JDS नेता एचडी कुमारस्वामी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। NDA में शामिल होने के लिए वह बीजेपी के न्यौते का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन जेडीएस ने इसके लिए एक शर्त रखी है।
जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस वोटरों को गुमराह कर सत्ता में आई। उन्होंने चुपचाप नहीं बैठने का संकल्प लिया।
जोरदार प्रचार के बाद कर्नाटक में 10 मई को बंपर वोटिंग हुई थी। पिछली बार से ज्यादा करीब 73 फीसदी वोटिंग हुई और आज नतीजे आ गए हैं। बॉम्बे कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर किसे मिलीं कितनी सीटें-जानिए
एम.पी. रेणुकाचार्य ने कहा कि अगर राज्य में गठबंधन की जरूरत पड़ी तो हमारे राष्ट्रीय नेता तय करेंगे। यह स्थिति भी पैदा हो सकती है। इसका फैसला नतीजों के बाद किया जाएगा।
चुनाव आयोग की ओर से उपलब्ध कराए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 66.46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शाम 6 बजे थम गया। इन चुनावों में जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जेडीएस ने जमकर जंग लड़ी। नेताओं एन जमकर एक-दूसरे पर निजी हमले बोले। सभी पार्टियों ने कई जनसभाएं और रैलियां भी कीं। हालांकि परिणाम 13 मई को आएंगे, लेकिन उससे पहले जानिये कर्नाटक चुनाव का एग्जिट पोल-
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों से चुनाव में बहुमत देने की अपील की ताकि उनकी पार्टी एक मजबूत और स्थिर सरकार बना सके। कर्नाटक में वोटिंग से पहले पीएम मोदी ने भी वीडियो के जरिए अपील की है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान होने को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के अलावा इस चुनाव में अबकी बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। आप पहली बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
2023 के विधानसभा चुनाव में जेडीएस ने एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। वहीं बीजेपी ने गौतम गौड़ा को टिकट दिया है। कांग्रेस पार्टी से इकबाल हुसैन चुनाव मैदान में है।
2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर केसी नारायणगौड़ा को टिकट दिया है जबकि जनता दल से एचटी मंजूनाथ चुनाव मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने इस बार बीएल देवराज को उम्मीदवार बनाया है।
2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर बी सुरेश गौड़ा पर भरोसा जताते हुए उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने जीएस शणमुखप्पा यादव को और जेडीएस ने डीसी गौरी शंकर को टिकट दिया है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान होने को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के अलावा इस चुनाव में अबकी बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। आप पहली बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान होने को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के अलावा इस चुनाव में अबकी बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। आप पहली बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान होने को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के अलावा इस चुनाव में अबकी बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। आप पहली बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
जेडी(एस) ने काफी विचार-विमर्श के बाद स्वरूप एचएस प्रकाश को मैदान में उतारा है, जिनकी टक्कर बीजेपी के प्रीतम जे गौड़ा के खिलाफ है। वहीं कांग्रेस ने बनवासी रंगास्वामी को मैदान में उतारा है, जबकि आम आदमी पार्टी ने एजाइल योगीश को टिकट दिया है।
कर्नाटक विधानसभा का चन्नपटण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र रामनगर जिले में स्थित निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह आठ अन्य विधानसभा क्षेत्रों के साथ, बैंगलोर ग्रामीण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है।
बीजेपी ने इस विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जीबी ज्योति गणेश को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं जेडीएस ने गोविंद राजू को एक बार फिर मौका दिया है।
2023 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में चमराजपेट सीट से कांग्रेस ने जमीर अहमद खान को टिकट दिया है। भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी ने भास्कर राव को चुनावी अखाड़ा में उतारा है।
कांग्रेस ने बंगारपेट विधानसभा सीट से एस.एन. नारायणस्वामी को प्रत्याशी बनाया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने यहां से एम. नारायणस्वामी को टिकट दिया है।
हासन जिला पंचायत की पूर्व सदस्य भवानी रेवन्ना, कुमारस्वामी के बड़े भाई एचडी रेवन्ना की पत्नी हैं और उन्हें अपने पति के साथ-साथ अपने बेटों प्रज्वल रेवन्ना और सूरज रेवन्ना का समर्थन हासिल था।
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