सहारनपुर के देवबंद से शुक्रवार गिरफ्तार जैश के दो आतंकियों को लखनऊ की जिला अदालत ने 10 दिनों की रिमांड पर भेज दिया है। यूपी एटीएस की टीम ने इन्हें देवबंद से गिरफ्तार किया था।
पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी फिर आतंकवाद पर लगाम लगाने की बात से पलट गया है। पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को दावा किया था कि उसने आतंकी संगठन जैश के बहावलपुर स्थित मुख्यालय को अपने नियंत्रण में ले लिया है।
जैश-लश्कर और हिज्बुल के 20 आतंकियों ने एक साथ बैठकर कश्मीर में हमले की रणनीति तैयार की। पाकिस्तानी आर्मी का मेजर मीर कासिम भी आतंकियों की इस बैठक में शामिल था।
इमरान के इस धोखे की पोल उस वक्त खुल गई जब पाकिस्तान फौज ने 50 मिनट तक रट्टू तोते की तरह जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उसमें जैश या मसूद का नाम तक नहीं था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश भारत और पाकिस्तान दोनों से बात कर रहा है जिससे कि इसे बंद किया जा सके।
पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि अब वो भारत की कार्रवाई से बच नहीं सकता।
पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर की सुरक्षा बड़ा दी गई है। पाकिस्तानी सेना ने जैश के दफ्तर को चारो तरफ से घेर लिया है। आपको बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
पाकिस्तान की ओर से 15 महीनों का एक ऐक्शन प्लान रखा गया और बताया गया कि उसके यहां मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादिकयों का धन का रास्ता बंद करने के क्या उपाय किए गए हैं।
आतंक के मोर्चे पर एक बड़ी सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से जैश ए मोहम्मद के दो कथित 'आतंकियों' को हिरासत में लिया गया है।
चीन पिछले 6 दिनों से बयान को रोकने की कोशिश में लगा था। वह नहीं चाहता था कि बयान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम आए।
पुलवामा में जघन्य आतंकी हमला रचने के बाद एक बार फिर जैश-ए-मोहम्मद हरकत में आ गया है। पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान और राशिद गाज़ी के मारे जाने के बाद जैश ने नया कमांडर बनाया है।
सुरक्षा एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद के नजदीकी सोशल मीडिया ग्रुप पर एक मैसेज को डीकोड किया है जिसमें कहा गया है कि पुलवामा में 200 किलो का खिलौना था, अब 500 किलो के लिए तैयार रहें
फ्रांस के इस कदम के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुसीबतें बढ़ गई हैं क्योंकि इमरान ने ये कह कर अपनी फज़ीहत करवा ली है कि उसे पुलवामा हमले के सबूत चाहिए जबकि जैश ए मोहम्मद खुद इसकी ज़िम्मेदारी ले चुका है
अमेरिका ने भारत का साथ देते हुए बयान जारी किया है कि पाकिस्तान जैश के आतंकियों के खिलाफ फौरन एक्शन ले।
इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया है और दोनों देशों ने अपने-अपने दूतों को वापस बुला लिया है।
पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर 2002 में पाबंदी लगाई गई थी और इस्लामाबाद इन प्रतिबंधों पर कानून के मुताबिक अपने दायित्व निभा रहा है।
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति के तहत सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के प्रति समर्थन जताया।
पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड अब्दुल राशिद गाजी की तलाश तेज कर दी गई है। सुरक्षा बलों को गाजी के पुलवामा और त्राल के जंगलों में छिपे होने की आशंका है।
पाकिस्तान की मीडिया में ये भी कहा गया कि पाकिस्तान की आर्मी वहां के नौजवानों को जेहादी बना रही है और उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर आतंकी संगठनों को सौंप देती है।
विहिप ने कहा कि जैश ए मुहम्मद पाकिस्तान स्थित और पाक-समर्थित आतंकी संगठन है। उसके प्रमुख अजहर मसूद को आतंकी घोषित करने में चीन का वीटो अवरोध बना है। इस अपवित्र गठजोड़ को रोकना होगा।
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