प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी जन धन योजना की सफलता के बाद भी भारत में 19 करोड़ व्यस्कों के पास बैंक एकाउंट नहीं हैं। वर्ल्ड बैंक ने गुरुवार को इस बात का खुलासा करते हुए कहा है कि चीन के बाद भारत में दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा जनसंख्या ऐसी है, जिसके पास बैंक एकाउंट नहीं है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि जनधन योजना की शुरुआत से लेकर फरवरी अत तक देशभर में कुल 31.20 करोड़ जनधन खाते खोले जा चुके हैं
बैंक के पास करीब 42 करोड़ बचत खाते हैं, कुल 42 करोड़ बचत खातों में से बैंक के पास करीब 13 करोड़ बेसिक सेविंग बचत खाते और जनधन खाते हैं।
ग्राणीण क्षेत्रों में जनधन खातों की उपलब्धता बढ़ने की वजह से लोगों के व्यवहार में में बदलाव आया है और लोग खर्च करन के मुकाबले बचत पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं
प्रधानमंत्री जनधन खातों की संख्या जहां सबसे ज्यादा है, उन राज्यों में ग्रामीण महंगाई घटी है। नोटबंदी के बाद से जनधन खातों में तेजी से इजाफा हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा कि 3 साल पहले कुल जनधन खातों में से करीब 77 फीसदी जीरो बैलेंस थे लेकिन अब सिर्फ 20 फीसदी ही जीरो बैलेंस बचे हैं।
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 30 करोड़ लोग प्रधानमंत्री जन धन योजना से जुड़े हैं और उनके खातों में 65,000 करोड़ रुपए जमा हुए।
14 जून तक कुल 28.9 करोड़ जनधन खाते खुले हैं जिनमें 23.27 करोड़ सरकारी बैंकों, 4.7 करोड़ क्षेत्रीय और ग्रामीण बैंकों और 92.7 लाख खाते निजी बैंकों में हैं
रिलायंस धीरूभाई अंबानी समूह के प्रमुख अनिल अंबानी ने Sebi से म्यूचुअल फंड के लिए निवेश और विज्ञापन नियमों को सरल करने को कहा है।
एनपीसीआई देश में डिजिटल लेनदेन को लोकप्रिय बनाने के लिए बड़ा अभियान चलाएगा। इसके तहत लोगों को मोबाइल हैंडसेट से ट्रांजेक्शन करना सिखाया जाएगा।
खातों में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर एक अप्रैल से जुर्माना वसूलने के निर्णय को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बुधवार को अपने कदम को सही ठहराया है।
वित्त मंत्री ने कहा- 25 जनवरी 2017 को प्रधानमंत्री जनधन खातों में 64914 करोड़ रुपए की धनराशि जमा थी जो नोटबंदी लागू होने की तिथि से 20884 करोड़ रुपए अधिक है
जनधन खातों में जमा धन नोटबंदी के 45 दिन में दोगुना होकर 87,000 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया है। कर विभाग ऐसी जमाओं के बारे में सूचनाएं जुटा रहा है।
नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा में जोरदार इजाफा हुआ है, लेकिन करीब 23 प्रतिशत जन धन खाते अब भी ऐसे हैं जिनमें एक पैसा भी नहीं है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जनधन खातों में कुछ व्यक्तियों द्वारा जमा की गई 1.64 करोड़ रुपए की अघोषित आय (ब्लैकमनी) और अन्य विसंगतियों का पता लगाया है।
नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा में हुई जोरदार बढ़ोतरी में अब स्थिरता आती दिख रही है। 30 नवंबर तक सात दिन में जनधन खातों में 1,487 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
RBI ने जनधन अकाउंट से हर महीने रकम निकालने के नए निर्देश जारी करते हुए कहा है कि अब जनधन अकाउंट से हर महीने करीब 10 हजार रुपए तक निकाले जा सकते है।
500 और 1000 रूपए के पुराने नोटों को बंद करने के ऐलान के बाद के 14 दिनों में जन धन खातों में जमा रकम में करीब 27,200 करोड़ रूपए का इजाफा हुआ है।
सरकार नोट छपाई केंद्रों से लेकर एटीएम एवं बैंक तक जल्द से जल्द करंसी नोट पहुचाने के लिए सभी प्रकार के ट्रांसपोर्ट की मदद ले रही है।
दूसरे के बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवा कर उसे व्हाइट करना काफी महंगा पड़ सकता है। बेनामी कानून के तहत ऐसे लोगों को 7 साल तक की जेल भी हो सकती है।
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