जापान के हिरोशिमा में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में बतौर आमंत्रित सदस्य हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंच गए हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। साथ ही जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतांत्रिक देशों के नेताओं ने ‘ग्रुप ऑफ सेवन’ (ज-7) की बैठक में यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस को दंडित करने के नए तरीके खोजने पर चर्चा की योजना बनाई है। विश्व के सभी नेता जी-7 में रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी में हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान में आयोजित हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस दौरान उनका आस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी जाने का भी कार्यक्रम है। रवानगी से पहले पीए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जापान में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति विशेष मायने रखती है।
इस बार दुनिया के ताकतवर देशों के नेता उस हिरोशिमा शहर में मिल रहे हैं जहां मानव सभ्यता ने अब तक का सबसे बड़ा परमाणु बम का विध्वंस देखा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की पूरी दुनिया कायल होती जा रही है। वर्ष 2014 में सत्ता संभालने के बाद से जिस तरह पीएम मोदी ने भारत को तरक्की के पहिए पर दौड़ाया है, उससे दूसरे देश भी प्रभावित हैं और हिंदुस्तान से बहुत कुछ सीखना चाहते हैं।
स्वीडन में यूरोपीय और हिंद प्रशांत देशों के विदेश मंत्रियों की एक बैठक में जापानी विदेश मंत्री हयाशी ने कहा कि यूक्रेन में जंग ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की बुनियाद को हिला दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर इसका जवाब देना चाहिए।
चीन और रूस अब यूक्रेन युद्ध के बीच मिलकर कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जो यूरोप के लिए कतई शुभ समाचार नहीं है। दोनों महाशक्तियां यूरोप और पश्चिमी देशों का दबदबा खत्म करने के लिए बड़ा सैन्य सहयोग करने जा रहे हैं। यह सिर्फ यूक्रेन युद्ध के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका समेत नाटो देशों के लिए भी बड़ा झटका है।
जापान की राजधानी तोक्यो और उसके आसपास के इलाकों में गुरुवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया जा रहा है कि इसमें कई लोग घायल हो गए।
किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने रविवार को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम जैसी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए ऐतिहासिक विवादित मुद्दों को सुलझाने और आपसी सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया।
फुमियो किशिदा ने कहा “मार्च से ही हमारे बीच वित्त और रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में विभिन्न स्तर पर संवाद बरकरार है। मेरी योजना इस संवाद को और विस्तार देने की है। दक्षिण कोरियाई और जापानी अधिकारियों ने कहा कि योल और किशिदा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम,दक्षिण कोरिया व जापान की आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात होगी।
मध्य जापान में शुक्रवार दोपहर को आए जोरदार भूकंप ने खलबली मचा दी है। इस भूकंप में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 दर्ज की गई है। वहीं भूकंप का केंद्र नागोया से 262 किमी दूर उत्तर दिशा में है।
जापान में हुए G7 सम्मेलन में भाग लेने के बाद स्वदेश लौटे केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की पूरी दुनिया भारत की विकास गाथा से सीखना चाह रही है। जापान में 29 और 30 अप्रैल को हुए G7 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुलंदियों पर पहुंचते भारत के विकास की चर्चा भी हुई।
लड़कियों के साथ यौन कृत्यों के गुप्त फिल्मांकन को लेकर जापान सख्त कानून लाने पर विचार कर रहा है। दरअसल जापान मेंं "अपस्कर्टिंग" का चलन बहुत है, जिसके चलते लड़कियों का यौन शोषण होता है और उसका गुप्त वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया और इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कर दिया जाता है।
फ्रांस और अमेरिका के बाद अब जापान ने भी महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर बड़ा फैसला किया है। जापान ने भी अब अबॉर्शन पिल्स को मंजूरी दे दी है।
जापान की एक कंपनी का अंतरिक्ष यान बुधवार को चंद्रमा पर उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण यान से संपर्क टूट गया और उड़ान नियंत्रक यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं कि आखिर वहां हुआ क्या।
जो बाइडेन 24 मई को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 'इन-पर्सन क्वाड लीडर्स समिट' में हिस्सा लेंगे। यहां बाइडेन जापान के पीएम फुमियो किशिदा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज से मिलेंगे।
उत्तर कोरिया के सैन्य जासूसी उपग्रह छोड़ने से पहले जापान अलर्ट हो गया है। जापान के रक्षा प्रमुख ने शनिवार को सैनिकों को ‘मिसाइल इंटरसेप्टर’ को सक्रिय करने और उत्तर कोरियाई उपग्रह के मलबे से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया, जिसके टुकड़े जापानी क्षेत्र में गिर सकते हैं।
यह जहाज 1 जुलाई 1942 को पापुआ न्यू गिनी से चीन के हेनान जाते समय समुद्र में डूब गया था। इस जापानी जहाज पर हमले के समय अमेरिका की सबमरीन को यह अहसास नहीं था कि इससे युद्ध बंदियों को लेकर जाया जा रहा है।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इन तीनों देशों के जवानों ने मिसाइल डिफेंस ड्रील की। क्योंकि उत्तर कोरिया से मिसाइल हमलों का खतरा कभी भी बना रह सकता है। इसके जवाब में मिसाइल डिफेंसी ड्रील की गई है।
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