जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलयावी ने कहा, "बीजेपी हमेशा हमारे आर्म्ड फोर्सेज का इस्तेमाल अपने क्राइम को छिपाने के लिए करती है। उन्होंने हमारी सेनाओं के बलिदान, शौर्य और शहादत का फयदा उठाया है।
वहीं पशुपति कुमार पारस के इस दावे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। नीतीश कुमार ने कहा, "जाओ और जश्न मनाओ। मैं इन नेताओं का ध्यान नहीं रखता।"
बलियावी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी को अगर पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है, तो सेना में 30 प्रतिशत मुस्लिम युवकों को जगह दें, पाकिस्तान आंख नहीं दिखा पाएगा।
उपेंद्र कुशवाहा की ओर से पार्टी की बैठक बुलाए जाने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सोमवार को कहा कि वह सिर्फ एमएलसी हैं, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर आप रोज बोलेंगे तो इसका मतलब है कि आपकी राय हमसे अलग है। नीतीश ने कहा कि ऐसी बातों पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को लिखे आमंत्रिण को ट्वीट करके ललन सिंह ने जवाब दिया है।
जेडीयू के संसदीय दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा अब पार्टी नेतृत्व के साथ दो-दो हाथ करने की तैयारी में लग गए हैं।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध कर रहा हूं कि पार्टी को बचाने के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि सवाल मेरे पार्टी छोड़ने का नहीं है, बल्कि पार्टी को बचाने का है। कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग हैं, जो उनसे जबरदस्ती काम करवा रहे हैं।
जनता दल यूनाइटेड में बगावत के सुर तेज हो रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा के बागी तेवरों के बीच अब जनता दल यूनाइटेड के एमएलसी रामेश्वर महतो ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ पहले से साजिश हो रही है।
रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर क़े विवादास्पद बयान देने के बाद हर तरफ से उनकी आलोचना हुई थी। सहयोगी दल जेडीयू की तरफ से और CM नीतीश कुमार की तरफ से भी बयान वापस लिए जाने की बात कहे जाने क़े बाद भी शिक्षा मंत्री गुपचुप तरीके से अपने अभियान में लगे हुए हैं।
कुशवाहा ने कहा- मुझे कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया गया। पार्लियामेंट बोर्ड का अध्यक्ष बन कर भी मैं सदस्य मनोनीत नहीं कर सकता हूं। मेरे हाथ में अधिकार भी नहीं दिया गया। ये स्थिति मेरी पार्टी में आज भी है।
जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के काफिले पर हमला हुआ है। कुशवाहा का आरोप है कि भोजपुर जिले के जगदीशपुर में नायका टोला मोड़ के पास उनके काफिले पर हमला किया गया।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वे कुछ खास सलाहकारों से घिरे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वे पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले हैं और पार्टी को बचाने की अंतिम लड़ाई लड़ेंगे।
आज जब नीतीश से बीजेपी से फिर गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने के बजाय मरना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी जबरदस्ती पीछे पड़ी है, महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
वहीं इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर जबरदस्त निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश का बार-बार विशेष राज्य की मांग करना अपनी विफलता पर पर्दा डालना और 'थेथरोलॉजी' मात्र है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं, जिससे 2025 के बाद बिहार के खराब शासन व्यवस्था बने और बिहार की जनता ही कहे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझसे बातचीत की शुरुआत नीतीश कुमार ने की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 2 साल में मुझे खुद से फोन नहीं किया, मैंने ही जब जरूरत हुई नीतीश कुमार से फोन कर बात की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे एक पत्र में सिंह ने यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए चुनावी राज्य नगालैंड में अपने एक पूर्व निर्धारित राजनीतिक कार्यक्रम का हवाला दिया। हालांकि, उन्होंने राहुल की पदयात्रा की सफलता की कामना की।
तेजस्वी ने कहा कि उनके पास 15 दिन का समय है। जवाब आने के बाद तय किया जाएगा कि आगे क्या करना है। पार्टी में कोई गड़बड़ करेगा, तो उसको पार्टी जरूर देखेगी।
'आज सवर्णो को गाली दे रहे और महाराणा प्रताप का स्वाभिमान दिवस मना रहे हैं। सेना पर सवाल उठने वाले अब संविधान बचाने की बात कर रहे हैं।'
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