एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के बाद अब कंगना रनौत ने जेएनयू हिंसा पर अपनी बात व्यक्त की है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी भी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के विवाद में कूद गए हैं। मुरली मनोहर जोशी ने अपने ट्वीट संदेश में JNU के वाइस चांसलर को हटाने की बात कही है।
मानव संसाधन विकास सचिव अमित खरे ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के कुलपति को हटाना समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि शुल्क लागू नहीं किए जाने के छात्रों के दावे को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय शुक्रवार को फिर से जेएनयू कुलपति से बात करेगा।
वरिष्ठ द्रमुक नेता कनिमोई बुधवार को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) पहुंची और उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी छात्रों के लिए लड़ेगी।
छपाक के बायकॉट की अपील हो रही है। क्या वाकई छपाक जैसी फिल्म को नैगेटिव पब्लिसिटी की जरूरत है,यहां समझिए पूरा पेंच।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हमले की पृष्ठभूमि में उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि शैक्षिणक संस्थानों को सफल बनने की राह में घृणा एवं हिंसा की राजनीति की शरणस्थली नहीं बनना चाहिए।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार यानी पांच जनवरी को हुई हिंसा की परतें खोलने के लिए सबूत जुटाने में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को कड़ाके की ठंड में भी 'पसीना' आ रहा है।
दीया मिर्जा, अनुराग कश्यप, अनुभव सिन्हा, राहुल बोस, गौहर खान, तापसी पन्नू और ऋचा चड्ढा विरोध करने पहुंचे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर से सोमवार को जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं कि जब मैं जेएनयू में पढ़ता था, हमनें वहां कोई ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग नहीं देखा।”
सूत्रों के अनुसार एक यूनिट इस वक़्त JNU कैंपस में मौजूद है, जो कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज इक्कठा करने पहुंची है, जोकि हिंसा की जांच में अहम सबूत होंगे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार की हिंसा में अंदर के लोग शामिल थे, या बाहरी लोग? इस सवाल का जबाब दिल्ली पुलिस और उसकी अपराध शाखा तलाशने में जुटी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) हमले की तुलना 26/11 मुंबई आतंकी हमले से करते हए कहा कि देश में छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे हैं...
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा की निंदा करते हुए सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस पूरे मामले की स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए।
JNU प्रशासन को परिसर में पुलिस बुलानी पड़ी। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वाम छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ से संबद्ध छात्रों ने उसके सदस्यों पर “निर्ममता” से हमला किया।
राजधानी नई दिल्ली स्थित JNU कैंपस में रविवार को जमकर बवाल हुआ। इस दौरान ABVP और AISA के जुड़े छात्रों के बीच मारपीट हुई। इस मारपीट में दोनों पक्ष के कई छात्र घायल हो गए हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने होस्टल शुल्क में वृद्धि के विरोध में बुधवार को एक दिन का अनशन शुरू किया।
क्या जेएनयू का हल आज निकल पाएगा? मानव संसाधन विकास मंत्रालय की 3 सदस्यीय हाईपॉवर कमेटी शांति बहाली और हालात सामान्य करने का रास्ता निकालने के लिए आज छात्रों से बातचीत करने वाला है।
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में बारू ने कहा, ‘‘ऐसे समय जब हम तकरीबन हर साल विदेशों में पढ़ रहे भारतीयों पर लगभग छह अरब डॉलर खर्च कर रहे हैं, सरकारी विश्वविद्यालयों को बचाना बेहद जरूरी है।’’
महाराष्ट्र में जैसे-जैसे शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की साझा सरकार बनने के आसार बढ़ते जा रहे हैं वैसे-वैसे शिवसेना का केन्द्र सरकार पर हमला भी बढ़ता जा रहा है।
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