हमले की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। अब विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में खड़े हो कर कनाडा को लताड़ लगाई है। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा।
कनाडा के ब्रैम्पटन में स्थित हिंदू सभा मंदिर में बीते दिन खालिस्तानी चरमपंथियों ने हमला कर दिया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें मंदिर के बाहर एक पुलिस अधिकारी भी खालिस्तानियों के साथ प्रदर्शन कर रहा था।
आज कनाडा से परेशान करने वाली खबर आई....खालिस्तानियों में मंदिर में घुसकर हिन्दुओं पर हमला किया....हिन्दुओं को पीटा गया....और कनाडा की पुलिस तमाशा देखती रही....हैरानी की बात ये है कि खालिस्तानी मंदिर में घुसे....लाठी डंडों से हिन्दुओं पर हमला खालिस्तानियों ने किया...घायल हिन्दू हुए...और कनाडा की पुलि
कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर देश के लोगों में गुस्सा है। सीधे तौर पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर निशाना साधा जा रहा है। वहीं, अब केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने जस्टिन ट्रूडो को लेकर बड़ी बात कही है।
Canada Hindu Temple Attack | खालिस्तानियों ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमल किया। हिंदू श्रद्धालुओं को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा गया। हालांकि पीएम Justin Trudeau ने घटना पर दुख जाहिर किया है। देखिए क्या है पूरा मामला।
भारत और कनाडा के बीच संबंधों में और ज्यादा तनाव बढ़ सकता है। ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला कर के वहां लोगों के साथ मारपीट की है।
कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तानियों ने भयंकर उत्पात मचाया है। खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर में घुसकर लोगों पर लाठियों से हमला किया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अप्रवासियों की संख्या कम करने की बात कही है। कनाडा सरकार का यह कदम अप्रवासियों के मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अब अप्रवासियों के लिए कनाडा में नौकरी पाना और बसना मुश्किल हो जाएगा।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने साफ कर दिया है कि वह फिर से चुनाव लड़ेंगे और लिबरल पार्टी का नेतृत्व करेंगे। ट्रूडो ने यह फैसला उस समय लिया है जब उनकी पार्टी के अंदर ही बगावत नजर आ रही है।
कनाडा ने भारत के मोस्टवांटेड आतंकी गोल्डी बरार का नाम अपनी वांछितों की लिस्ट से अचानक बाहर निकाल दिया है। इससे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मंशा को आसानी से भांपा जा सकता है। कनाडा हमेशा से भारत विरोधी तत्वों का समर्थक रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सियासी भविष्य संकट के बादल मडराते हुए नजर आ रहे हैं। लिबरल सांसदों ने उनके इस्तीफे की मांग करते हुए अल्टीमेटम तक दे दिया है।
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव जारी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा बयान दिया है जो कि चर्चा का विषय बन गया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हल्के-फुल्के रिश्तों में यकीन नहीं करता।
भारत-कनाडा के बीच उपजे ताजा विवाद पर विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर कनाडा को कठघरे में खड़ा किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कनाडा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अब तक इस मामले में भारत को कोई सुबूत नहीं दिया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने माना है कि उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े सबूत भारत को नहीं दिए थे। अब इस मामले में भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है।
भारत-कनाडा के रिश्तों में जारी तनाव के बीच जस्टिन ट्रूडो का बड़ा कुबूलनामा सामने आया है। ट्रूडो ने माना है कि उन्होंने निज्जर की हत्या से जुड़े सबूत भारत को नहीं दिए थे।
कनाडा ने भले ही भारत पर आरोपों का पिटारा खोल दिया हो लेकिन ऐसा लगता है कि आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो का रुख उनके मुल्क को काफी भारी पड़ने वाला है।
भारत और कनाडा के बीच आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर चल रहे विवाद में ब्रिटेन भी कूद गया है। बता दें कि पिछले कुछ घंटों में निज्जर मामले पर भारत और कनाडा के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है।
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