अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 में शामिल होने के बाद आज राजघाट पर पीएम मोदी के साथ महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह वियतनाम की यात्रा पर रवाना हो गए। जाने से पहले जी-20 के मंच से शनिवार को भारत से यूरोप तक इकोनॉमिक कोरिडोर बनाने का ऐलान करके बाइडेन ने चीन को बड़ा सदमा दे दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपित जो बाइडेन ने जी-20 के मंच से इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कोरिडोर का ऐलान करके चीन को बड़ा सदमा दिया है। इससे चीन के बाजार और अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा। इस कोरिडोर के बनने के बाद भारत की आर्थिक स्थिति इन देशों में सीधा व्यापार संपर्क मार्ग मिलने से बेहद मजबूत हो जाएगी।
जी-20 में भाग लेने नई दिल्ली आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को कोर्ट के एक फैसले से झटका लग गया है। अमेरिका के ह्वाइट हाउस और एफबीआइ ने कुछ सोशलमीडिया मंचों को सरकार को पसंद नहीं आने वाली पोस्ट हटाने को मजबूर किया था। मगर कोर्ट ने सरकार के इस फैसले को खारिज कर दिया।
भारत की राजधानी नई दिल्ली में जी20 शिखर वार्ता की शुरुआत हो चुकी है। 9-10 सितंबर को होने वाली शिखर वार्ता में दुनियाभर के नेताओं द्वारा कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
भारत की आजादी के बाद से केवल 8 अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने भारत का दौरा किया है। इनमें से 3 राष्ट्रपतियों का स्वागत पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है जो कि एक रिकॉर्ड है।
जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक के बाद जहां लीडर्स घोषणा पत्र जारी किया गया वहीं भारत मध्य पूर्व यूरोप कॉरिडोर का भी ऐलान किया गया है। इसके साथ नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठकें भी हुईं।
जी20 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से भी ज्यादा देशों के नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता मुलाकात और वार्ता करेंगे। पीएम ने शुक्रवार को तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। वहीं वो शनिवार और रविवार को भी कई नेताओं से मुलाकात करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत में होने वाले जी20 सम्मेलन में हिस्सा लेने एक लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। बतौर राष्ट्रपति यह उनकी पहली भारत यात्रा है। इससे पहले वह साल 2013 में भारत आये थे।
जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति हैं। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीक्रेट सर्विस के हवाले है। वह भारत आ रहे हैं तो उनके साथ उनकी कार का काफिला भी साथ आ रहा है।
9-10 सितंबर तक चलने वाले G20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत की राजधानी नई दिल्ली आ रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच अहम मुद्दों पर चर्चा संभव है।
अमेरिका में 2024 में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनावों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मौजूदा प्रेजिडेंट जो बाइडेन पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं, लेकिन भारतीय मूल की एक उम्मीदवार को ट्रंप से भी ज्यादा समर्थन मिलता दिख रहा है।
दिल्ली में जी20 की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और कई देशों के नेता भारत की राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं। ऐसे में पीएम मोदी की बैठकों लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है।
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में विशेष सुविधाओं से युक्त भारत मंडपम देश के पहले जी-20 शिखर सम्मेलन का गवाह बनने जा रहा है। 9, 10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में शामिल होने आने वाले विश्व के नेताओं को ठहरने और उनकी सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है। सभी जगह अभेद्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
जी20 समिट में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन आज शाम भारत पहुंचने वाले हैं। इस दौरान जो बाइडन अपनी स्पेशल गाड़ी बीस्ट में सफर करेंगे और जिस रूट से वे गुजरेंगे उस रूट को बंद कर दिया जाएगा।
जी20 सम्मेलन के लिए भारत की राजधानी नई दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह चाक-चौबंद कर दिया गया है। 9-10 सितंबर को हो रहे शिखर वार्ता के लिए कई नेता भारत पहुंच चुके हैं।
अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति के क्रेमलिन कार्यालय के करीबी एक कारोबारी को 9 साल की सख्त सजा सुनाई है। इसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। ऐसा करके अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सीधे रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सामने एक तरीके से चुनौती पेश की है। अमेरिका ने इस रूसी कारोबारी पर हैकिंग का आरोप लगाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन 9-10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली आ रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पहली भारत यात्रा पर कल नई दिल्ली आ रहे हैं। कल ही उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस वार्ता में दोनों देश कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव-2024 में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। मगर मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की दोबारा उम्मीदवारी को लेकर सिर्फ अमेरिकी लोगों में ही नहीं, बल्कि उनकी पार्टी डेमोक्रेट्स में भी भारी असंतोष है। बाइडेन की बढ़ती उम्र की वजह से 77 फीसदी अमेरिकी और 69 प्रतिशत डेमोक्रेट्स उनको दोबारा नहीं चाहते।
G20 की अध्यक्षता कर रहे भारत पर दुनिया भरोसे की नजरों से देख रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने तो भारत पर अपना अटूट विश्वास जाहिर किया है। अमेरिका को भारत से उम्मीद है कि वह बतौर जी-20 अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक जैसी वैश्विक संस्थाओं को भी नया कलेवर दे सकता है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़