इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट ने कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस के असर को रोकने को लेकर सुझाव दिए।
आप कोविड और म्यूकोर्मिकोसिस के दोहरे संक्रमण से कैसे निपटते हैं? ब्लैक फंगस की पहचान कैसे करें, इसका इलाज कैसे किया जाता है और क्या सावधानियां आवश्यक हैं? ईएनटी विशेषज्ञों से जानिए हर सवाल का जवाब।
इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में देश के टॉप ENT स्पेशलिस्ट ने ब्लैक फंगस के खतरे को लेकर बातचीत की।
देश पहले से ही कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर से लड़ रहा है और ऐसी अटकलें हैं कि इस साल के अंत में वायरस की तीसरी लहर देश में आ सकती है।
केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम के तहत म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस को एक उल्लेखनीय बीमारी बनाने का आग्रह किया था, जिसमें कहा गया था कि संक्रमण लंबे समय तक रुग्णता और कोरोना रोगियों में मृत्यु दर का कारण बन रहा है। हालांकि, सफेद फंगस के मामलों की रिपोर्ट ने भी चिंता जताई है क्योंकि संक्रमण ब्लैक फंगस की तुलना में अधिक घातक पाया गया है।
इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में देश के टॉप चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने बच्चों में ब्लैक फंगस के खतरे को लेकर बातचीत की।
दुनिया के सबसे चर्चित डॉक्टर फहीम यूनुस, मैरीलैंड यूनिवर्सिटी, USA ने कोरोना वायरस के मौजूदा हालात और ब्लैक फंगस से जुड़ी जरूरी बातों पर चर्चा की।
म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस, एक दुर्लभ और खतरनाक कवक संक्रमण कुछ कोविड -19 रोगियों के साथ-साथ उन लोगों में भी पाया गया है जो संक्रमण से उबर चुके थे। ऑन द रिकॉर्ड के इस एपिसोड में, मैरीलैंड विश्वविद्यालय के संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ फहीम यूनुस बताते हैं कि ब्लैक फंगस से कैसे निपटा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए पूरा वीडियो देखें।
अगस्त तक भारतीयों के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी की 18 मिलियन से अधिक खुराक उपलब्ध हो जाएगी, जबकि भारतीय भागीदारों के मार्च 2022 तक वैक्सीन की लगभग 850 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है।
मुंबई की आबादी दो करोड़ है। आबादी के मुकाबले सीमित वैक्सीनेशन सेंटर होने के चलते हर सेंटर पर बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ रही थी। खास कर सीनियर सिटिजन को वैक्सीन लेने में मशक्कत करनी पड़ रही थी। इसिलए अब मोहल्ला वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं।
देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में फिल्म इंडस्ट्री के कई सेलेब्स ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। इनमें बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान भी शामिल हैं, जो पिछली बार की तरह इस साल भी जरुरतमंदों की मदद कर रहे हैं। अब वो कोविड-19 से पीड़ित मरीजों को मुफ्त में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कर इसकी जानकारी दी है।
अभिनेता अमिताभ बच्चन की मदद से तैयार एक कोविड-19 देखभाल केंद्र ने मंगलवार से संचालन शुरू कर दिया। इस केंद्र में 30 बिस्तर हैं और यहां ऑक्सीजन की उपलब्धता भी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पहली बार देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण से चार लाख से ज्यादा लोग ठीक हो गए जबकि लगातार दूसरे दिन तीन लाख से कम नए मामले आए। पिछले 24 घंटे में 4,22,436 मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद, देश में अब तक 2,15,96,512 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
देश में कोरोना वायरस के नए मामले पहले के मुकाबले कम हो रहे हैं और कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिस वजह से कोरोना के एक्टिव मामले घटने लगे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस से 378741 लोग ठीक हुए हैं और अबतक 2.11 करोड़ से ज्यादा लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
इंडिया टीवी से खास बातचीत में भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने बताया कि क्रिकेट के मैदान पर फेलियर से लड़ने के लिए जैसे मैंटल स्ट्रेंथ मजबूत होना जरूरी है, वैसे ही कोरोना को मात देने के लिए भी यह चीज काम आती है।
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इंडिया टीवी के खास शो में स्वामी रामदेव ने बताया कि कैसे कोरोना से होने वाले डिप्रेशन और पैनिक अटैक से बचें।
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दवा कंपनी डा. रेड्डीज ने शुक्रवार को कहा कि सीमित पायलेट आधार पर कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) का सॉफ्ट लॉन्च किया है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन के इम्पोर्टेड डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी। कंपनी ने बताया कि सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी द्वारा 13 मई को नियामकीय मंजूरी प्रदान की गई।
मध्य प्रदेश में कोरोना सक्रमण की वजह से अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों और आजीविका का सहारा खोनेवाले परिवारों को पांच हजार रुपए का पेंशन, निशुल्क राशन, बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। इस फैसले का ऐलान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। कोरोना काल में बेसहारा लोगों को ऐसी सुविधाएं देने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य है।
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