इजरायल ने अमेरिका के अनुरोध को ठुकराते हुए गाजा के दक्षिणी रफाह शहर पर भीषण हमला कर दिया है। इसमें कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रफाह पर हमला करने पर हथियार आपूर्ति नहीं करने की चेतावनी दी थी।
रफाह पर हमले के खिलाफ जो बाइडेन के कड़े रुख के बाद भी इजरायल अपनी जिद पर अड़ा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि हमास के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि हमास के खिलाफ हमें अकेला लड़ना पड़ा तो भी हम तैयार हैं।
इजरायली सेना के रफाह पर नियंत्रण के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस शहर पर गाजा की तरह भीषण हमले की आशंका है। इजरायली सेना ने रफाह को खत्म करने का ऐलान भी किया है। लिहाजा बाइडेन ने कहा कि अगर इजरायल अब रफाह पर हमले करता है तो अमेरिका उसकी मदद नहीं करेगा।
भारत के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति के दुष्प्रचार का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स से बात करते विदेश मंत्री ने बाइडेन की जेनोफोबिक वाली टिप्पणी पर कहा कि भारत न तो जेनोफोबिक है और न ही उसकी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। जयशंकर ने कहा कि भारत सीएए वाला देश है, जो मदद के दरवाजे खोलता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत, जापान समेत चीन और रूस को 'जेनोफोबिक' देश कहा है। अब अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान पर व्हाइट हाउस की ओर से सफाई दी गई है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का विरोध अमेरिका के तमाम विश्वविद्यालयों में बढ़ता जा रहा है। इस बीच फिलिस्तीन समर्थक छात्रों छात्रों के बढ़ते विरोध प्रदर्शन के लेकर अमेरिकी रष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ी बात कही है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। जंग के बीच एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फोन पर बात की है। दोनों नेताओं के बीच कई मसलों पर चर्चा हुई है।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी। इस मुलाकत के एक दिन बाद ही इराक की ओर से अमेरिकी सैन्य अड्डों को निशाना बनाते हुए रॉकेट दागे गए।
बदले की आग में जल रहे ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। ईरान के इस कदम ने दुनियाभर के नेताओं की चिंता बढ़ा दी है। ईरान के हमलें को लेकर G7 देशों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
ईरान ने इजरायल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया, जिसके बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि जवाबी कार्रवाई के बारे में सावधानीपूर्वक सोचे।
बाइडेन ने इजरायल पर ईरानी हमले की निंदा करने के साथ ही अपने नेताओं के साथ आपातकालीन बैठक की और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। उन्होंने इजरायल का समर्थन करने की बात दोहराई। साथ ही आगे की स्थिति पर नजर रखने और हालात को काबू में रखने के लिए जी-7 देशों की बैठक बुलाई है।
अमेरिका ने एक बार फिर चीन को कड़ा संदेश दे दिया है। दक्षिण चीन सागर में चीन की चालबाजियों का जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार है। रष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कहा है कि अमेरिका फिलीपींस की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Elections 2024: 2024 is the year of elections as Not just India, but several other countries, including the United States, are set to hold elections this year. By year-end, countries accounting for over 60% of the world's economic output would have voted.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर इन दिनों काफी खफा चल रहे हैं। गाजा में लगातार आम नागरिकों की मौत और उनकी मानवीय मदद करने वाले विदेशी कर्मचारियों की मौत ने बाइडेन का गुस्सा और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ने बड़ी गलती कर दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा में फिलिस्तीनियों को मानवीय मदद पहुंचाने और इजरायली बंधकों को छुड़ाने के लिए नई पहल शुरू कर दी है। बाइडेन ने मिस्र और कतर के नेताओं से संपर्क कर बंधकों को छोड़ने के लिए हमास पर दबाव बनाने के लिए कहा है।
इजराइल ने हमास के साथ युद्ध के बीच बड़ कदम उठाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने योजनाओं की घोषणा की है जिसमें गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाना भी शामिल है।
गाजा में इजराइली हवाई हमलों में सहायता कर्मियों के मारे जाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत हुई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो बाइडेन के लिए बुरी खबर है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक ताजा सर्वे में पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप जो बाइडेन से 7 में से 6 बैटलग्राउंड स्टेट्स में आगे निकल गए हैं। इससे बाइडेन परेशान हो गए हैं।
व्हाइट हाउस में होने वाले इफ्तार के निमंत्रण को अमेरिकी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अस्वीकार कर दिया है। अमेरिकी-मुस्लिम गाजा की घेराबंदी को लेकर इजराइल का समर्थन करने के लिए बाइडन से खफा हैं।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। ऐसे ही एक हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दुखद बताया है।
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