Disney layoffs: मंदी का सबसे अधिक असर जॉब सेक्टर पर पड़ा है, जितनी तेजी से लोगों को नई नौकरी नहीं मिल रही जबकि उससे कई गुना स्पीड में कंपनियां अपने यहां से कर्मचारियों को बाहर कर रही हैं। इस कड़ी में डिज़नी ने भी 7,000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
Zoom layoffs: जनवरी के महीने की शुरुआत टेक कंपनियों के कर्मचारियों के लिए बेहद खराब रही है। वैश्विक स्तर पर जनवरी में औसतन प्रतिदिन 3,400 से अधिक टेक कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। इस लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियां भी शामिल हैं।
Dell Job Cuts: जनवरी के महीने की शुरुआत टेक कंपनियों के कर्मचारियों के लिए बेहद खराब रही है। वैश्विक स्तर पर जनवरी में औसतन प्रतिदिन 3,400 से अधिक टेक कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। अब इस लिस्ट में डेल जैसी बड़ी टेक कंपनी भी शामिल हो गई है।
अक्टूबर में कंपनी ने कहा कि उसने अपने कुल कर्मचारियों का 5 प्रतिशत यानि कि 50,000 मजबूत वर्क फोर्स में से 2,500 कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।
IBM SAP Employees in India: दोनों कंपनियों के लिए भारत उनके वैश्विक मुख्यालय के बाहर सबसे बड़ा कर्मचारी बेस है। IBM के भारत में 1 लाख से अधिक कर्मचारी होने का अनुमान है। सैप के यहां करीब 15,000 इंजीनियर हैं।
Google HR Job News: गूगल द्वारा हाल ही में 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। उसमें से एक ऐसी HR भी थी, जिसे छंटनी का मेल इंटरव्यू लेने के दौरान रिसीव हुआ था।
फर्म को 2022 की चौथी तिमाही के लिए 105 मिलियन यूरो (114 मिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ, जबकि पिछले वर्ष के लिए कुल 1.605 बिलियन यूरो का नुकसान कंपनी को उठाना पड़ा।
SAP lay off: छंटनी का वेव इस कदर कंपनियों से होकर गुजर रहा है कि आज के समय में लगभग कंपनियां अपने यहां से कर्मचारियों को बाहर निकाल रही है। यह धीरे-धीरे मार्केट में जॉब को लेकर बढ़ती डिमांड को दिखा रहा है।
देश और दुनिया में लगातार अलग-अलग कंपनियां इस तरह से छंटनी को अंजाम दे रही हैं। कुछ इसे कंपनी के नुकसान के चलते आर्थिक स्थिति भविष्य के लिए ना बिगड़े इसे देखते हुए उठाया गया कदम बता रही हैं तो कुछ प्रॉफिट में होने के बावजूद कर्मचारियों के परफॉर्मेंस का हवाला देते हुए बाहर का रास्ता दिखा दे रही हैं।
दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी Microsoft अब तक की सबसे बड़ी छंटनी करने जा रहा है। कंपनी 10000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकालेगा। इससे पहले गूगल, मेटा, ट्विटर और अमेजन भी बड़ी छंटनियों की घोषणा कर चुके हैं।
सिटीग्रुप और बार्कलेज जैसी अन्य प्रमुख फर्मों ने भी आसन्न वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच घटते राजस्व को देखते हुए अपने वर्कफोर्स में कटौती की है। आईटी और वित्तीय सेवाओं जैसे उद्योगों में कर्मचारियों के लिए स्थिति और खराब हो सकती है
नया साल सभी के लिए खुशियां लेकर आता है वहीं इस देश के लिए दुख का पहाड़ लाने जा रहा है। इसे दनिया का सबसे ताकतवर देश कहा जाता है, लेकिन कंपनी फिर नौकरी से निकाल रही है।
नौकरी करने वाले कई हजार लोगों के बीच एक सर्वे किया गया है, जिसमें इस बात की जानकारी सामने आई है कि आज के समय में लोग क्या सोचते हैं। इस सर्वे रिपोर्ट में कई खुलासे भी हुए हैं।
एक बार फिर एक फिनटेक कंपनी ने अपने यहां से सैकड़ों की संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है। कई कंपनियां ऐसा करने की तैयारी भी कर रही हैं।
आईटी की दुनिया में फेसबुक-पैरेंट मेटा, एलोन मस्क के ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब छंटनी करने वालों में Xiaomi का भी नाम जुड़ गया है। Xiaomi का यह फैसला भारत सहित दुनिया भर में मोबाइल फोन की घटती बिक्री और चीन में घटते उत्पादन के बीच आई है।
Layoff: अब कोई भी कंपनी बिना किसी उचित कारण के कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाल सकेगी। श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने बेवजह छंटनी करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करने की वार्निंग दी है।
अमेजन एक बार फिर बड़ी संख्या में अपने यहां छंटनी करने जा रहा है। एक रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी आई है कि कंपनी ने कर्मचारियों के परफॉर्मेंस को रिव्यू करने को कहा है ताकि छंटनी की प्रक्रिया शुरू की जा सके। कंपनी 20 हजार लोगों को नौकरी से निकालने की प्लानिंग कर रही है।
महामारी के बाद स्कूल दफ्तर खुलने के बाद पीसी और लैपटॉप सेगमेंट की बिक्री एक बार फिर औंधे मुंह गिर गई। तेजी से घटती ब्रिकी के चलते कंपनी की ओर से नौकरियों में कटौती का फैसला आया है।
फेसबुक के मालिक मेटा और ट्विटर द्वारा हाल ही में घोषित छंटनी के अलावा, नेटफ्लिक्स, सेल्सफोर्स, स्पॉटिफाई, टेनसेंट और अन्य कंपनियों ने हाल के महीनों में हजारों नौकरियों में कटौती की है।
Xiaomi Layoff: चीनी स्मार्टफोन दिग्गज शाओमी (Xiaomi) ने मौजूदा आर्थिक मंदी के बीच 900 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।
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