जलियांवाला बाग हत्याकांड की घटना ने उधम सिंह को अंदर तक से हिलाकर रख दिया था। घटनाक्रम के करीब 20 साल बाद उधम सिंह लंदन गए और कैक्सटन हॉल में जनरल डायर की गोली मारकर हत्या कर दी।
13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में हुए हत्यकांड की शुरुआत रोलेट एक्ट के साथ शुरू हुई, जिसे 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में राष्ट्रीय आंदोलन को कुचलने के मकसद से तैयार किया गया था।
भारत को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए न जाने कितने लोग क्रूरता का शिकार हुए। अंग्रेजों की क्रूर नीतियों ने अनगिनत भारतीयों की जान ले ली।
13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से कुछ दूर स्थित जालियांवाला बाग़ में अंग्रेजी हुकूमत ने अपने खिलाफ तेज होती आवाज को दबाने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
Queen Elizabeth: एक ब्रिटिश सैन्य अधिकारी के आदेश पर अंधाधुंध गोलीबारी में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए महारानी ने 1997 में जलियांवाला बाग का दौरा किया था। बहुत लोगों को आशा थी कि वह ब्रिटेन की ओर से माफी मांगेंगी।
इससे पहले पाकिस्तान पर जमकर बरसते हुए उन्होंने कहा था कि हम अपने क्षेत्र में किसी भी तरह की आक्रामकता या हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर वे साहसी बनने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें (पाकिस्तान को) उनके जीवनभर का सबक सिखाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग की नई गैलरी राष्ट्र को समर्पित की। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जलियांवाला बाग की नई गैलरी राष्ट्र को समर्पित करने वाले हैं। आज शाम वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करेंगे और इसी के साथ जलियांवाला बाग के दरवाजे डेढ़ साल बाद नए रंग-रूप के साथ आज से खोल दिए जाएंगे।
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) विधेयक पर कहा कि हजारों लोगों ने जलियांवाला बाग में अपने जीवन का बलिदान दिया।
जलियांवाला बाग ट्रस्ट से स्थायी ट्रस्टी के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष का नाम हटाने के लिए सरकार की तरफ से संसद में बिल पेश कर दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जालियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक चलाने वाले ट्रस्ट में स्थायी सदस्य से कांग्रेस अध्यक्ष को हटाए जाने के प्रस्ताव वाले विधेयक पर एतराज जताया है।
दीवारों पर गढ़े हैं जनरल डायर की क्रूरता के निशान, पढ़िए- जलियांवाला बाग की पूरी कहानी
100 साल पीछे मुड़िए और इतिहास में झांककर देखिए 13 अप्रैल 1919 का वो दिन, जो भारत के लिए अमावस की काली रात से भी ज्यादा स्याह साबित हुआ।
कई निर्देशकों ने जलियांवाला बाग नरसंहार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इसपर फिल्में बनाई है। जिस पर इस मनहूस दिन के बारें में फिल्माया गया है। जानें इन फिल्मों के बारें में।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जलियांवाला बाग नरसंहार के सौ वर्ष होने के मौके पर जलियांवाला बाग स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
जलियांवाला बाग़ मेमोरियल पहुंचे राहुल गाँधी, शहीदों को दी श्रद्धांजलि
देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है।
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