Noida International Airport: PM मोदी ने कहा कि यूपी में और केंद्र में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को नजरअंदाज किया, उसका एक उदाहरण ये जेवर एयरपोर्ट भी है। 2 दशक पहले यूपी की भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था।
अखिलेश यादव ने अपनी एक चुनाव जनसभा में कहा कि भाजपा सरकार हवाई अड्डा क्यों बना रही है। एक तरफ हवाई अड्डा बेच रहे हैं, तो दूसरी तरफ बना रहे हैं।
Jewar Airport: प्रदेश में वाणिज्यिक उड़ानों को संभालने वाले हवाई अड्डे लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, गोरखपुर, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और हिंडन (गाजियाबाद) हैं। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।
नोएडा इंटरनेश्नल एयरपोर्ट के साथ ही यूपी देश का एकमात्र ऐसा राज्य बन जाएगा जहां पांच इंटरनेश्नल एयरपोर्ट हैं। 34 हज़ार करोड़ की लागत से बनने वाला ये एयरपोर्ट सितंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा। 6 हज़ार 200 हेक्टेयर इलाके में बन रहे इस एयरपोर्ट में 5 रन वे और 2 टर्मिनल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही प्रदेश अगले तीन वर्षो के भीतर देश के सबसे प्रमुख विमानन केंद्र के तौर पर स्थापित हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश में अनेक नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का विकास हो रहा है, जिनमें कुशीनगर हवाई अड्डे का हाल में उद्घाटन हो चुका है और अयोध्या में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण-कार्य चल रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में जेवर दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इससे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।
आसपास के सभी प्रमुख मार्ग और राजमार्ग, जैसे यमुना एक्सप्रेस-वे, वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे तथा अन्य भी हवाई अड्डे से जोड़े जायेंगे।
यूपी सरकार ने सोमवार को एक बयान में कहा कि 25 नवंबर को निर्धारित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ, राज्य अब 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की राह पर है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि 25 नवंबर को निर्धारित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ राज्य अब 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की राह पर है।
इस परियोजना का पहला चरण वर्ष 2024 तक 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से पूरा किया जाना है।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में आठ परिचालन हवाई अड्डे हैं, जबकि 13 हवाई अड्डे और सात हवाई पट्टी विकसित की जा रही हैं। प्रदेश में वाणिज्यिक उड़ानों को संभालने वाले हवाई अड्डे लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, गोरखपुर, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और हिंडन (गाजियाबाद) हैं।
नोएडा एयरपोर्ट की चारदिवारी आदि का निर्माण दो माह से चल रहा है। वर्ष 2024 तक जेवर हवाई अड्डे के एक रनवे को शुरू करने का लक्ष्य है। एयरपोर्ट के शिलान्यास और भूमि पूजन का यह पूरा कार्यक्रम दो हिस्सों में होगा। पहले हिस्से में भूमिपूजन और शिलान्यास करवाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर मे बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की सुरक्षा एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर कमिश्ररेट गौतमबुद्धनगर पुलिस व नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों के मध्य पुलिस आयुक्त कार्यालय सेक्टर 108 में कार्डिनेशन मीटिंग आयोजित की गयी।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) अब एयरपोर्ट का निर्माण कार्य एक हफ्ते में शुरू करने की तैयारी में है। सबसे पहले चारदीवारी, वाईआईएपीएल का दफ्तर और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की इमारत बनाई जाएगी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, जेवर के निर्माण के लिए शनिवार को 1,334 हेक्टेयर जमीन के कब्जा हस्तांतरण ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए गये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है और इसका मुख्य कैरिजवे जल्द ही वाहनों की गति के लिए खोल दिया जाएगा।
नोएडा एयरपोर्ट का शिलान्यास अगस्त माह के अंत में हो सकता है। एयरपोर्ट के उद्घाटन के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की संभावना है।
ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर इंतजार अब खत्म होने जा रहा है।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल और उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतम बुद्ध नगर 'नोएडा' के जेवर में बन रहे हवाई अड्डे को "नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट" के रूप में अंतिम रूप दिया है।
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