प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कुत्ता एसएमएस अस्पताल से मानव अंग लेकर आया, वहीं अस्पताल के अधिकारियों ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि कटे हुए अंगों का निपटान प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाता है।
राजधानी जयपुर में जीका का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जा रहा है। यहां शनिवार तक जीका के 55 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
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