जम्मू-कश्मीर के डोडा में पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उनकी रैली में भारी संख्या में समर्थक पहुंचे। पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
अफजल गुरु के भाई एजाज गुरु ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सोपोर सीट से निर्दलीय नामांकन भरा है। इस दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए एजाज गुरु ने कहा कि सभी कश्मीरियों की तरह वह भी 35 साल से कष्ट झेल रहे हैं।
डूरू में पहले चरण में चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस, पीडीपी समेत तमाम पार्टियां यहां अपना-अपना दमखम अजमा रही हैं।
इंजीनियर राशिद को उनकी विपक्षी पार्टी बीजेपी का प्रॉक्सी बता रही है, इधर आज राशिद को तिहाड़ से रिहा किया गया, जो रिहाई के बाद बारामूला में एक जनसभा संबोधित करने पहुंचे हैं।
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस बीच बनिहाल सीट पर मुकाबला कड़ा हो चुका है। यहां से कांग्रेस ने विकास रसूल वानी को तो वहीं भाजपा ने सलीम भट्ट को अपना उम्मीदवार बनाया है।
जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के दौरान गड़बड़ी फैलाकर जनता के मन में डर पैदा करने की साजिश को नाकाम करते हुए सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है।
जम्मू कश्मीर में यह कांग्रेस उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट है। इससे पहले तीन लिस्ट में कांग्रेस 34 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। अब तक कांग्रेस ने कुल 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, इससे पहले पीएम श्रीनगर में एक मेगा चुनावी रैली करने जा रहे हैं।
दिल्ली की अदालत से आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में अंतरिम ज़मानत मिलने के बाद बारामूला से सांसद इंजीनियर रशीद बुधवार को तिहाड़ जेल से बाहर आ गए।
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में कुछ साल पहले तक जहां पत्थरबाजी और हिंसा आम थी वहीं अब विधानसभा चुनावों के पास आते ही यह पूरा इलाका चुनावी रैलियों से गुलजार नजर आ रहा है।
अनंतनाग विधानसभा सीट से इस बार पीडीपी ने मिर्जा महबूब को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार अनंतनाग सीट में त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है। यहां पीडीपी, कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है।
तारिगामी को सबसे बड़ी चुनौती उनके पूर्व विश्वासपात्रों से ही मिल रही है। पीडीपी उम्मीदवार मोहम्मद अमीर डार कभी उनके डिप्टी थे। जबकि उनके दूसरे विश्वासपात्र मोहम्मद अकीब डार अपनी पार्टी के उम्मीदवार हैं।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-NC, पीडीपी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक और पार्टी सामने आई है जिसमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की टेंशन बढ़ा दी है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस बार के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों का अहम रोल रहने वाला है। पिछले चार दशक में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में ये निर्दलीय उम्मीदवार क्षेत्रीय दलों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।
उमर अब्दुल्ला के बेटे जमीर अब्दुल्ला की राजनीति में एंट्री हो चुकी है। दरअसल जमीर अब्दुल्ला ने गांदरबल विधानसभा सीट पर पिता के लिए चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभाल ली है। बता दें कि इस सीट से उमर अब्दुल्ला चुनाव लड़ रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में यह कांग्रेस उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट है। इससे पहले दो लिस्ट में कांग्रेस 15 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। अब तक कांग्रेस ने कुल 34 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में धारा 370 वापस लाने को कहा है, जो इंडिया टीवी की फैक्ट चेक में गलत पाया गया।
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं। इस बीच भाजपा ने सत शर्मा को प्रदेश BJP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।
Jammu Kashmir Election | चुनाव सर पर है और इस बार घाटी में कई कश्मीरी पंडित उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। दशकों से विस्थापित कश्मीरी पंडितों से इंडिया टीवी ने बात की। चुनावों को लेकर उनकी राय जानी, सरकार से उनकी मांग जानने की कोशिश की।
जम्मू-कश्मीर के रामबन में राजनाथ सिंह ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब हालात बदल चुके हैं। युवाओं के पास अब पिस्तौल और रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कंप्यूटर हैं।
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