अमेरिका ने इजराइल के विरोध में और फिलिस्तीन के पक्ष में एक नया आदेश दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यहूदियों पर एक्शन लेने का आदेश दे डाला है। इन यहूदियों पर वेस्ट बैंक में हिंसा, आगजन की वारदातें करने का आरोप है। जानिए अमेरिका ने ऐसा क्यों किया?
ठाणे में एक यहूदी पूजा स्थल पर बम की सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। पुलिसकर्मियों ने पूजा स्थल को घेर लिया और तलाशी ली जा रही है। बम निरोधक दस्ता भी मौके पर है।
इजराइल हमास जंग की आंच दुनिया के देशों में फैल रही है। अमेरिका में भी यहूदी और फिलिसतीन समुदाय के लोग अपने अपने देशों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच यहूदी कार्यकर्ताओं ने अमेरिकी संसद भवन में घुसकर प्रदर्शन किया।
इजराइल हमास की जंग के बीच यहूदियों की सुरक्षा को लेकर इंग्लैंड काफी सजग हो गया है। यही कारण है कि इंग्लैंड में यहूदियों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। बता दें कि इजराइल यहूदी देश है।
केरल यहूदी 2,000 साल से भी पहले राजा सोलोमन के समय में आए थे। राज्य में यहूदी समुदाय के अब कुछ ही परिवार हैं। इजराइल के बनने के बाद केरल से बड़ी संख्या में यहूदी इजराइल चले गए थे।
वेस्ट बैंक में फलस्तीनियों ने यहूदियों के एक पवित्र स्थल में आग लगी दी। वहीं, इज़राइल में हाल में हुए फलस्तीनियों के हमलों के बाद इज़राइली सेना कब्जा कर लिये गये इस क्षेत्र में अभियान चला रही है। यह जानकारी इज़राइल की सेना ने रविवार को दी।
भारत में यहूदियों का छोटा सा समुदाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस्राइल यात्रा को लेकर आशान्वित है और उम्मीद कर रहा है कि इससे भारत में यहूदियों को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा। भारत में करीब छह हजार भारतीय यहूदी हैं। 2000 साल से
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