Joshimath को बचाने की आखिरी कोशिशें शुरू हो गई हैं। आज उन दो होटलों को ढहाया जाएगा जिन्हें कल ध्वस्त किया जाना था। प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करके होटल बनाया गया है इसलिये उसे गिराया जा रहा है। #JoshimathCrisis #joshimathnews
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। वहीं Joshimath में बदरीनाथ की तर्ज पर मुआवजा दिए जाने की मांग पर महिलाओं ने धरना दिया हुआ है।#JoshimathRescue #JoshimathDemolition
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। कल लोगों के Protest की वजह से होटल को गिराने का काम रोक दिया गया था। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है। #JoshimathRescue #JoshimathDemolition #super100
Uttarakhand के Joshimath के उन दोनों होटलों का Demolition शुरू होने वाला है, जो झुक गए हैं। कल लोगों के Protest की वजह से होटल को गिराने का काम रोक दिया गया था। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है।#JoshimathRescue #JoshimathDemolition
जोशीमठ का काउंटडाउन शुरु हो गया है। NDRF, SDRF, PAC, फायर ब्रिगेड की टीम जोशीमठ पहुंच चुकी है। Uttarakhand प्रशासन के बड़े अफसर भी जोशीमठ में मौजूद हैं। तैयारी पूरी हो चुकी है। कल किसी भी वक्त जोशीमठ के 2 होटल्स पर बु #joshimath #joshimathlandsinking #joshimathcrisis
क्या जोशीमठ की आपदा मानव निर्मित है? ये सवाल इसलिए अहम है क्योंकि बार-बार चेतावनी के बावजूद प्रशासन ने कोई पहल नहीं की. साल 1976 में ही जोशीमठ को लेकर सरकार को MC Mishra ने चेतावनी दी थी.
Uttarakhand के जोशीमठ में लगातार हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। प्रशासन पहले ही प्रभावित मकानों वाले इलाक़े को डेंजर जोन घोषित कर चुका है। अब दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरु हो रहा है।
Uttarakhand के जोशीमठ में लगातार हालात बिगड़ते चले जा रहे हैं। प्रशासन पहले ही प्रभावित मकानों वाले इलाक़े को डेंजर जोन घोषित कर चुका है। अब दरकते भवनों को जमींदोज करने का काम शुरु हो रहा है।
Uttarakhandजोशीमठ में आज जो कुछ हो रहा है इसकी जिम्मेदारी कौन-कौन सी सरकारों पर जाएगी? आशियानें गिर जाएंगे गुनहगार कब जाएंगे? जोशीमठ में बार-बार चेतावनी के बावजूद क्यों सोती रही प्रशासन?
फिलहाल लोगों को जोशीमठ से सुरक्षित बाहर निकालना ही एकमात्र उपाय है। हालांकि लोग आसानी से अपना घर-बार छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वे विरोध कर रहे हैं। उनकी भावनाएं समझी जा सकती हैं क्योंकि जहां पीढ़ियों से रह रहे हैं।
जोशीमठ के लोगों का दर्द है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। घरों और सड़कों पर पड़ी दरारें की चौड़ाई लगातार बढ़ रही है। डेंजर जोन से लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है।
जोशीमठ में आई पहाड़ फाड़ आफत लगातार बढ़ती जा रही है। जोशीमठ के हालात से निपटने के लिए देहरादून से लेकर दिल्ली तक सरकार एक्शन में हैं। यहां आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में दरारें आ गई हैं। शिव मंदिर भी धंस चुका है। यहां अभी तक 678 जगहों पर दरारें आ चुकी है।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। इसी बीच वहां के लोगों ने बताया कि कैसे वो अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने हालांकि इस मामले पर तत्काल सुनवाई के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका को सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। बद्रीनाथ रोड पर बने दो होटलों को तोड़ने का काम जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है।#JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews #JoshimathHotelsJoshimath News
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। सबसे पहले Joshimath के वो दो होटल गिराए जा रहे हैं जो सबसे ज़्यादा बुरी हालत में हैं। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम शुरू हो गया है।#JoshimathDemolition
Joshimath में इमारतों और ज़मीन की दरारें चौड़ी होती जा रही हैं और जैसे जैसे दरारें चौड़ी हो रही है Joshimath पर संकट भी बढ़ता जा रहा है। जिन होटलों और मकानों में ज़्यादा दरारें हैं उन्हें गिराने का काम आज से शुरू हो जाएगा।#joshimath #joshimathnewstoday
जोशीमठ में जमीन धंसने के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू किया जा रहा है। आज जोशीमठ के दो होटल्स 'होटल मलारी' और 'माउंट व्यू' को हटाया जाएगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़