जब भगवान राम और हनुमान जी का पहली बार मिलना हुआ था तो हनुमान जी ने अपना भेष बदल लिया था। आखिर हनुमान जी ने ऐसा क्यों किया था और कहां हुई थी श्रीराम और हनुमान जी की एक दूसरे से भेट, आइए जानते हैं रामचरितमानस के अनुसार।
भगवान राम ने पूरे 14 वर्षों का वनवास बिताया था। इस दौरान उन्होंने कई जगह समय बिताया लेकिन दक्षिण भारत का रामेश्वरम आखिर क्यों उनके नाम से प्रसिद्ध हुआ। आइए जानते हैं इसके बारे में तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में क्या कुछ बताया है।
जर्मनी की एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। जिसमें लड़की राम भजन गाते हुए दिख रही है। लड़की देखने में असमर्थ है लेकिन गाना बहुत ही सुंदर गाती है।
भगवान राम ने अयोध्या में जन्म लिया और जीवन के अंतिम पल में जब उनके बैकुंठ लोक जाने का समय आया तो उन्होंने जल समाधि ली थी। अयोध्या में वो पावन जगह कहां है आज हम आपको उसके बारे में सब कुछ विस्तार से बताने जा रहे हैं।
अयोध्या धाम आना प्रत्येक राम भक्त का सपना है। बड़े भाग्य से इस भूमि के दर्शन होते हैं। भगवान राम से पहले यहां श्री विष्णु सतयुग में जगत कल्याण के उद्देश से तपस्या करने आए थे। अयोध्या की इस जगह को भगवान नारायण का निवास स्थान बैकुंठ भी कह जाता है। यहां दर्शन मात्र से मिल जाता है पुण्य।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नासिक के कालाराम मंदिर पहुंचे और वहां उन्होंने मंदिर परिसर में साफ-सफाई की। इस दौरान उन्होंने वहां प्रभु राम का कीर्तन भी किया, आखिर नासिक के इस मंदिर की क्या विशेषता है आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
देवरहा बाबा एक महान सिद्ध संत थे। उनके के पास बड़ी-बड़ी हस्तियां और दिग्गज उनसे आशीर्वाद लेने आया करते थे। उन्होंने 33 साल पहले ही राम मंदिर निर्माण को लेकर भविष्यवाणी कर दी थी। आइए जानते हैं कौन थे देवरहा बाबा जिनकी आयु का दावा 500 वर्ष तक का किया जाता है और राम मंदिर को लेकर उन्होंने क्या कुछ कहा था।
हनुमान जी श्रीराम के परम सेवक और दूत हैं। वह उनकी सेवा में निरंतर लगे रहते हैं। जब लक्ष्मण जी के प्राण संकट में थे। तब बजरंगबली द्रोणागिरी पर्वत समेत संजीवनी बूटी लेकर अयोध्या नगरी के ऊपर से वापस लौट रहे थे। उसी समय उनको बाण लगा और वह नीचे मूर्छित होकर गिर पड़े। आइए जानते हैं उसके बाद क्या हुआ।
पिता दशरथ द्वारा 14 वर्षों के वनवास की आज्ञा स्वीकार करने के बाद भगवान राम ने मां जानकी से वहां के किन कष्टों के बारे में बताया, आखिर वह मां सीता को अपने साथ वन मार्ग में जाने से क्यों मना कर रहे थे?आइए जानते हैं वनवास के दौरान वो कौन से कष्ट थे जो श्री राम पहले से जानते थे।
आज हम आपको अयोध्या की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भगवान श्री राम का बचपन बीता था। अयोध्या में जिस जगह प्रभु राम बचपन में अपने 4 भाइयों संग खेलते थे वो आंगन आज भी अयोध्या में है और लाखों भक्त इस प्राचीन मंदिर के दर्शन करने आते हैं। आइए जानते हैं वो जगह अयोध्या में कहां पर है।
वाल्मिकी रामायण में स्वप्न शास्त्र का जिक्र किया गया है और इसी से जुड़ी एक घटना आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जब रावण के द्वारा मां सीता जी की पहरेदारी में एक रक्षसी को नियुक्त किया गया था। उस दौरान उसने रावण समेत लंका के विनाश से जुड़े सपने में क्या-क्या देखा आइए जानते हैं।
अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में 22 जनवरी 2024 को विराजमान होंगे। रामभक्तों और सनातन प्रेमियों के लिए यह स्वर्णिम अवसर है कि रामनगरी में आकर प्रभु राम के दर्शन कर अपने जीवन को सार्थक बनाएं। लेकिन रामलला के दर्शन से पूर्व आपको उनके परस सेवक की अनुमति लेनी पड़ेगी तभी आपका दर्शन सफल माना जाएगा।
पीएम मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या में बने नए एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इस एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम है। अयोध्या जाने वाली पहली फ्लाइट ने दिल्ली से उड़ान भरा।
भगवान राम की महिमा तो संपूर्ण ब्रह्माण्ड में अद्वितीय है। उनकी एक छवि को देखने के लिए समस्त देवता गण व्याकुल रहते हैं। एक बार ऐसा ही हुआ था, दरअसल अयोध्या नगरी में एक महीने के लिए रात ही नहीं हुई क्योंकि उनके बाल स्वरूप की मनमोहक छवि को देख सूर्य देव अपना रथ चलाना भूल गए थे।
आज विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर करुणा के सागर प्रभु श्री राम और मां जानकी का विवाह हुआ था। प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी पड़ती है और इस दिन मां सीता और प्रभु राम का विवाह उत्सव मनाया जाता है। यह उत्सव मिथिला नगरी जनकपुर और अयोध्या धाम में भव्यता से मनाया जाता है।
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम मंदिर का उद्घाटन ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय बनने वाला है। इसके लिए अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। दुनिया के जितने देशों में भारतीय बसे हैं, वहां-वहां बड़े आयोजन की रूपरेखा बनाई जा रही है। भारत सरकार इन आयोजनों को सफल और ऐतिहासिक बनाने में पूरी मदद कर रही।
गुजरात में एक व्यक्ति ने मुस्लिम दुकानदार को जय श्री राम नहीं बोलने पर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं धमकी दे रहे शख्स का कहना है कि तुम्हे हिंदुओं की ताकत का पता चल जाएगा।
रावण से युद्ध के दौरान भगवान राम ने अपने कुल पुरुष सूर्य देव की स्तुति की थी। भगवान राम ने सूर्य देव की स्तुति करने के बाद ही रावण का संहार किया था। आइये जानते हैं आखिर ये स्तुति भगवान राम ने किसके कहने पर की थी।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस दौरान देश के 5 लाख अलग-अलग मंदिरों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारी 5 नवंबर से शुरू हो जाएगी।
राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी को न्यौता मिलने पर संजय राउत ने कहा कि उन्हें क्यों आमंत्रित करना? वो खुद आएंगे। इतना बड़ा मौका कोई छोड़ता है। इसपर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी ने अब बयान जारी किया है।
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