इटली से भारत आए 15 टूरिस्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि इटली से 21 लोग भारत आए थे जिनमें से 15 टूरिस्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
वुहान से भारत आए 406 भारतीयों को कोरोना वायरस के शक में छावला में रखा गया था। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पहले चरण में करीब 200 लोगों को छुट्टी दे दी गई। जिस वक्त ये लोग घर जा रहे थे, उस वक्त वहां हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन भी मौजूद थे।
कोरोना वायरस से प्रभावित चीनी शहर वुहान से भारत लाए गए और दिल्ली में आईटीबीपी के एक शिविर में रखे गए करीब 400 लोगों में से तकरीबन 200 को सोमवार को छुट्टी दे दी गयी।
चीन के वुहान से लौटे 406 लोगों का भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के चिकित्सकों की विशेष चिकित्सीय निगरानी में छावला क्वारंटाइन कैंप में ख्याल रखा जा रहा हैI इनमें 7 मालदीव के नागरिक और एक बांग्लादेश का हैंI
भारत-तिब्बतन सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने आज बर्फ में 17000 फीट की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर गणतंत्र दिवस मनाया।
गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कश्मीर से अर्द्धसैनिक बलों के 7000 से अधिक जवानों की वापसी का आदेश दिया है।
एक मिनट 55 सेकंड का यह वीडियो एक पर्वतारोही के हेलमेट में लगे कैमरे से शूट हुआ है।
अमरनाथ यात्रा का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद हर व्यक्ति आईटीबीपी के जवानों को सलाम करेगा।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की एक टीम ने नंदादेवी पर्वत चोटी पर चढ़ने के प्रयास करने में जान गंवाने वाले सात पर्वतारोहियों के शवों को पिथौरागढ़ पहुंचा दिया है।
हालिया जानकारी के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सात बरामद शवों में से चार को पहाड़ के एक रिज तक ले आया गया है ताकि उन्हें यहां से कंधे पर 15,250 फुट पर स्थित एक आधार शिविर तक लाया जा सके और इसके बाद हेलीकॉप्टर की मदद से नीचे भेजा जा सके।
करीब एक माह पहले नंदा देवी पूर्व चोटी पर चढ़ने के दौरान लापता हुए विदेशी पर्वतारोहियों में से सात के शव भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के एक दल ने रविवार को बर्फ से बाहर निकाल लिये।
जहां इंसान योग दिवस पर अपनी सेहत को लेकर फिक्रमंद दिखे, वहीं जानवरों में भी योग को लेकर जोश में कोई कमी नहीं थी। आज सेना के डॉग स्क्वॉड के साथ ही घुड़सवार बल ने भी योग दिवस में शिरकत की।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के परंपरागत लिपुलेख मार्ग पर स्थित लिपुलेख दर्रे पर जाकर ITBP के महानिदेशक एसएस देसवाल ने यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
आईटीबीपी जवानों ने कोंडागांव के मर्दापाल में सर्च ऑपरेशन के दौरान घने जंगलों में नक्सलियों की गुप्त खोज निकाली। नक्सलियों ने यहां अपने हथियार और साहित्य को एक पानी की टंकी में तिरपाल से लपेटकर रखा हुआ था।
ITBP को कालांतर से ही विशेष बल का दर्जा हासिल है। ज्ञातव्य है कि 80 के दशक में जब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और विशेष सुरक्षा गार्ड (SPG) जैसे संगठनों की स्थापना भी नहीं हुई थी तब ITBP के कमांडो VIP सिक्योरिटी तथा अन्य ड्यूटी के लिए तैनात किए जाते थे
भारत ने सोमवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की सामरिक कमान का संचालन जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख जिले से शुरू कर दिया।
देश की पूर्वी सीमा पर चीनी सैन्य जमावड़े पर बढ़ती चिंता के बीच सरकार ने सामरिक रूप से अहम भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) कमान को चंडीगढ़ से जम्मू-कश्मीर में लेह भेजने का आदेश दिया है।
जम्मू कश्मीर में सोमवार सुबह आईटीबीपी के जवानों को ले जा रही निजी बस खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में 1 जवान की मौत की खबर है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के मुकाबले भारतीय सेना का बुनियादी ढांचा थोड़ा कमजोर है लेकिन भारत 1962 के मुकाबले काफी आगे जा चुका है।
केंद्रीय रिजर्स पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), असम राइफल्स, राष्ट्रीय जांच एजेंसी और सचिवालय सुरक्षा बल के लिए कान्स्टेबल (सामान्य ड्यूटी) पद के लिए भर्ती होगी।
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