जेडीयू नेता Ghulam Rasool Baliyavi ने सेना में मुसलमानों के आरक्षण की मांग की है उन्होंने सेना में 30% मुसलमानों को भर्ती करने की मांग की है. #jdu #nitishkumar #ghulamrasool
जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलयावी ने कहा, "बीजेपी हमेशा हमारे आर्म्ड फोर्सेज का इस्तेमाल अपने क्राइम को छिपाने के लिए करती है। उन्होंने हमारी सेनाओं के बलिदान, शौर्य और शहादत का फयदा उठाया है।
Bihar News : JDU के पूर्व MLC गुलाम रसूल बलियावी ने कहा है कि लोहा लोहे को काटता है और लोहे को गाजर नहीं काट सकती. सरकार पाकिस्तानी आतंकवादियों से निपटने में डरती है तो30% मुस्लिम बच्चों को सेना में शामिल करना चाहिए.#biharnews
वहीं पशुपति कुमार पारस के इस दावे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। नीतीश कुमार ने कहा, "जाओ और जश्न मनाओ। मैं इन नेताओं का ध्यान नहीं रखता।"
बलियावी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी को अगर पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है, तो सेना में 30 प्रतिशत मुस्लिम युवकों को जगह दें, पाकिस्तान आंख नहीं दिखा पाएगा।
Bihar Paper Leak: पेपर लीक पर बड़ी कवरेज में अब हम आपको बिहार ले चलते हैं। पिछले 32 साल से बिहार में RJD और JDU की सरकारें हैं। पूरे देश में नौकरी की परीक्षा में बिहार के निवासियों की दावेदारी सबसे मजबूत और दमदार होती है लेकिन पेपरलीक मामले में बिहार कुख्यात है।
नीतीश कुमार की पार्टी के एमएलसी राधा चरण साह के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड जारी है । साह के पटना और आरा समेत कई जगहों पर तलाशी ली जा रही है
उपेंद्र कुशवाहा की ओर से पार्टी की बैठक बुलाए जाने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सोमवार को कहा कि वह सिर्फ एमएलसी हैं, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष नहीं हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर आप रोज बोलेंगे तो इसका मतलब है कि आपकी राय हमसे अलग है। नीतीश ने कहा कि ऐसी बातों पर ध्यान देने की जरुरत नहीं है।
Bihar Political Crisis : बिहार में जेडीयू के पार्लियामेंट्री बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा खुलकर सामने आ गए हैं. कुशवाहा ने जेडीयू के सीनियर नेताओं सहित अपनी पुरानी पार्टी के साथियों को मीटिंग करने के लिए बुलाया है.#biharpoliticalcrisis #nitishkumar
उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को लिखे आमंत्रिण को ट्वीट करके ललन सिंह ने जवाब दिया है।
जेडीयू के संसदीय दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा अब पार्टी नेतृत्व के साथ दो-दो हाथ करने की तैयारी में लग गए हैं।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध कर रहा हूं कि पार्टी को बचाने के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि सवाल मेरे पार्टी छोड़ने का नहीं है, बल्कि पार्टी को बचाने का है। कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग हैं, जो उनसे जबरदस्ती काम करवा रहे हैं।
जनता दल यूनाइटेड में बगावत के सुर तेज हो रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा के बागी तेवरों के बीच अब जनता दल यूनाइटेड के एमएलसी रामेश्वर महतो ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ पहले से साजिश हो रही है।
रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर क़े विवादास्पद बयान देने के बाद हर तरफ से उनकी आलोचना हुई थी। सहयोगी दल जेडीयू की तरफ से और CM नीतीश कुमार की तरफ से भी बयान वापस लिए जाने की बात कहे जाने क़े बाद भी शिक्षा मंत्री गुपचुप तरीके से अपने अभियान में लगे हुए हैं।
कुशवाहा ने कहा- मुझे कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया गया। पार्लियामेंट बोर्ड का अध्यक्ष बन कर भी मैं सदस्य मनोनीत नहीं कर सकता हूं। मेरे हाथ में अधिकार भी नहीं दिया गया। ये स्थिति मेरी पार्टी में आज भी है।
जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के काफिले पर हमला हुआ है। कुशवाहा का आरोप है कि भोजपुर जिले के जगदीशपुर में नायका टोला मोड़ के पास उनके काफिले पर हमला किया गया।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वे कुछ खास सलाहकारों से घिरे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वे पार्टी छोड़ कर कहीं नहीं जाने वाले हैं और पार्टी को बचाने की अंतिम लड़ाई लड़ेंगे।
आज जब नीतीश से बीजेपी से फिर गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने के बजाय मरना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी जबरदस्ती पीछे पड़ी है, महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
वहीं इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विशेष राज्य का दर्जा की मांग पर जबरदस्त निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश का बार-बार विशेष राज्य की मांग करना अपनी विफलता पर पर्दा डालना और 'थेथरोलॉजी' मात्र है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़