गोपालपुर से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने मांझी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि वह नीतीश कुमार से ज्यादा उम्र के लोग हैं, उनकी खोपड़ी ढीली हो गई है, उनका दिमाग काम नहीं करता है।
इंडिया टीवी के सवाल पर कि ‘क्या नीतीश कुमार को भारी दबाव के कारण अपने शर्मनाक बयान पर माफी मांगने को मजबूर होना पड़ा?’ जनता ने बेहद चौंकाने वाले जवाब दिए।
ज्योति मांझी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि आखिर नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर जीतनराम मांझी को अपनी जगह सीएम की कुर्सी पर क्यों बैठाया था।
जनसंख्या नियंत्रण और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर सीएम नीतीश के विवादित बयान के बाद बिहार विधानसभा में लगातार हंगामा हो रहा है। विधानसभा में हंगामे के कारण आज सदन को फिर से स्थगित करना पड़ गया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक के बाद एक गलती कर रहे हैं। विधानसभा में पहले महिलाओं पर उन्होंने टिप्पणी की और अब जीतनराम मांझी को लकेर उन्होंने बयान दिया है। इस बीच भाजपा विधायकों द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें अब जीतनराम मांझी भी शामिल हो गए हैं।
जीतन राम मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार के दिमाग में कुछ कमजोरियां हैं और वे मानसिक संतुलन खो बैठे हैं इसीलिए वे इस तरह से बोल रहे हैं। उनसे ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं थी।
ऐसा लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आजकल कुछ अलग ही सुरूर चढ़ा हुआ है। जनसंख्या नियंत्रण पर उनके बयान को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब वे विधानसभा में जीतन राम मांझी पर बिफर पड़े।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा तंज कसा है।
जीतन राम मांझी ने दिल्ली दौरे की अटकलों पर विराम देते हुए बताया कि मैं अपने स्वास्थ्य की वजह से दिल्ली जा रहा हूं। इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि संजय सिंह खुद भी बेवकूफ हैं और दूसरों को बेवकूफ बना रहे हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा, हर कोई जानता है कि अधिकांश आईएएस, आईपीएस अधिकारी, डॉक्टर, बिल्डर, ठेकेदार, मंत्री और राजनीतिक नेता रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं, लेकिन उन्हें दंडित नहीं किया जाता।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि अब वे पीछे जा रहे हैं, उन्हें वाजपेयी के चरणों में बैठकर प्रायश्चित करना चाहिए ।
जीतन राम मांझी ने विपक्षी गठबंधन को घमंडिया गठबंधन करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस गठबंधन के लिए घमंडिया एक शब्द यूज किया है। यह घमंडिया गठबंधन है।
राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, डी राजा, सीताराम येचुरी, दीपांकन भट्टाचार्या इत्यादि पटना में होने वाली बैठक में शामिल होंगे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का समर्थन बिहार में बीजेपी के लिए काफी अहम है और उनका विपक्षी खेमे से बाहर आना महागठबंधन में एक बड़ी सेंध के रूप में देखा जा रहा है।
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने नीतीश सरकार को बड़ा झटका देते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया है और इसका पत्र राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर को सौंप दिया है।
बिहार की महागठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। मांझी ने कहा कि हमने मिलकर कई अहम मुद्दों पर फैसले लिए थे लेकिन सभी निर्णय को नीतीश ने रद्द कर दिया था।
जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ चले गए, वे हमारी मीटिंग की सारी बातें बीजेपी को जाकर बताते थे।
जीतन राम मांझी के इस बयान पर महागठबंधन के नेता मुंह नहीं खोल रहे, लेकिन बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि मांझी की मांग सही है और महागठबंधन को उनकी मांग को मान लेना चाहिए।
दिल्ली से पटना आने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी एकजुटता को लेकर सभी पार्टियों के नेताओं के साथ चर्चा हो रही है, आगे भी चर्चा होगी।
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