जापान में तूफान 'शानशान' का व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की सुबह यह क्यूशू के उत्तरपूर्वी तट से कुछ ही दूरी पर सक्रिय था। विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान की धीमी गति के कारण बारिश की मात्रा और अवधि बढ़ जाती है।
जापान में भारी बारिश और तूफान के चलते जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 3 व्यक्तियों की मौत के बाद जापान की ओर से देश के कई हिस्सों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिजली गुल होने से ढाई लाख से ज्यादा घर अंधेरे में डूब गए हैं।
जापान ने कहा है कि चीन के सैन्य विमान ने उसके हवाई क्षेत्र में का उल्लंघन किया है। चीन की इस हरकत पर जापान ने कड़ा ऐतराज जताया है। जापानी रक्षा मंत्रालय के अनुसार चाइनीज विमान करीब दो मिनट तक जापान की सीमा में रहा।
जापान में एम्पिल तूफान के खतरे को देखते हुए लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी है। तूफान की वजह से तेज हवाएं चल रही हैं साथ ही 600 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
जापान में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। फुमियो किशिदा प्रधानमंत्री का पद छोड़ देंगे। उन्होंने सितंबर में होनेवाले पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।
जापान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के ये झटके दक्षिणी जापान में महसूस किए गए हैं। तटीय इलाकों में सुनामी को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है।
सोमवार को दोपहर 2.28 बजे तक Nikkei 225 इंडेक्स 4,186.97 अंकों (11.66%) की भारी-भरकम गिरावट के साथ 31,722.73 अंकों पर कारोबार कर रहा था। पिछले हफ्ते शुक्रवार को भी Nikkei 225 में 5.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
जेल में कैदियों के लिए बन रहे खाने को देख लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई। ऐसा खाना तो बड़े-बड़े होटलों में भी पैसे देकर नहीं मिलता। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
जापान घूमने गया एक शख्स जापाने की एक ऐसी जगह पर पहुंच गया। जहां का नजारा देख वह सन्न रह गया। जिसके बाद उसने इस नजारे को अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लोगों को वहां की असलियत बताते हुए उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
क्वाड देशों की बढ़ती ताकत से चीन की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। जापान में क्वॉड देशों ने दक्षिण चीन सागर में बढ़ती बीजिंग की दादागिरी के खिलाफ संयुक्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है। इससे चीन भड़क गया है और उसने जापान पर कई आरोप मढ़ दिए हैं।
'क्वाड' देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 'क्वाड' देशों के बीच सहयोग ही यह सुनिश्चित कर सकता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र मुक्त, खुला, स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध बना रहे। भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने 2017 में ‘क्वाड’ की स्थापना की थी।
अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन ने कहा, “यह हमारे गठजोड़ के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों में से एक होगा।” जापान में 50 हजार से ज्यादा अमेरिकी सैनिक तैनात हैं लेकिन उसके पास कमान का कोई अधिकार नहीं है। इसके बजाय यह हवाई स्थित हिंद-प्रशांत कमान से आता है।
जयशंकर ने कहा-आज जब हम कहते हैं कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, दुनिया बदल रही है, यह बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ रही है, जी-7 जी-20 बन गया है, तो एक तरह से यह सब गांधी जी द्वारा अतीत में किए गए कार्यों का परिणाम है।
जापान की राजधानी टोकिया में क्वॉड के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले एस जयशंकर ने अपने अमेरकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की। इस दौरान भारत-अमेरिकी के द्विपक्षीय संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने समेत कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन वार्ता हुई।
जापान में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले हैं। उत्तरी जापान में भूस्खलन की वजह से परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। पीएम फूमियो किशिदा ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
जापान में जनसंख्या की कमी गंभीर संकट बनती जा रही है। जापान की जनसंख्या में लगातार 15वें साल गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन, इस बीच जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक यहां विदेशी निवासियों की संख्या बढ़ी है।
2007 में पहली बार तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे की मुलाकात हुई थी। इसके बाद मोदी साल 2012 में जापान के दौरे पर गए थे। हालांकि, उस वक्त शिंजो आबे जापान के प्रधानमंत्री नहीं थे। लेकिन, उस दौरान मोदी ने आबे से मुलाकात की थी।
जापान के सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सरकार को 1950 से 1970 के बीच जबरन नसबंदी का शिकार हुए लोगों को उचित मुआवजा देने का आदेश दिया है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आप दंग रह जाएंगे। एक महिला ने छोटी सी बाइक पर बहुत सारे ड्रम को रखने के लिए गजब का दिमाग लगाया।
जापान ने उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण का करारा जवाब दिया है। आज जापान ने अपना नया पृथ्वी निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया है। जापान के एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद तय योजना के अनुसार अपना ‘पेलोड’ (उपग्रह) छोड़ा।
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