बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आरजेडी ने मांग की है कि वे राजनीतिक अटकलों पर जवाब दें और आज शाम तक अपनी स्थिति स्पष्ट कर दें ताकि कंफ्यूजन हो सके।
भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच में फिर से कुछ खिचड़ी पक रही है। दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच में फिर से साथ आने की बातचीत हुई है। इस खबर के बाहर आते ही बिहार का सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है।
पटना से लेकर दिल्ली तक मीटिंग का दौर जारी है। बीजेपी आलाकमान ने बिहार के पार्टी नेताओं को दिल्ली बुला लिया है। इनमें प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और सुशील मोदी शामिल हैं।
बिहार में सियासी हलचल के बीच बीजेपी और जेडीयू के नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से पलटी मारने वाले हैं और बीजेपी के साथ आने वाले हैं।
राम मंदिर में सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस बीच जेडीयू के प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह ने राम का नाम लेकर पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
लालू प्रसाद द्वारा 15 जनवरी को आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल होने के लिए जब नीतीश कुमार पैदल ही पहुंचे, तब यह माना जाने लगा था कि राजद-जेडीयू के रिश्ते में पड़ी गांठ सुलझ गई है। लेकिन बुधवार को 2 बड़ी बातें एक बार फिर चर्चा को गर्म कर रही हैं।
INDIA गठबंधन का अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बनाया गया है। वहीं जब संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार का नाम सामने आया तो उन्होंने यह पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ अपना सोच रही है। केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस रूल स्टेट में या जहां कांग्रेस बड़ी पार्टी है वहां सबकुछ ठीक है। वहां किसी के साथ कोई सीट शेयरिंग नहीं है।
जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार के विवादित बयान पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी महाराज ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मूर्ख हमेशा मूर्ख की तरह ही बोलेगा। वह स्वयं मूर्ख है।
नीतीश कैबिनेट में मंत्री और जेडीयू के सीनियर नेता अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार के खिलाफ एक राजनीतिक साजिश चल रही है। लेकिन मैं उनके बारे में इतना ही कहना चाहूंगा कि टाइगर अभी जिंदा है।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और राजद के नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन में कोई नहीं पूछ रहा है। उन्होंने राजद को बड़बोला बता दिया और कहा कि इनके पास तो लोकसभा में 1 भी सांसद नहीं हैं।
भाजपा ने बिहार में लव-कुश रथ यात्रा की शुरुआत की है। ओबीसी जातियां कुर्मी और कोइरी को बिहार में लव-कुश समाज कहा जाता है जो कि नीतीश कुमार के वफादार वोटर माने जाते हैं।
India Tv Poll: बिहार में जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में ललन सिंह के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद क्या JDU में फूट हो सकती है? इसे लेकर INDIA TV ने एक पोल किया, जिसके नतीजे कुछ ऐसे रहे...
नीतीश कुमार के एयरपोर्ट पर दिखते ही ‘देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो’ के नारे गूंजने लगे। नीतीश के साथ उनके साथ करीबी सहयोगी राजीव रंजन सिंह 'ललन' भी थे, जिन्होंने नीतीश के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सर्वसम्मति से जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। ललन सिंह ने अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। अध्यक्ष बनने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपने आगे की प्लानिंग का खुलासा किया है।
नीतीश कुमार के करीबी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने आज INDIA TV से बात करते हुए नीतीश कुमार और JDU से जुड़े कई राज खोले हैं। साथ ही उन्होंने ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर भी बयान दिया है।
बीजेपी में जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे पर बीजेपी की तरफ से भी बयान सामने आया है। बीजेपी ने ललन सिंह के इस्तीफे को जेडीयू की आतंरिक कलह करार दिया। बीजेपी ने नीतीश कुमार की भी आलोचना की।
JDU की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते वक्त ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के कहने पर ही मैंने यह जिम्मेदारी संभाली थी। लेकिन अब मुझे लोकसभा चुनाव लड़ना है। इसलिये मैं अब पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं।
जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और नीतीश कुमार ने पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभाल ली है। ललन सिंह ने इस्तीफा देने की वजह का भी खुलासा किया है।
राजधानी दिल्ली में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। विपक्षी गठबंधन इंडिया के एक घटक दल जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है।
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