दिशानिर्देशों के अनुसार आईटी और आईटी आधारित सेवा कंपनियों को लॉकडाउन में 50% तक कर्मचारियों के साथ कारोबार की अनुमति
नास्कॉम ने राहत के लिए दूरसंचार विभाग को पत्र लिखा
बीता साल भारत में नौकरियों के लिए थोड़ा व्यवधान भरा रहा लेकिन वर्ष 2018 में नौकरियों का परिदृश्य बेहतर दिख रहा है। इस साल सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में दो लाख से अधिक नौकरियां मिलने की उम्मीद है।
भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनी टाटा कसंल्टेंसी सर्विस (TCS) और रिसर्च और रेटिंग मैनेजमेंट कंपनी नील्सन के बीच आईटी सेक्टर में आउटसोर्सिंग का अबतक की सबसे बड़ी डील हुई है।
देश में निकट भविष्य में मैन्युफैक्चरिंग, रियर एस्टेट, संगठित खुदरा, सौंदर्य एवं स्वास्थ्य, परिवहन और लाजिस्टिक क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार सृजित करने की क्षमता है।
रविशंकर प्रसाद ने भारत के आईटी उद्योग में किसी तरह की गिरावट को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2025 तक 25 से 30 लाख नौकरियों के अवसरों का सृजन होगा।
नैस्कॉम ने आईटी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनियों की खबरों को खारिज किया है। नैस्कॉम ने कहा कि इस साल इस क्षेत्र डेढ़ लाख लोगों की भर्ती की जाएगी।
इंफोसिस और कॉग्निजेंट जैसी IT सेक्टर में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो यह अभी एक-दो साल और जारी रहेगा।
भारत में FMCG सेक्टर सबसे ज्यादा सैलरी देने वाली इंडस्ट्री के रूप में उभरकर सामने आई है। यहां औसत वार्षिक कॉस्ट टू कंपनी (CTC) 11.3 लाख रुपए है।
देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी HCL टेक की भी शेयर बायबैक करने की योजना है। कंपनी की 20 मार्च को होने वाली बोर्ड बैठक में फैसले लिया जा सकता है।
देश की सबसे बड़ी IT कंपनी TCS (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस) के बोर्ड ने शेयर बायबैक को मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने 16000 करोड़ रुपए तक के बायबैक का फैसला किया।
टेक महिंद्रा का मानना है कि वोडाफोन और आइडिया का प्रस्तावित विलय IT क्षेत्र के लिए एक हलचल लाने वाला घटनाक्रम होगा और उसे इस सौदे से फायदा होगा।
भारत व अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया ने आईटी, टेलीकॉम और डिजिटल अर्थव्यवस्था में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
कुछ प्रमुख भारतीय आईटी कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम अपेक्षा से कम रहने के बावजूद नैसकॉम ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ग्रोथ अनुमान बरकरार रखा है।
इंडियन इन्वेस्टर्स के बीच इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) शेयरों के प्रति प्यार कम नहीं हुआ है, फिर चाहे वह नए शेयर हों या पुराने।
वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में Infosys के मुनाफे में गिरावट आई है। पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,597 करोड़ रुपए से 3,436 करोड़ रुपए रह गया।
दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो की दूसरी इकाई L&T इंफोटेक के 1,200 करोड़ रुपये से अधिक का IPO जल्द ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने को तैयार है।
आईटी सेक्टर के लिए बुरी खबर है। अमेरिका स्थित रिसर्च फर्म एचएफएस के मुताबिक अगले पांच साल में भारत के आईटी सेक्टर में 6.5 लाख लोगों की नौकरी जा सकती है।
आईटी सेक्टर में काम कर रहे देश के 55% नौकरीपेशा लोगों के पास अपना घर नहीं है। Jagoinvestor.com की ओर से कराए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है।
IT उत्पादों और सेवाओं पर इस साल सरकार का खर्च साल-दर-साल आधार पर 3.1 फीसदी बढ़कर सात अरब डॉलर रहेगा।
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