जेएनयू में रविवार रात दो पक्षों के बीच हंगामा हुआ था, जिसके बाद वसंतकुंज नॉर्थ थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर केस दर्ज कर लिया था।
NCP की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख प्रवक्ता महेश तापसे ने भाजपा पर सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने और देश में ‘‘सत्तावादी और बहुसंख्यकवादी’’ शासन लाने का आरोप लगाया और कहा कि इसीलिए उसके स्वयंसेवक इस तरह से काम कर रहे हैं।
अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने जेएनयू हिंसा और रामनवमी पर हुई अलग-अलग जगहों पर हिंसा का जिक्र नहीं किया। लेकिन उनके इस ट्वीट को इन्हीं घटनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेएनयू प्रशासन ने वार्डन व सिक्योरिटी स्टाफ से रिपोर्ट तलब की है। इस रिपोर्ट में स्टूडेंट्स का भी पक्ष लिया जाएगा। जो स्टूडेंट्स दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
AISA ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए पोस्टर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि जेएनयू हिंसा के लिए जिम्मेदार एबीवीपी के गुंडों को गिरफ्तार करें।
AISA ने कहा कि जेएनयू एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जहां पूरे देश के कई समुदायों के छात्र पढ़ने आते हैं। यहां एक ही मेस में सारे स्टूडेंट्स अपनी पसंद का खाना खाते हैं। लेकिन जब 2 साल बाद कैंपस फिर से खुला है, तो एबीवीपी छात्रों पर अपनी पूरी गुंडागर्दी को थोप रही है।
लेफ्ट विंग के छात्रों ने आरोप लगाया कि ABVP के छात्रों ने उन्हें राम नवमी के दिन नॉन वेज खाने से रोका। ABVP के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल में नॉन वेज खाने का विरोध किया।
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्र संघ ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र में ठीक से इलाज नही होने के कारण एक छात्र की मौत हो गई. हालांकि प्रशासन ने अपने उपर लगे इन आरोपों का खंडन किया है।
उमर खालिद की जमानत याचिका पर सुनवाई कल तक के लिए टल गई है। कड़कड़डूमा कोर्ट ने इस मामले आरोपी उमर खालिद की जमानत पर फैसला एक दिन के लिए टाल दिया
विश्वविद्यालयों के मुताबिक इस वर्ष फर्स्ट ईयर का नया बैच भी समय पर शुरू होगा। इस वर्ष पहली बार नए बैच के लिए दाखिले एनईपी यानी नई शिक्षा नीति के तहत किए जाएंगे।
बीजेपी सांसद ने कहा, जेएनयू की नयी वीसी की यह प्रेस विज्ञप्ति ‘निरक्षरता’ का प्रदर्शन है, जिसमें व्याकरण संबंधी अशुद्धियों की भरमार है।
प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की कमान पहली बार किसी महिला के हाथ में है। पुणे यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर शांतिश्री धुलीपुड़ी पंडित को जेएनयू का नया वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है। वह जेएनयू की पहली महिला वीसी हैं।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जेएनयू में विवादित नारेबाजी पर पहले भी बवाल हो चुका है। साढ़े पांच साल पहले 9 फरवरी 2016 को अफजल गुरु की बरसी पर विवादित नारे लगे थे।
घटना बीती रात 9 बजकर 45 मिनट की बताई जा रही है। एबीवीपी की ओर से वसंत कुंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
अफगानिस्तान की मौजूदा परिस्थितियों के कारण छात्र वहां लौट नहीं पा रहे हैं। अब इन अफगानी छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से अपने लिए पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया को आसान बनाने का आग्रह किया है।
जेएनयू के कुलपति ने कहा कि एक प्रभावी नेता बनने के लिए अपनी आंतरिक क्षमता को समझना एक पूवार्पेक्षा है। उन्होंने कहा कि एक बार जब भगवान राम बेचैन थे तो वे अपने गुरु वशिष्ठ के पास गए। गुरु वशिष्ठ का दरवाजा खटखटा कर उन्होने पूछा कि मैं एक प्रश्न का उत्तर खोजने के लिए यहां आया हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मैं कौन हूं।
RSS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य माधव ने विभाजन को एक ‘प्रलयंकारी घटना’ बताया जो गलत निर्णयों की वजह से हुई।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) इंगित प्रताप सिंह ने बताया, 'हमें जेएनयू के एक विद्यार्थी की ओर से वसंत कुंज (उत्तरी) पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल मिली। कॉल पर बताया गया कि फेसबुक पेज ‘महाकाल यूथ ब्रिगेड’ पर एक वीडियो अपलोड हुआ है, जिसमें कथित तौर पर विश्वविद्यालय पर हमला करने की बात कही गई है।'
इमाम को 13 दिसंबर 2019 को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में और 16 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उनके कथित भाषण को लेकर गिरफ्तार किया गया था।
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