JNU में ABVP कार्यकर्ताओं पर लेफ्ट का हमला
देश के सबसे प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनावों के नतीजेे आ गए हैं। लेफ्ट ने सभी चारों सीटें जीत ली हैंं। एन साई बालाजी जेएनयू छात्र संघ के नए अध्यक्ष बन गए हैं।
चुनाव अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए हुए। मौजूदा समय में सभी चारों पदों पर क्रमश: वाम दल की गीता कुमारी, सिमोन जोया खान, दुग्गीराला श्रीकृष्णा और शुभांशु सिंह काबिज हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् भाजपा से, एनएसयूआई कांग्रेस से, ऑल इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) वामपंथी दलों से तथा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) आम आदमी पार्टी से संबद्ध है।
जेएनयू प्रशासन ने कुलपति द्वारा लागू की गयी नीतियों के खिलाफ 31 जुलाई को एक दिन की हड़ताल में कथित तौर रूप से शामिल होने पर 48 प्रोफेसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
हरियाणा के हिसार जिले के फतेहाबाद से 20 अगस्त को गिरफ्तार दो व्यक्तियों ने दावा किया है कि वे गोरक्षक हैं और गो सुरक्षा के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के 29 वर्षीय शिक्षकेतर कर्मी की यहां सिगरेट की दुकान का पता पूछने को लेकर हुई झड़प में कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई जबकि उसका चचेरा भाई घायल हो गया।
उमर खालिद पर कल संसद भवन से कुछ ही दूरी पर स्थित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के बाहर हुए हमले ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कल उमर खालिद ने दावा किया था कि जब वो दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर अपने दोस्तों के साथ चाय पी रहे थे, तभी किसी ने उन्हें जमीन पर गिरा कर गोली मारने की कोशिश की थी और फिर फायरिंग करता हुआ भाग गया।
दिल्ली में JNU के छात्र नेता उमर खालिद पर हुआ हमला, पुलिस ने केस दर्ज कर मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा
आज कुछ अज्ञात लोगों ने जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद को निशाना बनाया, गोलियों की आवाजें सुनाई दी, लेकिन उमर को कोई नुकसान नहीं हुआ।
दिल्ली में कंस्टीटूशन क्लब के बाहर जेएनयू के छात्र उमर ख़ालिद पर हमला
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र उमर खालिद पर सोमवार को एक अज्ञात शख्स ने गोली चला दी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को छात्र एवम कार्यकर्ता उमर खालिद के खिलाफ शुक्रवार तक कोई सख्त कदम उठाने से रोक दिया।
मौखिक आदेश में न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने विश्वविद्यालय से कहा कि जहां तक जुर्माना भरने का मामला है , कुमार के खिलाफ दंडात्मक कदम ना उठाया जाए। संबंधित न्यायाधीश के अवकाश पर होने के कारण यह मामला सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति पल्ली के समक्ष आया।
देश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी(JNU) में देश-विरोधी नारे लगाए जाने की पुष्टि हो गई है। आज हाईकोर्ट की तरफ से गठित की गई जांच कमेटी ने साफ-साफ कह दिया कि दो साल पहले कन्हैया कुमार...उमर खालिद और उसके साथियों ने JNU कैंपस में देश विरोधी नारे लगाए थे।
जेएनयू अकादमिक परिषद ने ‘ सेंटर फॉर नेशनल सेक्युरिटी स्टडीज ’ की स्थापना करने का एक प्रस्ताव पारित किया है जिसके तहत ‘ इस्लामिक स्टेट ’ पर एक पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
JNU में लव जेहाद पर बनी फिल्म 'इन द नेम ऑफ़ गॉड' दिखाने का विरोध, छात्रों के दो गुटों में झड़प
एबीवीपी के छात्रों ने लेफ्ट विंग पर मारपीट और माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया जबकि लेफ्ट विंग के छात्रों का आरोप है कि एबीवीपी के लोग मारपीट और गाली-गलौज के साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। बता दें कि एबीवीपी और विवेकानंद विचारधारा मंच की तरफ से प्रोग्राम को ऑर्गेनाइज किया गया था। फिलहाल दोनों की पक्षों की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शुक्रवार की शाम जेएनयू कैंपस के अंदर साबरमती ढाबे के पास एक मूवी की स्क्रीनिंग के दौरान दो विचारधारा के छात्रों के बीच मारपीट हो गई जिसमें कई लोगो को चोटे आई है। इन द नेम लव के नाम की ये डॉक्यूमेंट्री लव जिहाद के संबंध में केरल के हालात पर आधारित थी.
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़