दुनिया के लगभग सभी देश चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर भारत को अपनी शुभकामनाएं भेज चुके हैं, लेकिन पड़ोसी पाकिस्तान अब तक अपनी क्षुद्र मानसिकता का प्रदर्शन करता रहा। अब शर्म का पर्दा हटा तो चंद्र मिशन के 3 दिन बाद भारतीय वैज्ञानिकों और इसरो की सराहना की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसरो के वैज्ञानिकों को महान बताया।
इसरो ने चंद्रयान- 3 मिशन को लेकर एक और नया वीडियो जारी किया है, जिसमें चांद के साउथ पोल पर भेजे गए प्रज्ञान रोवर को 'शिव शक्ति' प्वॉइंट के आस-पास घूमते हुए देखा जा सकता है।
इसरो अपने मून मिशन चंद्रयान के बाद अब सूर्य मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। 2 सितंबर को प्रक्षेपण के लिए इसरो का आदित्य-एल1तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह जब बेंगलुरु के एचएएल एयरपोर्ट पहुंचे तब उनके स्वागत के लिए ना ही राज्यपाल मौजूद थे और न ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जब बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतरे तो उनके स्वागत के लिए न तो सीएम मौजूद थे और न ही राज्यपाल। एयरपोर्ट के बाहर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इसकी वजह भी बताई।
महाराष्ट्र विधानसभा के नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि प्रधानमंत्री को अपना रोड शो चंद्रयान को सफल बनाने वाले वैज्ञानिकों को भी साथ में लेकर करना चाहिए था। उन्होंने ये भी कहा कि शरद पवार की भूमिका स्पष्ट है, वह इंडिया के साथ हैं।
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता से पूरी दुनिया भारत के वैज्ञानिकों का लोहा मान रही है। चंद्रयान -3 में लगे प्रज्ञान रोवर ने चांद पर मून वॉक शुरू कर दिया है। प्रज्ञान चांद की सतह पर 8 मीटर चल चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के कमांड सेंटर में जहां वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 की सफलता पर बथाई दी वहीं चंद्रयान-3 के लैंडर के टच प्वाइंट का नाम भी रखा।
चंद्रयान-3 की सफलता से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा पूरी कर सीधे बेंगलुरु पहुंचे हैं। उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात की और चंद्रयान-3 की सफलता पर बधाई दी।
23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी भाग की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। इसके साथ ही भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी बेंगलुरु पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट के बाहर बड़ी तादाद में लोग उनके स्वागत के लिए इकट्ठा हैं। पीएम मोदी इसरो जाएंगे जहां वे वेज्ञानिकों को चंद्रयान 3 की सफलता की बधाई देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा समाप्त करने के बाद शुक्रवार को स्वदेश रवाना हो गए हैं। ग्रीस से सीधे उन्होंने कर्नाटक के बेंगलुरु के लिए उड़ान भरी है। यहां वह शनिवार को इसरो के वैज्ञानिकों और उनकी पूरी टीम को चंद्रयान-3 मिशन के लिए बधाई और शुभकामनाएं देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोहानिसबर्ग से भारत लौटने वाले हैं। भारत लौटने के साथ ही वे बेंगलुरू पहुंचेंगे। यहां पीएम मोदी इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात करेंगे और चंद्रयान 3 की सफलता के लिए बधाई देंगे।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराकर इसरो ने दुनिया को झुककर सलाम करने के लिए मजबूर कर दिया है। इसकी सफलता का इसरो की टीम और चेयरमैन एस सोमनाथ को जाता है। आइए जानते हैं इनकी क्वालिफिकेशन
चंद्रयान-3 के लैंडर से प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर कैसे उतरा, इसका वीडियो इसरो ने जारी किया है। लैंडिग के दो दिन बाद इसरो ने ये एतिहासिक वीडियो जारी की है।
इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन की एक तस्वीर जारी की है। यह तस्वीर विक्रम लैंडर की है जो चंद्रमा की सतह पर है।
चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चंद्रमा की सतह का अध्ययन कर रहा है। ये दोनों उपकरण डेटा कलेक्ट कर इसरो को भेज रहे हैं।
जब तक प्रधानमंत्री मोदी इसरो के सेंटर में पहुंचेंगे तब तक चंद्रयान 3 के लैंडर विक्रम को लैंड किए हुए 60 घंटे से ज्यादा का वक्त हो जाएगा यानी प्रज्ञान रोवर की कुछ और तस्वीरें, कुछ और उपलब्धियां हमारे सामने होंगी।
इसरो की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार, चंद्रयान-3 के सभी सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं। रोवर की मोबिलिटी भी शुरू हो गई है।
चांद पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अब लोगों में इस बात की जिज्ञासा है कि भारत अपना कोई इंसान चांद पर भेजेगा या नहीं? जानें इस बारे में क्या है जनता की राय।
संपादक की पसंद