भारत का चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया है। भारत ने आज वह इतिहास रचा है जिसे अब तक दुनिया का कोई भी देश नहीं कर पाया। चंद्रयान 3 की लैंडिंग के दौरान पीएम मोदी भी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स सम्मेलन से इसरो के साथ लाइव जुड़े रहे। उन्होंने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया।
चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की है। ये भारत के लिए ऐतिहासिल पल है।
चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है। इतने बड़े मून मिशन को लेकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के लोग बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके गांव से निकले एक लड़के का भी चंद्रयान-3 मिशन में अहम योगदान है।
चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में लैंड करने वाला है। दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को इस मिशन से चांद के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिलने की उम्मीद है।
चंद्रयान 3 की लैंडिंग का काउंटडाउन जारी है। 3 अगस्त शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर चंद्रयान 3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत इतिहास रचेगा और चांद पर लैंड करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
इसरो ने चंद्रयान-3 के लिए हर स्तर पर प्लानिंग और तैयारी पुख्ता की है। अगर जरूरत पड़ी तो चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर को चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल बैकअप की तरह काम में लेगा।
इसरो द्वारा चांद तक पहुंचने का प्रयास काफी दिलचस्प रहा है। 2008 में चंद्रयान-1 से इस अभियान की शुरुआत रही। तीनों अभियानों के प्रमुख तमिलनाडु से ही जुड़े रहे।
भारत इतिहास रचने की दहलीज पर पहुंच चुका है। आज शाम चांद की सतह पर विक्रम लैंडर के कदम रखते ही भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
इसरो अपने चंद्रयान3 मिशन को अंजाम तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। पिछले 15 साल में चंद्रमा पर खोज को लेकर ये उसका तीसरा अभियान है।
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग चांद के सबसे कठिन हिस्से में कराने को लेकर काउंटडाउन शुरू हो चुका है। ऐसे में बिहार के गया में रहने वाले वैज्ञानिक सुधांशु के माता–पिता सफल लैंडिंग के लिए पूजा पाठ कर रहे हैं।
चंद्रयान-3 का लैंडर रोवर विक्रम आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर कदम रखेगा। जानिए चंद्रयान की लैंडिंग के लिए इसरो ने 23 अगस्त की ही तारीख क्यों तय की। लैंडिंग के बाद क्या खुलेंगे चांद के अनजाने रहस्य-
चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यान आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर उतरेगा। चांद पर उतरने के बाद चंद्रयान क्या करेगा, क्या होती है सॉफ्ट लैंडिंग..जानें सबकुछ-
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारत से लेकर अमेरिका तक मंदिर में आरती हो रही है तो कहीं दरगाह में दुआ मांगी जा रही है। यहां जानिए लैंडिंग से जुड़े पल-पल के अपडेट्स-
भारत के चंद्रयान-3 के लैंडिंग का वक्त करीब आ चुका है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान अब तक अपने तय हिसाब से सही तरह से काम कर रहा है।
आने वाले समय में इसरो चंद्रयान से भी बड़े मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसमें गगनयान से लेकर सूर्य मिशन तक शामिल हैं।
विक्रम साराभाई स्पेस (वीएसएससी) ने टेक्निशियन-बी, ड्राफ्ट्समैन-बी और रेडियोग्राफर-ए के पदों पर भर्ती के लिए रविवार (20 अगस्त) को आयोजित हुई लिखित परीक्षा रद्द कर दी है।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की लैंडिंग चांद की सबसे खतरनाक जगह पर होनी है। नासा के मुताबिक चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव रहस्य, विज्ञान और उत्सुकता से भरा है यही वजह है कि पूरी दुनिया इतिहास बनता देखता चाहती है।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। इस बीच इसरो ने जानकारी दी है कि विक्रम रोवर के लैंडिंग की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है।
चंद्रयान-3 अब बस चंद्रमा की सतह से कुछ ही दूरी पर है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो सफलतापूर्वक लैंड करने में इसे अब बस कुछ ही घंटे लगने वाले हैं। चंद्रयान की लैंडिंग आप कहां और कैसे देख सकेंगे..जानिए पूरी डिटेल्स-
इसरो की परीक्षा में दो युवक फिल्मी स्टाइल में नकल कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही ये परीक्षा भी रद्द कर दी गई है।
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