देश के 75वें गणतंत्रता दिवस के मौके पर भारत-चीन सीमा पर तैनात आइटीबीपी के जवानों ने अपने विदेश अंदाज में देशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। जवानों ने बर्फीले इलाके से हाथ में तिरंगा लिए भारत माता की जयघोष के साथ अपना एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह काफी जोश में नजर आ रहे हैं।
सिक्किम के सीएम ने बताया है कि सैलाब के कारण जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया है और पुल बह गए हैं। उत्तरी सिक्किम में संचार सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। सेना के 23 लापता जवानों में से सात के शव निचले इलाकों से बरामद किए गए हैं।
ट्रेनिंग में खासतौर पर बिना गोली चलाए जैपनीज और इजराइली टेक्निक से जुडो-कराटे, कुंगफू, कोरोमा समेत अन्य कई तरह की शारीरिक तकनीक सिखाई जा रही है।
ITBP Recruitment 2022: इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस फोर्स (ITBP) के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (फार्मासिस्ट) के पदों पर आवेदन करने के लिए, अभ्यर्थियों को आईटीबीपी की आधिकारिक वेबसाइट recruitment.itbpolice.nic.in पर जा कर आवेदन करना होगा।
ये अर्धसैनिक बल सेना का हिस्सा नहीं हैं और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आते हैं। हालांकि इन्हें अपने कर्तव्य निर्वहन में सेना की सहायता मिलती है। तो चलिए अब जान लेते हैं कि कौन से अर्धसैनिक बल कौन सी सीमा की रक्षा करते हैं।
केदारनाथ मंदिर में सुरक्षा और दर्शन को सुव्यवस्थित करने के लिए ITBP की गई तैनाती भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) और केदारनाथ घाटी (Kedarnath Valley) में तीर्थयात्रियों के दर्शन और उनके आवागमन को कर रही है नियंत्रित.#KedarnathTemple #ITBP #IndiaTv
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोपहर लगभग 12:10 बजे आईटीबीपी की 45वीं बटालियन की ई कंपनी को गश्त पर रवाना किया गया था।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने अपने जवानों द्वारा राष्ट्र के सम्मान में देशभक्ति गीत गाते हुए एक वीडियो जारी किया है। देखिए ये वीडियो
ITBP को कालांतर से ही विशेष बल का दर्जा हासिल है। ज्ञातव्य है कि 80 के दशक में जब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और विशेष सुरक्षा गार्ड (SPG) जैसे संगठनों की स्थापना भी नहीं हुई थी तब ITBP के कमांडो VIP सिक्योरिटी तथा अन्य ड्यूटी के लिए तैनात किए जाते थे
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में चीन- भारत सीमा पर हिमस्खलन में सेना की जम्मू कश्मीर राइफल्स इकाई के छह जवानों के शहीद हो जाने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जवानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दूर-दराज के इलाकों में बर्फीले पहाड़ों पर ड्यूटी करने की उनकी लगन राष्ट्र की ताकत को और मजबूत बनाती है और 125 करोड़ भारतीयों के सपने एवं भविष्य को सुरक्षित करती है।
मानसून तय समय से 17 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है। मानसून पश्चिमी राजस्थान में स्थित देश की आखिरी सीमा चौकी श्रीगंगानगर में भी पहुंच गया है। श्रीगंगानगर में मानसून सामान्यत: 15 जुलाई को पहुंचना था।
लद्दाख: खतरनाक लहरों में आईटीबीपी जवानों ने की रिवर राफ्टिंग
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