मुंबई की मालाबार हिल्स में स्थित बंगला यूरोपियन स्टाइल में बना हुआ है और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना उस बंगले में 1930 के दशक के दौरान रहते थे
विश्वविद्यालय में आयोजित एक प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के साथ जिन्ना की ग्रुप फोटो प्रदर्शित किये जाने पर लाइब्रेरियन को नोटिस जारी किया है
एएमयू में पढ़ाई कर चुके अंसारी ने कहा कि बाधा डाला जाना , उसका समय तथा ‘‘ उसे सही ठहराने के लिए गढ़ा गया बहाना ’’ सवाल उठाता है। उ
हां एक तरफ बीजेपी इस तस्वीर को लेकर आक्रामक मुद्रा में है तो वहीं पार्टी की एक सांसद सावित्री बाई फुले ने जिन्ना के समर्थन में बयान जारी किया है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर को लेकर चल रहे विवाद के बीच BJP ने आज स्पष्ट किया कि जिन्ना हिन्दू, मुसलमानों समेत किसी भारतीय का आदर्श नहीं हो सकते है और इस बारे में विवाद पर विराम लगाया जाना चाहिए।
पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर विश्वविद्यालय के छात्र संघ के कार्यालय में होने की वजह से विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी थी...
विश्वविद्यालय के बाब-ए-सैयद गेट पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे छात्र-छात्राएं ‘भगवा रंग‘ और ‘आतंक’ से आजादी के नारे लगा रहे हैं।
एस. एम. खान पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की विश्वविद्यालय के छात्र संघ कार्यालय में लगी तस्वीर से पैदा विवाद को लेकर काफी क्षुब्ध हैं...
दक्षिणपंथी संगठनों की इस मांग का औचत्य जानना चाहा और कहा कि अगर कोई ऐसा चाहता है तो उसे अदालत का रूख करना चाहिए।
संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता भट्ट कांग्रेस के टिकट पर गुजरात विधानसभा में चुनाव भी लड़ चुकी है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में तनाव आज भी बरकरार है। AMU कैंपस के अंदर से फायरिंग की आवाज़ सुनी गई है। मीडिया पर भी छात्रों ने हमला किया है।
कैम्पस में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की मौजूदगी के बावजूद छात्रों ने हिंदू वाहिनी के प्रदर्शन की तीखी निंदा की साथ ही प्रशासन को इसके लिये ज़िम्मेदार ठहराया
योगी ने कहा कि उन्होंने मामले में जांच के आदेश दिए हैं, जल्द ही उन्हें इसकी रिपोर्ट भी मिल जाएगी। जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, वह इस मामले में एक्शन लेंगे।
एएमयू में लगी जिन्ना की तस्वीर को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।
AMU में जिन्ना की तस्वीर पर विवाद,
मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर टिप्पणी करने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के एक कैबिनेट मंत्री को दूसरे मंत्री ने आज 'जिन्ना का रिश्तेदार' कह दिया।
हिंदुस्तान की सियासत में जिन्ना की एंट्री... जी हाँ भारत के बंटवारे के 71 साल बाद देश में जिन्ना के नाम पर एक बार फिर चिंगारी सुलगाने की कोशिश हो रही है..
जहां एक तरफ अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश कुमार गौतम विश्वविद्यालय को चिट्ठी लिखकर जिन्ना की तस्वीर लगाने पर सवाल खड़े कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के मंत्री जिन्ना और विश्वविद्यालय के पक्ष में आकर खड़े हो गए हैं।
यह फोटोग्राफ अविभाजित भारत की विरासत की बहुमूल्य निशानी है और किसी ने कभी इस मुद्दे को ना तो उठाया और ना ही विरोध जताया।
एएमयू छात्र संघ के कैबिनेट सदस्य मोहम्मद नदीम ने इस मुद्दे पर कहा है कि सांसद ये कोई बताएंगे कि किसकी तस्वीर लगानी है और किसकी हटानी है।
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