अमेरिका-चीन के बीच हुई द्विपक्षीय रणनीतिक वार्ता के महज कुछ घंटे बाद ही दोनों देशों के रिश्तों में फिर से कड़वाहट के संकेत मिलने लगे हैं। हालांकि शी जिनपिंग के साथ बैठक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे बहुत ही सकारात्मक कहा था। मगर अब बाइडेन ने जिनपिंग को तानाशाह करार दिया है।
चरम पर चल रहे वैश्विक तनावों के बीच अमेरिका और चीन ने अपने रिश्तों की कड़वाहट दूर करने के प्रयास के साथ ही वैश्विक समस्याओं के निदान पर भी फोकस किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग की वैश्विक क्षेत्रीय मुद्दों पर अहम वार्ता हुई है।
जो बाईडेन और शी जिनपिंग के बीच अहम द्विपक्षीय बैठक होने जा रही है। दोनों देशों में तनाव के बीच यह बैठक कई मायनों में काफी अहम है। जानिए इस बैठक का क्या है मकसद और इससे क्या समीकरण बनेंगे?
भारत और अमेरिका की स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन के बीच आज सैन फ्रांसिस्को में अहम बैठक होने जा रही है। इस पर भारत की पैनी नजर है। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका भारत के साथ अपने रणनीतिक साझेदार होने की बात को ध्यान में रखकर ही चीन से कोई डील करेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी दीया जलाकर व्हाइट हाउस में दिवाली मनाया। उन्होंने इसे सोशल मीडिया मंच एक्स पर भी शेयर किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग लंबे समय बाद एक बार फिर मुलाकात करने जा रहे हैं। बाइडेन और जिनपिंग बुधवार एपीईसी की बैठक से इतर सैन फ्रांसिस्को में द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की पोती की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। 3 लोगों ने बाइडेन की पोती की सुरक्षा एसयूवी की कांच तोड़ने की कोशिश की है, जिस पर एजेंट्स ने सुरक्षा के मद्देनजर आरोपियों पर गोली चलाई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दिवाली की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और दुनिया भर में जश्न मना रहे एक अरब से अधिक हिंदुओं, जैन, सिख और बौद्धों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं।
अमेरिका और चीन अपने संबंधों को सामान्य करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा चुके हैं। आगामी 14 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शी जिनपिंग से मुलाकात के साथ ही द्विपक्षीय वार्ता भी करने वाले हैं। इससे क्या दोनों देशों के बीच जमी लंबे समय की बर्फ पिघल जाएगी, फिलहाल तो ऐसा संभव नहीं लगता।
पूर्व अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही कोर्ट केसेस का सामना कर रहे हों, लेकिन इसके बावजूद अमेरिका में उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई है। चुनाव सर्वे में पांच बड़े राज्यों में ट्रंप वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से आगे हैं। चुनाव अगले साल होना है।
गाजा में इजरायली सेना लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रही है। इसमें हजारों फिलिस्तीनी नागरिक भी मारे जा रहे हैं। फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत को रोकने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अमेरिका ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कुछ समय के लिए युद्ध विराम की मांग की थी। मगर नेतन्याहू कुछ वजहों से नहीं माने।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि फिलिस्तीन और हमास के बीच जारी लड़ाई को थोड़ी देर के लिए रुक जाना चाहिए ताकि मानवीय जरूरतों की सप्लाई सुनिश्चित हो सके।
अमेरिका ने यहूदियों पर हो रहे हमले रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाया है। इजरायल हमास युद्ध के बाद से ही यहूदियों को कट्टरपंथी निशाना बना रहे हैं। ऐसे में अब जो बाइडेन प्रशासन ने घृणा अपराध को राष्ट्रीय खतरे की प्राथमिकता में शामिल करने का ऐलान कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की मुलाकात के दौरान बातचीत की राह बेहद कठिन होने की आशंका है। अमेरिका और चीन के रिश्ते ताइवान के विवाद के चलते तल्ख हैं। बाइडेन और जिनपिंग की संभावित मुलाकात से पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने खुद ही इस बैठक को चुनौतीपूर्ण बता दिया है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी अमेरिका के दौरे पर वॉशिंगटन जा रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिका और चीन के रिश्तों की बर्फ पिघलेगी? दोनों देशों के बीच कई बड़े मसले हैं, जिस पर दोनों आमने सामने हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल और हमास की जंग पर खुलकर बात की। ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि 'हमास कायरों की तरह फिलिस्तीनी नागरिकों को ढाल बनाकर पीछे छिपा हुआ है। उन्होंने हमास की तुलना कायरों से की है।
गाजा पर इजराइल के हमले के बीच जमीनी हमले की आशंकाओं को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है। साथ ही गाजा में सीजफायर को लेकर भी बड़ी बात कही है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं। वहां वह राष्ट्रपति जो बाइडेन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके बाद वह अमेरिका के प्रतिद्वंदी चीन की भी यात्रा पर नवंबर में जाएंगे। अल्बनीज ने अमेरिका यात्रा से पहले ही चीन की यात्रा का भी ऐलान कर दिया। अल्बनीज चीन के साथ रिश्ते सुधारना चाहते हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2 अमेरिकी बंधकों को हमास द्वारा रिहा किए जाने पर कतर और इजरायल का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि बंधकों की सरकार पूरी मदद करेगी। इसके बाद इजरायल पर हमास के हमले की उन्होंने नई थ्योरी बताई। बाइडेन ने कहा कि इजरायल सऊदी अरब से अपने रिश्ते सामान्य कर रहा था। इसलिए हमास ने हमला कर दिया।
इजरायल हमास युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की दोस्ती नए मुकाम पर जा पहुंची है। अमेरिका ने इजरायल को बड़ा तोहफा देते हुए वहां के नागरिकों को 90 दिनों तक के लिए बिना वीजा ही अपने देश की यात्रा कर सकने की इजाजत दे दी है। यह दोनों देशों की मजबूत दोस्ती का प्रमाण भी है।
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