साल 1858 में जमशेदजी टाटा ने एल्फिस्टन कॉलेज से ग्रैजुएशन की और फिर पूरी तरह पिता के व्यापार से जुड़ गए। पिता की कंपनी की अलग-अलग शाखाएं कई देशों में थीं। नुसेरवानजी टाटा चीन में आमतौर पर जाया करते और अफीम का व्यापार करते थे
टॉप-50 दानदाताओं की इस लिस्ट में एक और अन्य भारतीय शामिल है, जिनका नाम अजीम प्रेमजी है। वह विप्रो के मानद चेयरमैन हैं।
भारत के सबसे बड़े कारोबारी घराने टाटा ग्रुप की स्थापना को इस साल 150 साल पूरे हुए हैं और आज यानि 29 जुलाई को टाटा ग्रुप के सबसे सफल चेयरमैन माने जाने वाले जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा यानि जेआरडी टाटा की 114वीं जयंती है।
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