भारत की कामयाबी पर पाकिस्तान भले खुश न हुआ हो, लेकिन दूसरा पड़ोसी बांग्लादेश में चांद फतह होने का जश्न मनाया जा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की इस उपलब्धि को पूरे दक्षिण एशिया के लिए बड़ा बताते हुए ढाका में जश्न मनाने का ऐलान किया है। चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की बधाई दी है।
इसरो के पूर्व प्रमुख जी माधवन नायर ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिक बेहद सामान्य जीवन जीते हैं और धन की परवाह नहीं करते।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान का चंद्रमा पर पहुंचना देश की बड़ी उपलब्धि है।
भारत ने बुधवार 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर लैंड करके इतिहास रच दिया। इस कारनामे के बाद पूरी दुनिया में भारत के चर्चे हो रहे हैं।
सूरज के रहस्यों पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है। यहां कई ऐसे राज दबे हुए हैं, जिससे हम सभी अंजान हैं। इन तमाम राज को उजागर करने के लिए भारत आदित्य-एल1 मिशन लॉन्च कर रहा है।
पूरा देश चंद्रयान-3 की सफलता के जश्न में डूबा हुआ है। चंद्रयान-3 की यह सफलता कई मायनों में अहम है। इस लेख में हम इसे विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद राजस्थान सरकार के खेल मंत्री अशोक चांदना ने अपने बयान से अपनी फजीहत करवा ली। मंत्री के अजीबो-गरीब बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
अगले 13 दिनों तक प्रज्ञान लैंडर से 500 मीटर दूर तक चांद की सतह पर चलते हुए सारे परीक्षण करेगा और सारी जानकारी लैंडर के जरिए बेंगलुरु में इसरो कमांड सेंटर में बैठे वैज्ञानिकों को मिलेगी।
चांद पर लैंडिंग के बाद लैंडर ने चंद्रमा की पहली तस्वीर भी भेज दी है। वहीं, प्रज्ञान रोवर लैंडर विक्रम से बाहर आकर चंद्रमा की जमीन पर पहुंच गया है। अब 14 दिनों तक लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर अलग-अलग लेवल पर रिसर्च करेंगे।
चांद की सतह पर पहुंचने के बाद रोवर प्रज्ञान भी लैंडर विक्रम से बाहर आ चुका है। अब प्रज्ञान और विक्रम अगले 14 दिनों तक चांद के सतह की स्टडी करेंगे।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त की शाम को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर उतरकर रिकॉर्ड बना दिया है। विक्रम लैंडर के चांद पर लैंड होने के समय दुनियाभर की निगाहें भारत और ISRO पर टिकी हुई थीं।
चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर ने जैसे ही सॉफ्ट लैंडिंग की, वैसे ही भारत ने स्पेश मिशन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया और देश के साथ-साथ पूरी दुनिया इसकी साक्षी बनी।
सोमनाथ ने कहा कि एक समय ऐसा आएगा, जब मंगल ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी और हो सकता है कि भविष्य में शुक्र ग्रह और अन्य ग्रहों पर भी यह कोशिश हो।
भारत ने आज चंद्रमा के दक्षिणी भाग में चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लैड करवा कर इतिहास रच दिया है। इस मौके पर चारों ओर से बधाई संदेश आ रहे हैं।
चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होते ही पूरी दुनिया भारत को सलाम ठोक रही है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बनने पर बधाई दी। वहीं अमेरिका और यूरोप ने भी शाबाश इंडिया कहकर हौसलाफजाई की। चांद की सतह पर इस उपलब्धि के साथ सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया।
23 अगस्त की तारीख को भारत ने इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। चंद्रयान-3 की सफलता ने पूरी दुनिया में भारत के यश को और ज्यादा बढ़ा दिया है।
भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराते ही इतिहास रच दिया है। अब तक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कोई भी देश पहुंच नहीं पाया है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। यह दिन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के इतिहास में दर्ज हो गया है। मानवता के लिए आज बड़ा दिन है।
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सबसे पहले पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। भारत के चांद पर पहुंचते ही पाकिस्तान से तरह-तरह के रिएक्शन आ रहे हैं। पाकिस्तानियों का कहना है कि हम भारत का मुकाबला नहीं कर सकते। भारत हमसे बहुत आगे पहुंच चुका है। उनका कहना है कि पाकिस्तान रोटी, कपड़ा और मकान के लिए तरस रहा।
चंद्रयान-3 की सफलता से पीएम मोदी काफी खुश नजर आए। उन्होंने इसरो प्रमुख को फोन करके कहा कि मेरी तरफ से आपको, आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। सबको मेरी तरफ से अभिनंदन कह दीजिए।
आज भारत के लिए ऐतिहासिक दिन है। चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक चांद के दक्षिणी हिस्से पर लैंडिंग कर ली है। इसके साथ ही भारत का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है।
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