दिल्ली में सोना 160 रुपए मजबूत हो कर तीन सप्ताह के उच्च स्तर 29,660 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। हालांकि मांग कमजोर होने के कारण चांदी में गिारवट दर्ज।
विदेशों में कमजोरी के रूख के बीच हाजिर बाजार में ज्वैलर्स और ग्राहकों की कमजोर मांग के कारण लगातार दूसरे दिन सोने में गिरावट दर्ज की गई।
मौजूदा स्तर पर ज्वैलर्स और ग्राहकों की मांग कमजोर रहने से राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में आज सोना 185 रुपए गिरकर 29,040 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया।
ज्वैलर्स की मांग बढ़ने और विदेशी बाजार में मजबूती के चलते सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 29,000 रुपए के स्तर पर पहुंचा।
सरकार ने 5 लाख रुपए तक की गोल्ड ज्वैलरी की खरीदारी पर लगने वाले एक फीसदी TCS को वापस ले लिया है। ज्वैलर्स लंबे समय से इसका विरोध कर रहे थे।
घरेलू हाजिर बाजार में सुस्त मांग और ग्लोबल मार्केट में कमजोरी के सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। सोना 29,000 रुपए के नीचे आ गया है।
चांदी की कीमतों में खासी तेजी देखने को मिल सकती है। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में चांदी की कीमतों में 10-12% तक चढ़ सकती हैं।
अक्षय तृतीया से ठीक पहले सोने की कीमत ने खरीदारों के साथ जौहरियों की चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल सोना 30,050 रुपए प्रति 10 ग्राम पर चल रहा है।
ज्वैलर्स के हड़ताल और विरोध के बावजूद गैर चांदी वाले ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने का फैसला सरकार वापस नहीं लेगी। उन्होंने कहा टैक्स देना ही होगा
दिल्ली सहित देश के अनेक भागों में ज्वैलर्स व सर्राफा व्यापारियों ने अपनी हड़ताल सोमवार को फिर शुरू की। एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं
सरकार ने आभूषण निर्माताओं से बकाए एक्साइज ड्यूटी का भुगतान जून में एक साथ करने को कहा है। उत्पाद शुल्क विभाग के पास रजिस्ट्रेशन कराने का भी निर्देश दिया है।
एक्साइज ड्यूटी से नाराज ज्वैलर्स को सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स को ड्यूटी फ्री सोना मुहैया करा सकती है।
देश भर में 42 दिनों से जारी ज्वैलर्स की हड़ताल खत्म हो गई है। बुधवार को ज्वैलर्स ने इसका औपचारिक ऐलान किया। दिल्ली और मुंबई के ज्वैलर्स काम पर लौट चुके हैं।
गैर-चांदी की ज्वैलरी पर लगाए गए एक्साइज ड्यूटी को हटाने से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ इनकार कर दिया है। पिछले 40 दिनों से हड़ताल पर हैं ज्वैलर्स।
एक साल तक विदेश रहने के बाद घर लौटने वाली भारतीयों को कलर टीवी, होम थियेटर सिस्टम तथा सर्राफा और अन्य आभूषण लाने पर 15 फीसदी का शुल्क चुकाना होगा।
एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में भले ही ज्वैलर्स की हड़ताल जारी है, लेकिन शादी-ब्याह की मांग पूरी करने के लिए काफी काम भूमिगत होकर किया जा रहा है।
पिछले 34 दिनों से हड़ताल कर रहे सर्राफा व्यापारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और उत्पाद शुल्क वापस लेने की मांग करेंगे।
सोने की कीमतों में पिछले 30 वर्षों की सबसे बड़ी तिमाही तेजी देखने को मिली है। साल के शुरुआती तीन महीने में सोने ने 15.6 फीसदी का रिटर्न दिया है।
ज्वैलर्स की मांगों पर गौर करने के लिए एक समिति बिठाने के सरकार के आश्वासन के बावजूद बजट प्रस्तावों पर आभूषण व्यापारियों की हड़ताल 26वें दिन भी जारी है।
सोने के आभूषण निर्माताओं और जौहरियों की 18 दिन लंबी हड़ताल के कारण इस इंडस्ट्री को 60000 से 70000 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।
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