एक बार फिर आषाढ़ी बीज यानी कि आषाढ़ महीने की दूज पर रथयात्रा निकलेगी। इस बार निकलने वाली 146वीं रथयात्रा की तैयारियां महीने पहले से ही शुरू हो गई है, उड़ीसा के पूरी में निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की यात्रा के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी रथयात्रा जो अहमदाबाद से निकलती है। आइए जानें कैसा होता है इसका भव्य स्वरूप?
पुरी पुलिस ने भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा से पहले 12वीं सदी के इस प्रसिद्ध मंदिर के आसपास ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी है।
ये मंदिर वृंदावन के परिक्रमा रोड ज्ञानगुदड़ी के पास स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के रूप में जाना जाता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को भगवान को जल यात्रा कराई गई।
Jagannath Temple: इस साल ओड़िसा के पुरी में रथ यात्रा 20 जून 2023 को निकाली जाएगी। लेकिन इससे पहले जगन्नाथ मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान भक्तगण भगवान के दर्शन नहीं कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि अब जगन्नाथ मंदिर को कब खोला जाएगा।
Rath Yatra 2023: हर साल पुरी समेत देश के अन्य शहरों में धूमधाम से जगन्नाथ जी की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। रथ यात्रा को लेकर हिंदू धर्म में कई तरह की मान्यताएं प्रचलित हैं। तो यहां जानिए रथ यात्रा की तारीख, टाइम और मंदिर से जुड़ी अन्य बातों के बारे में।
Ashadh Month 2023: व्रत-त्यौहार की दृष्टि से आषाढ़ का महीना काफी महत्वपूर्ण है। ऐसे में यहां जान लीजिए कि किस दिन कौन सा व्रत और त्यौहार पड़ रहा है। आपको बता दें कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा भी इसी माह में निकाली जाती है।
भगवान जगन्नाथ की भक्त ममता यहां शाम 4:00 बजे पूजा-अर्चना करने पहुंचेंगी। उनके मंदिर में करीब एक घंटे तक रुकने की संभावना है।
Beggar Woman Donated one Lakh to Jagannath Temple: ओडिशा में एक महिला 40 वर्षों तक लगातार भीख मांगती रही और धन जुटाती रही। महिला ने 30 वर्ष की उम्र से ही भीख मांगना शुरू कर दिया था। अब उसकी उम्र 70 वर्ष पार हो चुकी है।
Kohinoor: ओडिशा के एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन ने दावा किया है कि 'कोहिनूर हीरा' भगवान जगन्नाथ का है। संगठन ने इसे ब्रिटेन से ऐतिहासिक पुरी मंदिर वापस लाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
Odisha News: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के रसोई भंडार में शनिवार देर रात अचानक आग लग गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी सरकारों ने गुजरात में अपने शासनकाल के दौरान भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकालने पर तीन बार प्रतिबंध लगाया था, जो यह दर्शाता है कि वे लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं थे।
Jagannath Rath Yatra 2022: भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ आज यात्रा शुरू करने वाले हैं, विश्व में प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव आज से शुरू होकर पूरे 9 दिन यानी 12 जुलाई तक चलेगा। आइए जानते हैं आज होने वाले उत्सव के बारे में खास जानकारियां...
Jagannath Rath Yatra: अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। जिन रास्तों से होकर रथ गुजरेगा उन सभी रास्तों पर करीब 25 हज़ार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। बता दें कि इस साल भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा दो साल के अंतराल के बाद बिना कोविड-19 प्रतिबंधों के निकलेगी। इस साल यात्रा में लगभग लाखों लोगों के भाग लेने की संभावना है।
Jagannath Rath Yatra 2022: जुलाई का महीना कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है. इस महीने के साथ ही विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा, गुरु पूर्णिमा, सावन सोमवार व्रत और हरियाली तीज जैसे व्रत और त्यौहार भी शुरू हो जाएंगे।
पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा इस बार 01 जुलाई, शुक्रवार से शुरू होगी। भगवान जगन्नाथ श्रीहरि भगवान विष्णु के मुख्य अवतारों में से एक हैं।
Draupadi Murmu: NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आज ओडिशा में रायरंगपुर के जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कीं।
Jagannath Rath Yatra 2022: स्नान यात्रा के बाद पारंपरिक रूप से देवताओं को बीमार माना जाता है और उन्हें राज वैद्य की देखरेख में एकांत में स्वस्थ होने के लिए रखा जाता है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर मंदिर का दौरा करने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि तोड़फोड़ की सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति नजर आया। आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और ऐसी घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में मिट्टी के करीब 40 चूल्हों को रविवार को टूटी हुई अवस्था में पाया गया। इन चूल्हों का इस्तेमाल ‘महाप्रसाद’ बनाने में किया जाता था, जिसका भोग भगवान को ‘रोस घर’ (रसोई घर) में लगाया जाता है।
पुरी जिला कलेक्टर ने कहा कि मंदिर में जनता के दर्शन के लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
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