जम्मू-कश्मीर की डोडा विधानसभा सीट से 'आप' के उम्मीदवार मेहराज मलिक ने बीजेपी के गजय सिंह राणा को 4538 वोटों से हराया है। आइए जानते हैं कि मेहराज मलिक कौन हैं?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं। आइये जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा और सबसे कम वोटों के अंतर से किसने जीत हासिल की है।
किश्तवाड़ से भाजपा उम्मीदवार शगुन परिहार ने जीत दर्ज की है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू को 521 वोटों हराया है। शगुन की उम्र महज 29 साल है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के मंगलवार को आए नतीजे बीजेपी के लिए ऐतिहासिक रहे जहां पार्टी ने सूबे के इतिहास में न सिर्फ अपनी सबसे ज्यादा सीटें जीतीं बल्कि वोट प्रतिशत के मामले में बाकी सभी पार्टियों को पीछे छोड़ दिया।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ सीटें ऐसी हैं जहां पर जीत और हार के बीच 1000 से भी कम वोटों का अंतर रहा। बता दें कि एक सीट पर मात्र 460 वोट से एक उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के रुझान लगातार आ रहे हैं। इस चुनाव में जमात और इंजीनियर राशिद की पार्टी को लेकर काफी हवाबाजी की गई थी। लेकिन इस चुनाव में ये गठबंधन पूरी तरह असफल हो चुका है।
जम्मू कश्मीर चुनाव में सबसे बड़ा झटका समाजवादी पार्टी को लगा है। अखिलेश यादव ने 20 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे, लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं मिली।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है। नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले ही 41 सीटों पर जीत दर्ज कर रही है। इस बीच, बीच फारूक अब्दुल्लाह ने धारा 370 को लेकर बड़ा बयान दे दिया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बडगाम विधानसभा सीट से जीत दर्ज कर ली है। इसके साथ ही वह गांदरबल विधानसभा सीट पर वह बढ़त बनाए हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की प्रचंड जीत पर पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने खुशी जाहिर की है। फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है, उन्होंने साबित कर दिया है कि वे 5 अगस्त को लिए गए फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं।
अरविंद केजरीवाल आज आए दोनों राज्यों के चुनाव परिणाम से सहमे नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को कमर कस लेने की हिदायत दी है।
उमर अब्दुल्ला पहले भी जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह फारूक अब्दुल्ला के बेटे हैं। जम्मू-कश्मीर में चुनावी रुझान से यह साफ हो गया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है।
हरियाणा में भले ही आम आदमी पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई, लेकिन जम्मू कश्मीर में एक सीट जीतने में कामयाब रही है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने पूरी पार्टी को बधाई दी है।
पूरे देश की नजरें श्री माता वैष्णो देवी सीट पर लगी हुई हैं, जहां पहली बार चुनाव हुआ है। बीजेपी ने श्री माता वैष्णो देवी सीट पर उम्मीदवार बलदेव राज शर्मा को उम्मीदवार बनाया। उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह हैं।
जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मेहराज मलिक को 22611 वोट मिले हैं। AAP के प्रत्याशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार गजय सिंह राना को 4 हजार से अधिक वोटों से हराया है।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुलफवारा-बिजबेहरा सीट से चुनाव लड़ा है। इल्तिजा मुफ्ती का ये पहला विधानसभा चुनाव है। 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम में पीडीपी ने रिकॉर्ड 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
जम्मू कश्मीर चुनाव में बीजेपी और नेशनल कांफ्रेंस ने अपनी-अपनी पहली सीट पर जीत हासिल कर ली है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला दो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ये विधानसभा सीटें बडगाम और गांदरबल हैं। जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अच्छा प्रदर्शन कर किया है।
जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेस-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है।
चिराग पासवान की पार्टी ने हरियाणा या जम्मू कश्मीर की किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था। हालांकि, उन्होंने एनडीए गठबंधन के सहयोगी बीजेपी की जीत को लेकर उम्मीद जताई है।
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