उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में घरों में दरारें आने को लेकर प्रशासन ने इस इलाके का सर्वे भी शुरू कर दिया है
जोशीमठ में पल-पल बदलते हालात पर हमारी नजर बनी हुई है, ऐसे में शहर पर आए संकट से जुड़े हर जरूरी अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें:
दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता पहले ही बढ़ा दी थी, और अब उत्तरकाशी में भूकंप की खबरें लोगों को और परेशान कर रही होंगी।
जोशीमठ में मलारी इन और माउंट व्यू होटल वो इमारतें हैं जो आज जोशीमठ में हजारों जिंदगियों के लिए खतरा बन गई हैं। एक-दूसरे की तरफ झुके ये दोनों होटल जोशीमठ में भ्रष्टाचार के जीते जागते सबूत हैं।
इसरो से जारी हुई जोशीमठ की सैटेलाइट तस्वीरें में साफ-साफ देखा जा सकता है कि जोशीमठ का कौनसा हिस्सा धंसने वाला है। यह सभी तस्वीरें काटरेसैट-2एस सैटेलाइट से ली गई हैं।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने गुरुवार को राज्य सरकार से चमोली जिले के भूमि धंसाव प्रभावित जोशीमठ कस्बे के लिए एक मजबूत योजना बनाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने सरकार को इस मामले पर गौर करने के लिए स्वतंत्र विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाने का निर्देश दिया।
बागपत के ठाकुरद्वारा क्षेत्र में जोशीमठ जैसे हालात बन रहे हैं। यहां 25 घरों में दरारें आई हैं। इस महीने की शुरुआत में उत्तराखंड के जोशीमठ में सैकड़ों घरों में दरारें पड़नी शुरू हो गई थीं।
जोशीमठ में जमीन धंसने को लेकर एक थ्योरी चल रही है कि NTPC की टनल की वजह से शहर में दरारें आ गई हैं। टनल के अंदर धमाके की वजह से जमीन धंस रही है।
Joshimath में सीएम Pushkar Singh Dhami उन सभी एजेंसी के साथ मीटिंग्स करने वाले हैं जो लोगों के राहत और बचाव के साथ पुनर्वास पैकेज तैयार करने में लगे हैं। #Joshimathcrisis #JoshimathHotelDemolition #JoshimathSinking
दरारें पड़ने से दरक रहे उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में मौसम का मिजाज बिगड़ने से कड़ाके की ठंड ने पीड़ितों की चिंता और बढ़ा दी हैं।
Joshimath में प्रभावितों को मदद का ऐलान किया गया है। उत्तराखंड सरकार प्रभावित परिवारों को देगी डेढ़-डेढ़ लाख रुपए दिए जाने की बात कही गई है। #joshimathrescue #superfast200 #top200
उत्तराखंड के जोशीमठ में संकट कम नहीं हुआ है। अब तक करीब पांच सौ परिवारों को राहत कैंप में शिफ्ट किया जा चुका है, तो वहीं सीएम धामी खुद जोशी मठ में कैंप कर रहे हैं।
Uttarakhand के Joshimath में करीब 500 परिवारों को राहत कैंप में शिफ्ट किया जा चुका है तो वहीं, CM Pushkar Singh Dhami खुद जोशीमठ में कैंप कर रहे हैं। #JoshimathRescue #JoshimathDemolition #super100
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भूधंसाव से प्रभावित मकानों को गिराने संबंधी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए लोगों से कहा कि इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जोशीमठ मामले को लेकर एनटीपीसी की टनल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक तरफ टनल पर आरोप लग रहे हैं कि उसकी वजह से जोशीमठ की ये हालत हुई है, वहीं एनटीपीसी के सूत्रों का कहना है टनल इस मामले के लिए जिम्मेदार नहीं है।
जोशीमठ को बचाने के लिए आज बड़े एक्शन की तैयारी है। दो होटल गिराए जाने हैं, लेकिन विरोध प्रदर्शन की वजह से अभी तक होटल तोड़ने की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकती है.। खराब मौसम की वजह से भी कार्रवाई शुरू करने में दिक्कत आ रही है।
उत्तराखंड के जोशीमठ को बचाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक खतरनाक होटलों को गिराने का काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके पीछे 2 वजहें सामने आई हैं। होटल मालिकों ने होटलों को गिराने के मामले को लेकर हंगामा भी किया था।
उत्तराखंड में जोशीमठ जैसी और भी आपदाएं आ रही हैं। पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हश्र हो सकता है। इन जिलों के स्थानीय लोगों को जोशीमठ जैसे संकट का खौफ है।
Joshimath को बचाने की आखिरी कोशिशें शुरू हो गई हैं। आज उन दो होटलों को ढहाया जाएगा जिन्हें कल ध्वस्त किया जाना था। प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करके होटल बनाया गया है इसलिये उसे गिराया जा रहा है। #JoshimathCrisis
मौसम विभाग ने आज जोशीमठ में बारिश और बर्फबारी की भी आशंका जताई है। अगर इन हालात में बारिश होती है तो जोशीमठ पर खतरा और बढ़ सकता है।
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