JNU Recruitment: सरकारी नौकरी ढूंढ रहे युवाओं के लिए खुशखबरी। जेएनयू में निकली है कई पदों पर भर्ती। ऐसे उम्मीदवार जो जेएनयू के इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं अप्लाई कर सकते हैं। आइए जानें यहां भर्ती डिटेल
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने जामिया हिंसा मामले के आरोपी शरजील इमाम और आसिफ तन्हा को आरोप मुक्त कर दिया है। लेकिन वे अभी जेल में ही रहेंगे।
कई यूनिवर्सिटीज में विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की जा रही है. छात्रों को कैंपस में बुला-बुलाकर डॉक्यूमेंट्री को दिखाया जा रही हैं. अब इस डॉक्यूमेंट्री के जवाब में ABVP भी उतर आई है.#bbcdocumentary #bbcdocumentaryonmodi #bbcdocumentaryjnu
BBC Documentary On PM Modi Screening Row: JNU के बाद आज जामिया यूनिवर्सिटी में भी BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का एलान लेफ्ट स्टूडेंट विंग संगठन SFI ने किया था.
BBC documentary Row: प्रधानमंत्री Narendra Modi के खिलाफ एक बड़ी साजिश का नया एपिसोड लॉन्च कर दिया गया है। भारत में विदेशी मेहमान आए हुए हैं। 26 जनवरी से पहले दिल्ली के अलग-अलग कैंपस में स्टूडेंट्स के मोबाइल तक एक फिल्म पहुंचाई गई।
गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री को मोदी के खिलाफ जोरदारी से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए सबसे पहले यूनिवर्सिटी कैंपस को पॉलिटिकल कैंप बनाया गया. जेएनयू में लेफ्ट विचारधारा के छात्र संगठनों ने इसकी स्क्रीनिग की कोशिश की ABVP ने विरोध किया, मारपीट हुई.
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में SFI द्वारा आज शाम 6 बजे BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का ऐलान किया गया था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने 4 छात्रों को माहौल खराब करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जामिया यूनिवर्सिटी में छात्र संघ SFI द्वारा आज शाम 6 बजे डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी गई है। वहीं, जामिया यूनिवर्सिटी के सीनियर ऑफिशियल के मुताबिक प्रशासन ऐसा नहीं होने देगा। इसके लिए कड़ी नज़र रखी जा रही है
जेएनयू प्रशासन की सलाह को अनदेखा करके लेफ्ट विंग के छात्र डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर अड़े रहे। बिजली काटे जाने के बाद झुंड में जमा छात्र मोबाइल पर इस डॉक्यूमेंट्री को देख रहे हैं। इसी दौरान वहां पर जमा हुए लेफ्ट विंग के छात्रों पर पथराव किया गया।
PM Modi पर बनी विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर जेएनयू में बवाल हो गया। JNU प्रशासन की सलाह को अनदेखा करके लेफ्ट विंग के छात्र डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर अड़े रहे। #bbcdocumentary #jnuprotest #jnudocumentary
बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री India: The Modi Question को भारत में बैन कर दिया गया है बावजूद इसके कुछ लोग प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटे हैं। दिल्ली में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आयशी घोष ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री दिखाने को लेकर पर्चे बांटे।
NAAC A++ Ranking: पूरे 17 साल बाद यूनिवर्सिटी को ये उपलब्धि मिली है। NAAC ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी को A++ कैटेगरी दी है। इसके साथ ये यूनिवर्सिटी जामिया और जेएनयू के बराबर आ गई है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री धुलिपुडी पंडित ने कहा है कि उनका विश्वविद्यालय पिछले 75 साल से झूठी बुनियाद पर इतिहास लिख रहा है। शिवाजी महाराज की मां जीजामाता की जयंती के मौके पर उन्होंने ये बात कही।
JNU का यह स्कूल राज्यों के पैसों से बन रहा है। हर राज्य अपने केंद्र के लिए पैसा दे रहा है। JNU VC शांतिश्री डी पंडित ने कहा कि कई राज्यों ने इस संबंध में दिलचस्पी दिखाई है और तमिलनाडु पहला राज्य है जिसने अपने केंद्र के लिए 10 करोड़ रुपये दिए हैं।
जेएनयू में हुए विवाद पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जमकर निशाना साधा है। मंत्री ने कहा कि सनातन धर्म की परिभाषा बदलने की कोशिश सदन में बैठे लोगों नहीं करनी चाहिए।
जेएनयू के वाइस चांसलर ने मामले की जांच कराने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में जल्द से जल्द पूरी रिपोर्ट मांगी है। निवर्सिटी कैंपस के अंदर दीवारों पर असामाजिक तत्वों ने जाति विशेष के खिलाफ अमर्यादित नारे लिखे थे।
जेएनयू फिर से विवादों में छा गया है। इस बार कैंपस की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी विवादित नारे लिए गए हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविधालय एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार देश विरोधी नारे के आरोप में नहीं बल्कि जेनयू कैंपस की दीवारों पर ब्राह्मणों के खिलाफ नारे लिखे गए हैं।
जेएनयू ने आज यानी 13 नवंबर को पीजी और एडीओपी एडमिशन के लिए तीसरी मेरिट लिस्ट जारी की है। जेएनयू पीजी तीसरी मेरिट सूची 2022 विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल पर जाकर देख सकते हैं।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक बार फिर बवाल हुआ है। यहां यूनिवर्सिटी के परिसर में छात्रों के दो समूहों में जमकर झगड़ा हुआ है। हालांकि पुलिस का कहना है कि लड़ाई दो छात्रों के समूह के बीच थी। इस घटना में कोई राजनीतिक समूह शामिल नहीं है।
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